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मोरपेन ईजीएम ने कोरिंथ और प्रवर्तकों के 433 करोड़ रु. के निवेश को मंजूरी दी

नई दिल्ली। मोरपेन लेबोरेटरीज लिमिटेड (NSE: MOREPENLAB, BSE: 500288), जो उच्च गुणवत्ता वाले एपीआई, होम डायग्नॉस्टिक्स, फॉर्म्यूलेशंस एवं ओटीसी का अग्रणी निर्माता है, ने कंपनी की असाधारण सामान्य बैठक (ईजीएम) में 433 करोड़ रु. के आवक निवेश को कल मंजूरी दे दी गयी। सदस्यों ने 41.60 रु. प्रति शेयर मूल्य पर कोरिंथ इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स, एजी, स्विट्जरलैंड (www.corinthinvest.com) नकद रूप में 58.50 मिलियन इक्विटी शेयर्स के निर्गमन एवं आवंटन की स्वीकृति दे दी, जो कुल 243.36 करोड़ रु. के हैं।
शेयरधारकों ने प्रमोटर समूह की कंपनी लिक्विड होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड को 38 रु. प्रति वारंटध्शेयर पर कुल 190 करोड़ रु. 50 मिलियन फुली कन्वर्टिबल वारंट्स की भी मंजूरी दे दी, जिसके नकद मूल्य को सेबी (एसएएसटी) विनियमों में वर्णित सीमाओं के भीतर वित्तीय वर्ष में शेयरध्मतदान अधिकारों के अधिग्रहण के लिए कन्वर्ट किया जायेगा। पूर्वोक्त प्रतिभूतियों का निर्गम मूल्य सेबी (आईसीडीआर) विनियमों में सेबी द्वारा निर्धारित मूल्य निर्धारण सूत्र के अनुसार निकाला जाता है।
मोरपेन लेबोरेटरीज के शेयरधारकों की बैठक 20 मई, 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अन्य ऑडियो विजुअल माध्यमों से हुई। शेयरधारकों ने भी बोर्ड द्वारा प्रस्तावित परिवर्तनीय इक्विटी शेयर और वारंट जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के लिए भारी मतदान किया, प्रस्ताव के पक्ष में 99.97% से अधिक मतदान किया।
यह कंपनी के लिए एक मील का पत्थर है क्योंकि यह अनुमोदन घातीय वृद्धि को चलाने और सभी हितधारकों के लिए मूल्य बनाने का मार्ग प्रशस्त करता है। यह ईजीएम स्विट्जरलैंड में मुख्यालय वाले वैश्विक निजी निवेश समूह कोरिंथ ग्रुप को शामिल करने का अगला कदम था, जिसने प्रमोटर समूह में कुल 100 मिलियन अमरीकी डालर के निवेश में से मोरपेन लेबोरेटरीज लिमिटेड में 32.50 मिलियन अमरीकी डालर की घोषणा की।
मोरपेन लैब्स लिमिटेड (www.morpen.com) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री सुशील सूरी ने कहा, “कोरिंथ द्वारा किया गया निवेश भारतीय स्वास्थ्य सेवा बाजार में हमारी अग्रणी स्थिति को और अधिक मजबूत करता है, यह एपीआई बाजार के पैमाने एवं संभावना को देखते हुए सेल्फ-डायग्नॉस्टिक में हमारे दृष्टिकोण का भी समर्थन करता है। यह जीव विज्ञान और दवा कंपनियों के लिए परीक्षा की घड़ी है, इस चुनौतीपूर्ण समय में हम सभी अपनी क्षमताओं को बढ़ाने और अपने बाजारों का विस्तार करने के लिए तैयार हैं।’’
कोरिंथ समूह के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेता (2010) सर क्रिस्टोफर पिसाराइड्स ने कहा था, ‘‘मोरपेन में निवेश उभरते बाजारों, और विशेष रूप से स्वास्थ्य और दवा उद्योग पर हमारे बढ़ते जोर का नतीजा है। भारत महत्वपूर्ण विकास अवसरों के साथ एक प्रमुख वैश्विक बाजार है, और हम तेजी से बढ़ते क्षेत्र को पूरा करते हुए व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने के लिए प्रबंधन के साथ काम करने के लिए तत्पर हैं।”
भारतीय बाजार द्वारा प्रस्तुत अवसरों के बारे में बोलते हुए, कोरिंथ कैपिटल फंड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री एंड्रियास मैटसास ने कहा, “हम भारतीय बाजार के बारे में उत्साहित हैं और एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के माध्यम से जो मई 2021 में काम शुरू करेगी, दिल्ली में एक समर्पित पूर्ण-सेवा कार्यालय स्थापित करने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुके हैं। हम भारतीय बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय नियामक आवश्यकताओं के अनुरूप एक एआईएफ स्थापित करने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। मोरपेन ग्रुप में हमारा निवेश भारतीय बाजार के लिए कोरिंथ की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को स्थापित करता है, जिसमें कृषि और रसद क्षेत्र में एक और 200 मिलियन अमरीकी डालर का निवेश उचित परिश्रम से चल रहा है।’’
मोरपेन प्रतिबंधात्मक व्यावसायिक स्थितियों के बावजूद पिछली चार तिमाहियों से तेजी से बढ़ रहा है और वित्त वर्ष 2011 के लिए उत्कृष्ट परिणाम दर्ज किया है, जिसमें शुद्ध राजस्व में 39% की आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है और वित्त वर्ष 2010 की तुलना में कर के बाद शुद्ध लाभ में 189% की उछाल दर्ज की गई है। कंपनी के लिए प्रति शेयर आय भी इसी अवधि में 189% उछलकर 2.16 रुपये प्रति शेयर हो गयी जो पिछले साल की समान अवधि में 0.75 रु. प्रति शेयर थी। कंपनी की उपस्थिति 80 से अधिक देशों में है, जिसमें निर्यात कुल राजस्व में 40% और एपीआई राजस्व का 69% योगदान देता है।
मोरपेन के चिकित्सा उपकरणों और निदान व्यवसाय ने भी सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और वित्त वर्ष 2011 में महामारी और सामान्य स्वास्थ्य चिंताओं और बदलती जीवन शैली के बीच घरेलू उपयोग के लिए चिकित्सा उपकरणों की बढ़ती मांग के साथ ७१% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी की योजना चिकित्सा उपकरणों के कारोबार का विस्तार करने की है और बड़ी क्षमता के साथ विश्व स्तरीय सुविधाओं के निर्माण पर भारी निवेश करने की योजना है और कुछ स्तर पर इस व्यवसाय को एक अलग पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी में विलय कर दिया गया है।
निवेशक फंड और प्रोमोटर इक्विटी सहित मोरपेन लेबोरेटरीज लिमिटेड को प्राप्त कुल फंड्स का उपयोग निम्नलिखित कार्य के लिए किया जायेगा :

क. अत्यधिक संवर्दि्धत एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट (एपीआई), जिसका बाजार 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर का है, की मांग पूरी करने के लिए कंपनी के शोध एवं विकास केंद्र/संयंत्रों का विस्तार/उत्पादन के पैमाने में वृद्धि, जो कि मोरपेन द्वारा अगले तीन वर्षों के लिए बनायी गयी योजना के अनुसार होगा।
ख. उत्पादन के पैमान में भारी वृद्धि को पूरा करने और कंपनी की योजना के अनुरूप नये यूएसएफडीए स्टैंडर्ड एपीआई संयंत्र की स्थापना।
ग. यूएसए और जापान जैसे अत्यधिक प्रगतिशील/विनियमित बाजारों की मांग पूरी करने के लिए बद्दी, हिमाचल प्रदेश स्थित मोरपेन के फार्मा कंप्लेक्स में यूएसएफडीए मानकों के अनुसार फिनिस्ड डोजेज के लिए विश्वस्तरीय संयंत्र की स्थापना।
घ. विश्वस्तरीय डायग्नॉस्टिक्स संयंत्रों में निवेश, जिसमें विनियमित बाजार मानकों को पूरा करने हेतु क्रिटिकल इनपुट्स/कंपोनेंट्स/एंजाइम्स का निर्माण शामिल है। भारत में पॉइंट ऑफ केयर/होम डायग्नॉस्टिक्स एवं ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स एवं अन्य जीवन-सहायक प्रणालियों पर घरेलू खर्च तेजी से बढ़ रहा है और अभी आपूर्ति की तुलना में मांग काफी बढ़ गयी है।
ङ. डॉ. मोरपेन के बैनर तले नये-नये प्रोडक्ट्स एवं ब्रांड्स में निवेश, ताकि पूरे भारत में मौजूद इसकी वितरण/आपूर्ति श्रृखला को प्रभावी तरीके से उपयोग में लाया जा सके ऑनलाइन सेल्स में भारी वृद्धि की जा सके
च. आधुनिक पर्सनल केयर/स्किन केयर ब्रांड्स ‘‘गुब्ब’’ और ‘‘हैप्पियर’’ में निवेश, चूंकि इन ब्रांड्स की ऑनलाइन बिक्री काफी बढ़ रही है और इनके वितरण को बढ़ाने के लिए पूरे भारत में हमारी फार्मेसी/रिटेल चेन नेटवर्क को प्रभावी तरीके से उपयोग में लाना।

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