30 सितंबर, 2020 को आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस की खत्म हुई छमाही का प्रदर्शन
दिल्ली। वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में कंपनी की सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम (GDPI) आय 64.91 अरब रुपये रही। वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही के 64.40 अरब रुपये की तुलना में इसमें 0.8% की बढ़त हुई। कॉर्प सेगमेंट को छोड़कर कंपनी का GDPI वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में बढ़कर 64.59 अरब रुपये हो गया। इस तरह वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही के 63.86 अरब रुपये की तुलना में इसमें 1.1% की बढ़त हुई। यह इस उद्योग की वृद्धि दर 2.8% (कॉर्प सेगमेंट के अलावा) से कम है। कोविड-19 की वजह से पूरे इंडस्ट्री की वृद्धि दर कम रही है।
वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाह में कंपनी का GDPI 31.89 अरब रुपये रहा है। साल 2020 की दूसरी तिमाही में यह 29.53 अरब रुपये था यानी इसमें 8% की बढ़त हुई है। कॉर्प सेगमेंट को अलग कर दें तो वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कंपनी का GDPI बढ़कर 31.86 अरब रुपये तक पहुंच गया, यह वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 28.98 अरब रुपये था, यानी इसमें 9.9% की बढ़त हुई है। यह वित्त वर्ष 2021 में इस पूरी इंडस्ट्री बढ़त दर 9.2% (कॉर्प सेगमेंट को छोड़कर) के मुकाबले ज्यादा है।
वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में कम्बाइंड रेश्यो 99.8% रहा है, जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में यह अनुपात 101.5%था। हालांकि यह अनुपात चक्रवात और बाढ़ की वजह से होने वाले नुकसान के बावजूद हासिल हुआ है। चक्रवात और बाढ़ से होने वाले 0.77 अरब रुपये के नुकसान के असर को अलग कर दें तो वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में कम्बाइंड रेश्यो 98.2% था, जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में 0.61 अरब रुपये के चक्रवात और बाढ़ से नुकसान के असर को अलग करने के बाद कम्बाइंड रेश्यो 100.1% था।
वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कम्बाइंड रेश्यो 99.7% था, जबकि वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में कम्बाइंड रेश्यो 102.6% था। अगर बाढ़ और चक्रवात से होने वाले 0.46 अरब रुपये के नुकसान के असर को अलग कर दें तो वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कम्बाइंड रेश्यो 97.9% था, जबकि वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में इसी तरह चक्रवात और बाढ़ से होने वाले 0.45 अरब रुपये के नुकसान को अलग करने के बाद कम्बाइंड रेश्यो 100.7% था।
वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में कर पूर्व मुनाफा (PBT) बढ़कर 10.86 अरब रुपये पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में यह 9.36 अरब रुपये था, इस तरह इसमें 15.9% की बढ़त हुई। इसी तरह वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कर पूर्व मुनाफा (PBT) 20.3% बढ़कर 5.55 अरब रुपये तक पहुंच गया, वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में यह 4.61 अरब रुपये था।
पूंजीगत लाभ (कैपिटल गेन्स) वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही के 2.07 अरब रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में थोड़ा कम 1.84 अरब रुपये का रहा।हालांकि वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही के 0.69 अरब रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में पूंजीगत लाभ 1.24 अरब रुपये का रहा।
इसके परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में कर बाद मुनाफा (PAT) 31.7% बढ़कर 8.14 अरब रुपये पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में यह 6.18 अरब रुपये था। इसी तरह वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कर बाद मुनाफा (PAT) 35% बढ़कर 4.16 अरब रुपये तक पहुंच गया, जबकि वित्त वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में यह 3.08 अरब रुपये था।
वित्त वर्ष 2021 की पहली छमाही में औसत इक्विटी पर रिटर्न (ROAE) 24.9% था, जबकि वित्त वर्ष 2020 की पहली छमाही में यह 22.3% था। इसी तरह वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में आरओएई 24.7% था, जबकि 2020 की दूसरी तिमाही में यह 22% था।
कंपनी का सॉल्वेंसी रेश्यो 30 सितंबर, 2020 को 2.74x था, जबकि 30 जून, 2020 को यह 2.50x था। यह न्यूनतम नियामक जरूरत 1.50x से ज्यादा है। 31 मार्च, 2020 को सॉल्वेंसी रेश्यो 2.17x था।
कंपनी के संचालनात्मक प्रदर्शन पर एक नजर (अरब रुपयमें)
वित्तीय सूचकांक | दूसरी तिमाही वित्त वर्ष 2021 | दूसरी तिमाही वित्त वर्ष 2020 | वृद्धि | पहली छमाही वित्त वर्ष 2021 | पहली छमाही वित्त वर्ष 2020 | वृद्धि | वित्त वर्ष 2020 |
जीडीपीआई | 31.89 | 29.53 | 8.0% | 64.91 | 64.40 | 0.8% | 133.13 |
पीबीटी | 5.55 | 4.61 | 20.3% | 10.86 | 9.36 | 15.9% | 16.97 |
पीएटी | 4.16 | 3.08 | 35.0% | 8.14 | 6.18 | 31.7% | 11.94 |
रेश्यो
वित्तीय सूचकांक | वित्त वर्ष 2021 दूसरी तिमाही | वित्त वर्ष 2020 दूसरी तिमाही | वित्त वर्ष 2021 पहली छमाही | वित्त वर्ष 2020 पहली छमाही | वित्त वर्ष 2020 |
आरओएई (%) सालाना | 24.7 | 22.0 | 24.9 | 22.3 | 20.8 |
कम्बाइंड रेश्यो(%) | 99.7 | 102.6 | 99.8 | 101.5 | 100.4 |