व्यापार

माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज10 के लिये 10 भारतीय भाषाओं में स्मार्ट फॉनेटिक इंडिक कीबोर्ड्स जोड़े

दिल्ली। टेक्नोलॉजी को पर्सनलाइज करने और इसे सभी के लिए सुलभ बनाने के अपने प्रयासों के तहत, माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज 10 के लिये अपने मई 2019 के अपडेट (19एच1) में 10 भारतीय भाषाओं के लिए स्मार्ट फॉनेटिक कीबोर्ड जारी करने की घोषणा की है। अपडेटेड वर्चुअल कीबोर्ड यूजर की व्यवहार पद्धति और प्राथमिकताओं से सीखता है और उसके नुसार भारतीय भाषाओं में व्यक्तिगत शब्द सुझाव प्रदान करता है, पाठ्य इनपुट की सटीकता को बढ़ाता है और उन्हें सुधारता है। चूंकि ये कीबोर्ड प्राकृतिक उच्चारण पर आधारित होते हैं, इसलिए यूजर्स को इनका उपयोग करने के लिए अलग से सीखने की जरूरत नहीं होती है और वे तुरंत ही इनका उपयोग करना शुरू कर सकते हैं।
अपडेटेड फॉनेटिक कीबोर्ड्स हिंदी, बांग्ला, तमिल, मराठी, पंजाबी, गुजराती, उड़िया, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में उपलब्ध हैं, यह कंप्यूटर की भाषा को भारत में अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इन कीबोर्ड्स से भारतीय यूजर अब अपनी मातृभाषा में कार्य कर सकते हैं, जिसके लिये उन्हें कस्टमाइज्ड इंडिक हार्डवेयर कीबोर्ड्स या स्टिकर्स खरीदने पड़ते थे। यूजर्स के लिये मौजूदा कीबोर्ड्स का उपयोग कर ट्रांसलिट्रेटेड इंडिक पाठ्य इनपुट करना सरल है, जिनमें लैटिन कैरेटर्क्स होते हैं। ट्रांसलैशन के विपरीत ट्रांसलिट्रेशन पाठ्य को एक लिपि से दूसरी लिपि में बदलता है। उदाहरण के लिये यदि हम लैटिन कैरेक्टर्स में ‘Bharat’ टाइप करते हैं, तो फॉनेटिक कीबोर्ड का फाइनल आउटपुट होगा भारत (हिंदी), ভারত(बंगाली), ભારત(गुजराती) या ਭਾਰਤ(पंजाबी), जो लक्षित भाषा पर निर्भर होगा।
नये टूल्स कंप्यूटिंग को समावेशी बनाने में मदद करेंगे और भारतीय भाषाओं में टाइपिंग स्पीड और सटीकता को भी 20 प्रतिशत तक बेहतर बनाएंगे। यही नहीं, ये कई क्षेत्रीय प्रतीकों (जैसे भारतीय अंक) का इनपुट भी आसान बनाएंगे।
इस अपडेट से पहले, इंडिक यूजर्स को कंपनी की इंडिक कम्युनिटी वेबसाइट ‘Bhashaindia.com’ या थर्ड-पार्टी टूल से माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल (आईएलआईटी) डाउनलोड करना पड़ता था। माइक्रोसॉफ्ट भारतीय भाषाओं में फॉनेटिक पाठ्य इनपुट के लिये कई अन्य उपयोगिताओं (जैसे इंडिक इनपुट1, इंडिक इनपुट2 और इंडिक इनपुट3) की पेशकश भी करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम में इंटीग्रेटेड नए अपडेट बाहरी टूल्स को डाउनलोड और इंस्टाल करने की आवश्यकता खत्म करते हैं, जिन्हें इनपुट मेथड एडिटर्स (आईएमई) कहा जाता है। यूजर्स को इस अपडेट से निम्नलिखित अन्य लाभ भी होंगे :

  1. अधिकांश यूजर्स को फॉनेटिक इंडिक पाठ्य इनपुट के लिये बाहरी आईएमई की उपलब्धता के बारे में पता नहीं है, इसलिये ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ फॉनेटिक कीबोर्ड इंटीग्रेशन से यह सरलता से उपलब्ध होंगे।
  2. चूंकि अलग से किसी इंस्टालेशन की जरूरत नहीं है, इनका उपयोग कम या बिना इंटरनेट कनेक्टिविटी के हो सकता है।
  3. इंस्टाल्ड टूल्स के विपरीत अब लगातार अपग्रेडेशन की जरूरत नहीं होगी, यह विंडोज अपडेट्स का हिस्सा होगा।

इंडिक फॉनेटिक कीबोर्ड्स की अपडेटिंग और उपयोग
अपडेटेड कीबोर्ड्स तो विंडोज 10 की हालिया अपडेट (19एच1) में ऑटोमैटिक तरीके से उपलब्ध है, लेकिन जिन यूजर्स ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट नहीं किया है, वे सरल चरणों में नया अपडेट ले सकते हैं : Go to Settings> Updates & Security> Windows Update। अपडेट इंस्टाल होने के बाद लैंग्वेज सेटिंग्स में जाकर फॉनेटिक कीबोर्ड्स को एक्टिवेट किया जा सकता है।
नये कीबोर्ड्स विंडोज में पहले से उपलब्ध इंडिक इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड का विस्तार हैं। इनस्क्रिप्ट भारतीय भाषाओं के लिये अधिकृत भारतीय कीबोर्ड मानक है, जिसे ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी वर्जन्स में सपोर्ट किया जाता है, जो विंडोज 2000 से शुरू होते हैं। यह तमिल को छोड़कर इंडिक भाषाओं के लिये डीफॉल्ट कीबोर्ड होता है, जिसमें तमिल 99 डीफॉल्ट कीबोर्ड होता है।
नये फॉनेटिक कीबोर्ड लेआउट्स किसी भी यूनिकोड इनैबल्ड ऐप्लीकेशंस और वेब ब्राउजर्स (एज समेत) के साथ काम करेंगे, जो विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर चल रहे होंगे। यूनिकोड एक कॉमन टेक्स्ट एनकोडिंग स्टैण्डर्ड है, जो विश्व की अधिकांश भाषाओं के लिये उपयोग में आता है।

माइक्रोसॉफ्ट और स्थानीय भाषा में कंप्यूटिंग : माइक्रोसॉफ्ट वर्ष 1998 में प्रोजेक्ट भाषा के लॉन्च से ही लगभग दो दशकों से भारतीय भाषाओं में स्थानीय भाषा की कंप्यूटिंग प्रदान करने के लिये काम कर रहा है, ताकि यूजर्स सरलता से स्थानीय पाठ्य को इनपुट कर सकें और भारतीय भाषा इनपुट टूल का त्वरित उपयोग कर सकें। माइक्रोसॉफ्ट हिंदी, बंगाली और तमिल के लिये रियल-टाइम लैंग्वेज ट्रांसलेशन में सुधार हेतु एआई और डीप न्यूरल नेटवर्क्स का उपयोग भी कर रहा है और तेलुगू तथा उर्दू के लिये रियल-टाइम लैंग्वेज ट्रांसलेशन प्रदान करता है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने अधिकांश ईमेल एप्स और सेवाओं पर कई भारतीय भाषाओं में ईमेल एड्रेस के लिये सपोर्ट की घोषणा भी की है। अपने वैश्विक लोकल लैंग्वेज प्रोग्राम (एलएलपी) के जरिये माइक्रोसॉफ्ट लोगों को उनकी मातृभाषा में टेक्नोलॉजी तक पहुँच देता है। इसमें हिंदी, कन्नड़, बंगाली, मलयालम, आदि भारतीय भाषाओं के लिये लैंग्वेज इंटरफेस पैक्स शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *