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भारत की पहचान पूरी दुनिया में उच्च गुणवत्ता वाले किफायती उपकरणों की सेवा देने वाले देश के रूप में होगी : क्रिस्टा डोनाल्डसन

नई दिल्ली। एक गैर लाभकारी चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी इक्यूलाईज हेल्थ माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर एक मिशन के तहत काम कर रही है। कंपनी आने वाले कुछ सालों में भारत में विस्तार के साथ-साथ अपनी टीम को दोगुना करने पर भी विचार कर रही है। इक्यूलाईज हेल्थ के पदाधिकारियों के अनुसार भारत की पहचान पूरी दुनिया में उच्च गुणवता वाले किफायती उपकरणों की सेवा देने वाले देश के रूप में होगी।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान के विचारों के तहत भारत में बने उत्पादों के विकास, निर्माण और संयोजन पर ज्यादा जोर दिया गया है। इक्यूलाईज हेल्थ ने भारत सरकार की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना में ज्यादा रूचि देखते हुए एक रणनीति तैयार की है जिसमें 500 मिलियन नागरिकों को कवर करने की परिकल्पना की गई है।
इक्यूलाईज हेल्थ के सीईओ क्रिस्टा डोनाल्डसन ने एक खास बातचीत में बताया कि डॉक्टरों और नर्सों के साथ मां औऱ नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं के बारे मे विस्तृत बातचीत की गई।लगभग 500 मिलियन नागरिकों को आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के दायरे में लाने की माननीय प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना में इक्यूलाईज हेल्थ को अपार संभावनाए नजर आती हैं। हमें कम लागत वाले उपकरणों और सेवाओं को डिजाइन और लांच करना है।
भारत की यात्रा के दौरान इक्यूलाईज हेल्थ की सीईओ क्रिस्टा डोनाल्डसन ने कहा कि हम भारत में पिछले 13 सालों से काम कर रहे हैं। हमने माताओं और बच्चों को लेकर काफी काम किया है। हम अपने चिकित्सा उपकरणों के लांचिग और सेवाओं में स्वास्थ्यकर्मियों और रोगियों की बातों पर विशेष ध्यान देते हैं। हमारे सीखने के प्रमुख स्रोत डॉक्टर और नर्स हैं।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु, केरल और गुजरात जैसे राज्यों में प्रसवोत्तर रक्तस्राव से होनी वाली मौतों को रोकने की दिशा में हम बेहतर काम कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य राज्यों में भी काम करने की आवश्यकता है जहां मृत्युदर अधिक है।हमने भारत में पीलिया से पीड़ित नवजात शिशुओं के लिए अपने उत्पाद ब्रिलिएंस को लांच किया है। चिकित्सा कंपनियों को स्थानीय परिस्थितियों से सबक लेने की जरूरत है। समय से पहले बच्चों को ऑक्सीजन देने के लिए सीपीएपी (कंटीन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर) का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन लोगों को ऐसे उत्पादों के डिजाइन के बारे में सोचना चाहिए जो बैटरी के समर्थन से काम करते हैं।
महामारी के एक सवाल पर डोनाल्डसन ने कहा कि कोविड -19 ने लोगों को एक सबक दिया है। गैर सरकारी संगठनों और राज्य सरकार के सहयोग से टेलीमेंटरिंग की जरूरत है।
कोविड 19 से पीड़ित शिशुओं का इलाज नर्सों ने टेली मेंटर की सहायता से प्रभावी ढंग से किया था।
भारत सरकार के साहसिक पहल की प्रशंसा करते हुए डोनाल्डसन ने कहा कि भारत सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में स्टार्ट अप को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिये हैं।सरकार चिकित्सा उपकरणों के निर्माण में काफी सहूलियतें दे रही हैं। स्टार्ट अप पर जोर देते हुए सरकार चिकित्सा उपकरण नियमावली को पारदर्शी बना रही है। इक्यूलाईज हेल्थ का दायरा भारत में धीरे- धीरे काफी बढ़ रहा है। हम निर्माण करने वाली जगहों, प्रतिभा और विचारों पर पड़ने वाले प्रभावों का आकलन कर रहे हैं।
इक्यूलाईज हेल्थ ने वर्ष 2020 में भारत में दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय की स्थापना की है। इक्यूलाईज हेल्थ के भविष्य योजनाओं के रोडमैप के बारे में बात करते हुए सीईओ डोनाल्डसन ने कहा कंपनी भारत में भी विस्तार करना चाहती है। हमने ऐसे निर्माताओं को तलाश लिया है जो भारत के चिकित्सा उपकरणों की जरूरतों को न केवल पूरा करेंगे बल्कि विश्व की जरूरतों को भी पूरा करने में सक्षम हैं। हमने दक्षिण भारत के राज्यों के फर्मों से गठजोड़ किया है। आने वाले समय में हम और विस्तार करेंगे।
डोनाल्डसन ने कहा कि हमारी रणनीति पांच स्तरीय है। पहले पहचानें, विकसित करें, समर्थन करें और मापें। यह रणनीति आवश्यक है कि हम जरूरतों की पहचान करें और उसके आधार पर उत्पादों को डिजाइन करें। हम विश्व स्तरीय किफायती उत्पादों का डिजाइन करते हैं और विकसित करते हैं। उत्पाद की सर्विसिंग और प्रभाव को मापने के लिए समर्थन आवश्यक है ताकि हमें पता चल सके कि हमारे उत्पाद माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य देखभाल के बीच के अंतराल को खत्म करने में कितने सक्षम हैं।

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