STPI एवं ESC ने संयुक्त रूप से की स्टार्ट-अप पहल “बिल्डिंग द नेक्स्ट यूनिकॉर्न” की शुरुआत
नई दिल्ली। आर्थिक विकास के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में टेक स्टार्टअप्स के उदय को ध्यान में रखते हुए, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (ईएससी) के सहयोग से सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) ने संयुक्त रूप से स्टार्ट-अप पहल शुरू की है, जिसका नाम है- “बिल्डिंग द नेक्स्ट यूनिकॉर्न”। इस पहल को भारत सरकार के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय, एवं भारत के महावाणिज्य दूतावास, सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा समर्थन प्राप्त है।
ऐसे स्टार्टअप्स जो देश के बाहर विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं ऐसे बेनेफिशरी स्टार्टअप्स को इस पहल में शामिल किया गया है और यह भारतीय स्टार्ट-अप के लिए महत्वपूर्ण भी हो गया है. हालांकि, देश के बाहर के मार्केट में प्रभावी ढंग से विकसित होने के लिए, भारतीय स्टार्ट-अप को उस आर्थिक परिदृश्य को समझना चाहिए जिसमें मजबूत निवेश प्रोत्साहन और एक बेहतरीन इको-सिस्टम है। इनोवेशन और नई प्रौद्योगिकिय दुनिया, हम में से प्रत्येक के दैनिक जीवन को बदल रही हैं। बहुत सी बातें जो कल के भविष्य की कल्पना मात्र थीं, अब वास्तविकता हैं। इस बीच, हम हर पल तकनीक से घिरे हुए हैं और वैश्विक होना महत्वपूर्ण है।
एसटीपीआई के डीजी श्री अरविंद कुमार ने जोर देते हुए कहा, “अब यह महसूस किया जा सकता है कि देश की सीमा के पार अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति बनाने की दिशा में बेहतरीन भारतीय स्टार्टअप्स के लिए हवा चल रही है, और यह वर्तमान पहल- बिल्डिंग द नेक्स्ट यूनिकॉर्न विश्व स्तर पर उनके पंखों का विस्तार करने और उनके विस्तार के लिए धन जुटाने में भी मदद करेगा।“
इस पहल में निम्न प्रकार से त्रिस्तरीय दृष्टिकोण शामिल होगा :
- राज्य स्तरीय सम्मेलन ( स्टेट लेवल कॉन्क्लेव ) – सितंबर/अक्टूबर 2022
पहले चरण में राज्य सरकारों/एसटीपीआई/स्थानीय उद्योग निकायों/शैक्षणिक संस्थानों और अन्य हितधारकों के सहयोग से राज्य स्तरीय सम्मेलन ( स्टेट लेवल कॉन्क्लेव ) का आयोजन किया जा रहा है। कॉन्क्लेव में शामिल होने के लिए राज्य के प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप को आमंत्रित किया जाएगा जो उन्हें तकनीकी विशेषज्ञों, उद्योग के दिग्गजों और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत करने की अनुमति देगा। इसके बाद एक “पिचिंग सेशन” होगा जो भाग लेने वाले स्टार्ट-अप्स को जूरी पैनल के सामने खुद को पेश करने में मदद करेगा।
स्टेट कॉन्क्लेव में शामिल होने वाले स्टार्ट-अप अपने बिज़नस प्रस्ताव/योजनाएँ प्रस्तुत करेंगे। स्टेट कॉन्क्लेव में शामिल होने वाले स्टार्ट-अप्स में से कुछ (25 तक) को इस साल के अंत में होने वाले नेशनल कॉन्क्लेव में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
- नेशनल कॉन्क्लेव- नवंबर 2022
पहल का दूसरा चरण इस साल नवंबर में स्टार्ट-अप्स का नेशनल कॉन्क्लेव होगा। पांच से छह स्टेट कॉन्क्लेव्स (प्रत्येक स्टेट कानक्लेव से 25 तक) में चुने गए सभी स्टार्ट-अप को नेशनल इवेंट्स में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। इसके अलावा, कुछ बेहतरीन स्टार्ट-अप, जो किसी भी स्टेट कॉन्क्लेव में शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन उनमें क्षमता है, तो उन्हें नेशनल कॉन्क्लेव में अंतिम चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। स्टेट कॉन्क्लेव से चुने गए स्टार्ट-अप्स में से यूएसए के लिए स्टार्ट-अप मिशन की अंतिम संरचना (लगभग 30 से 40) को अंतिम रूप दिया जाएगा।
जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका में मिशन के लिए अंतिम रूप से चुने गए स्टार्ट-अप को यात्रा सहायता और संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा के दौरान उनकी पूरी भागीदारी/बैठकें प्रदान की जाएंगी।
- यूएसए के लिए मिशन – जनवरी 2023
चयनित टेक स्टार्ट-अप्स का प्रतिनिधिमंडल पूर्व-निर्धारित एजेंडे के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका का दौरा करेगा और एक प्रमुख टेक्नोलॉजी इवेंट्स में शामिल होगा तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में वैश्विक स्टार्ट-अप के साथ बैठक करेगा ताकि बाजार की गतिशीलता, मार्केटिंग स्ट्रेटजी और एक्सपोर्ट मार्केट की क्षमता के प्रोस्पेक्टिव को समझ सके। संयुक्त राज्य अमेरिका में रहते हुए, भारतीय स्टार्ट-अप को देखने वाले कुछ उच्च नेट-वर्थ व्यक्तियों (एचएनआई), इन्वेस्टर्स और वेंचर कैपिटलिस्ट (वीसी) से मिलने का भी मौका मिलेगा, जिन्होंने तेजी से आगे बढ़ रहे कुछ प्रमुख भारतीय स्टार्ट-अप में निवेश करके भारतीय स्टार्ट-अप की सफलता की कहानी का हिस्सा बनने में रुचि दिखाई है।
नेशनल कॉन्क्लेव के लिए संभावित स्टार्टअप्स का चयन करने के लिए 6 सितंबर 2022 को आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में पहला स्टार्ट-अप स्टेट कॉन्क्लेव आयोजित किया गया है।