भारतीय इनोवेटर्स की अगली पीढ़ी को मिलेगा IIT दिल्ली और MeitY स्टार्टअप हब से प्रशिक्षण
गुरुग्राम। सैमसंग इंडिया ने आज अपने यूथ एजुकेशन एवं इनोवेशन कॉम्पटीशन ‘सॉल्व फॉर टुमॉरो’ की टॉप 30 टीमों की घोषणा कर दी है। सैमसंग ने इस प्रतियोगिता की शुरुआत देश के युवाओं के बीच आधुनिक सोच को विकसित करने और समस्या का समाधान करने की संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की है। इस प्रतियोगिता में 16-22 वर्ष के युवाओं की ओर से चार विषयों से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए आइडिया आमंत्रित किए हैं। इन चार विषयों में एजुकेशन एवं लर्निंग, हेल्थ एवं वैलनेस, एन्वायरमेंट एवं सस्टेनेबिलिटी और डायवर्सिटी एवं इनक्लूजन शामिल हैं। इन टॉप 30 टीमों को डिजाइन थिंकिंग और इनोवेशन पर ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसी के साथ ही सैमसंग और उसके भागीदारों – IIT दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) और MeitY स्टार्टअप हब द्वारा IIT दिल्ली में एक आवासीय बूटकैंप में मार्गदर्शन दिया जाएगा। इस बूट कैंप से प्रतिभागियों को अपने आइडिया को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। प्रतियोगिता में चुनी गईं इन टॉप 30 टीमों में से प्रत्येक को प्रारंभिक प्रोटोटाइप बनाने के लिए 20,000 रुपये भी मिलेंगे। इसके बाद उन्हें FITT, IIT दिल्ली और MeitY स्टार्टअप हब के विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सैमसंग के युवा कर्मचारियों की एक जूरी के सामने अपने आइडिया पेश करने होंगे। यह ज्यूरी फिनाले के लिए टॉप 10 टीमों का चयन करेगी।
टॉप 30 टीमों के प्रत्येक सदस्य को पुरस्कार के रूप में सैमसंग गैलेक्सी बुक3 प्रो 360 लैपटॉप और गैलेक्सी बड्स2 प्रो के साथ बूटकैंप में भाग लेने के लिए एक प्रमाण पत्र मिलेगा। प्रोग्राम के इस दूसरे साल के लिए, सैमसंग इंडिया ने इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के स्टार्टअप हब और IIT दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (FITT) के साथ साझेदारी की है।
ये टीमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, असम, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली सहित भारत के 15 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश से हैं।
प्रतियोगिता की टॉप 30 टीमों के युवाओं ने समुद्र के जल को पीने योग्य पानी में बदलने, शराब पीकर गाड़ी चलाने, युवाओं के कौशल विकास, सौर पैनलों की दक्षता में सुधार और लापता बच्चों को खोजने जैसी वास्तविक दुनिया की गंभीर समस्याओं को हल करने के लिए अपने आइडिया प्रस्तुत किए हैं। उनके द्वारा पेश किए अन्य आइडिया में मासिक स्राव के रक्त के नमूनों की जांच कर महिलाओं में कई बीमारियों का जल्द पता लगाना भी शामिल था। इसके अलावा टीमों ने मानसिक स्वास्थ्य, भोजन की बर्बादी, फसलों में बीमारियों की पहचान, अनुचित कंटेंट से किशोरों की सुरक्षा, और STEM फील्ड में लिंग पूर्वाग्रह जैसी समस्याओं को हल करने से जुड़े आइडिया प्रस्तुत किए।
श्री ह्यून किम, कॉर्पोरेट वाइस प्रेसिडेंट, सैमसंग साउथवेस्ट एशिया ने कहा, “सैमसंग में, हम युवाओं की उन शक्तियों का उपयोग करने में विश्वास करते हैं जो अपने कौशल और क्षमताओं से समाज के अंदर बदलाव ला सकते हैं।
प्रो. रंगन बनर्जी, डायरेक्टर, आईआईटी दिल्ली ने कहा, “हम सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। देश भर से चुनी गई युवा टीमें भारत सहित विश्व की प्रमुख समस्याओं का अभिनव समाधान पेश करेंगी।
श्री जीत विजय, सीईओ, MeitY स्टार्टअप हब ने कहा, “टॉप 30 टीमों और उनके आइडिया के भीतर सच में लोगों की जिंदगी बदलने की क्षमता है। सैमसंग और सॉल्व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम के साथ, हमें विश्वास हैं कि हम उनके आइडिया को जमीन पर उतारने और एक नए भारत का निर्माण करने के लिए उन्हें सही मार्गदर्शन और कौशल प्रदान करने में सक्षम होंगे।”