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एयरो इंडिया २०२३ के १४वें संस्करण में थालेस एयरोस्पेस और डिफेंस क्षमताओं से जुड़ी अपनी ‘मेक इन इंडिया’ रणनीति पर प्रकाश डालेगा

नई दिल्ली। एयरो इंडिया २०२३ के १४वें संस्करण में थालेस अपनी पूरी क्षमता के साथ उपस्थित रहेगी। एयरो इंडिया भारत का एक प्रमुख एयर शो है, जिसमें डिफेंस, एयरोस्पेस और स्पेस टेक्नोलॉजी से जुड़ी कंपनियां इस क्षेत्र की अत्याधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन करती हैं। इस एयरो शो में थालेस, ‘मेक इन इंडिया फॉर इंडिया एंड फॉर द वर्ल्ड’ की दिशा में अपनी प्रगति पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगा।
देश में अपनी ७०वीं वर्षगांठ मना रहा थालेस भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत मेक इन इंडिया की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
थालेस का मेक इन इंडिया प्रोग्राम वर्ष दर वर्ष तेजी से आगे बढ़ते हुए भारतीय उद्योग को वैश्विक बाजारों में बड़ी भूमिका निभाने में सहायता कर रहा है। ग्रुप स्थानीय टीमों और कॉलेबोरेशन के जरिये भारत में मैन्युफैक्चरिंग, क्रिटिकल सिस्टम्स और सर्विसेज़ के क्षेत्र में विकसितस्वदेशी क्षमताएं तैयार कर चुका है।
आज थालेस ७५ सप्लायर्स के साथ काम कर रहा है और भारत में १९०० से ज्यादा लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान कर रहा है। इसी के साथ ही थालेस ने जॉइंट वेंचर्स और अन्य साझेदारियों के साथ स्थानीय स्तर पर काफी विस्तार किया है। उदाहरण स्वरूप थालेसभारत डायनेमिक्स लिमिटेड के साथ लेजर बीम राइडिंग मैनपैड (एलबीआरएम) प्रणाली का 60% निर्माण कर रहा है। यह थालेस की ओर से एयरो शो में पेश किया जाने वाला एक प्रमुख प्रोडक्ट होगा। इसके साथ ही शो में कंपनी अपने अन्य स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए डिफेंस इक्विपमेंट का भी प्रदर्शन करेगी।
अपनी बढ़ती स्वदेशी इंजीनियरिंग क्षमता के साथ, थालेस के भारत में बंगलौर और नोएडा स्थित दो वैश्विक इंजीनियरिंग दक्षता केंद्र हैं, जहां १८०० से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनमें से १४०० इंजीनियर हैं। ये दोनों केंद्र वैश्विक जरूरतों के अनुरूप सिविल एवं डिफेंस क्षेत्रों के लिए हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और सिस्टम इंजीनियरिंग क्षमताएं विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इस विस्तार को आगे बढ़ाते हुए, थालेस के एचआर एक्जिक्यूटिव्ज एयरो शो के पब्लिक डेज़ के दौरान उपस्थित रहेंगे। यहां वे भारतीय इंजीनियरिंग टैलेंट से मिलने के साथ इस रोमांचक करियर के अवसरों की जानकारी प्रदान करेंगे।
थालेस भारतीय सशस्त्र बलों की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में सहायता करने के लिए विभिन्न उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है। डिजिटल टेक्नोलॉजी के चार प्रमुख स्तंभों: कनेक्टिविटी, बिग डेटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा के साथ, थालेस के समाधान मिशन की तैयारी को सुनिश्चित करते हैं और इस क्षेत्र की मुश्किलों को हल करते हैं, ताकि सैनिक रणनीतिक और ऑपरेशनल निर्णय लेने पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।
एयरो इंडिया २०२३ में थालेस सेंसर से लेकर इफेक्टर्स तक अपनी विभिन्न एयर डिफेंस क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा। एक सिस्टम इंटीग्रेटर के रूप में समूह अपने रडार की पूरी रेंज के साथ-साथ लेजर बीम राइडिंग MANPAD सहित बहुत कम दूरी की एयर डिफेंस सिस्टम का प्रदर्शन करेगा।
थालेस अपनी सबसे बेहतरीन एयरबॉर्न ऑप्ट्रोनिक्स कैपेबिलिटी को पेश करेगा: इसमें 2-इन-1 टार्गेटिंग और रिकॉन्सिएंस पॉड TALIOS (टार्गेटिंग लॉन्ग-रेंज आइडेंटिफिकेशन ऑप्ट्रोनिक सिस्टम) शामिल है, जो बेजोड़ इमेज गुणवत्ता प्रदान करता है।
कनेक्टिविटी के क्षेत्र में, थालेस SYNAPS A को पेश करेगा। यह SYNAPS सॉफ्टवेयर-डिफाइंड रेडियो फैमिली का एयर बोर्न सदस्य है। यह बैटल फील्ड डिजिटलाईजेशन और C4I सिस्टम के साथ ही ‘आइडेंटिफिकेशन फ्रेंड और फोए’ (IFF) को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है।
नेवीगेशन सेगमेंट में, वायु, जल और जमीनी परिवहन के लिए TopAxyz इंटरनल नेविगेशन सिस्टम का प्रदर्शन किया जाएगा।
थालेस खुले समुद्री क्षेत्रों से लेकर तटरेखाओं तक संपूर्ण समुद्री सुरक्षा और नेवल कॉम्बेट को कवर करता है। समूह इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (रडार, सोनार, इफेक्टर्स, कंम्युनिकेशंस, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, ऑप्ट्रोनिक्स), कमांड एवं कॉम्बैट सिस्टम और सर्विसेज की संपूर्ण वैल्यू चेन उपलब्ध कराता है।
भारतीय नौसेना की सहायता के लिए, थालेस यहां सोनोफ्लैश का प्रदर्शन करेगा। सोनोफ्लैश दरअसल सोनोबॉय की नई जेनरेशन है जो एंटी-सबमरीन युद्ध क्षमताओं को और भी प्रबल बनाती है।
थालेस भारत के एविएशन सेक्टर में एयरलाइंस के लिए सर्विस और सॉल्यूशन प्रदान करने के साथ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को सक्रिय रुप से योगदान दे रहा है। इस वर्ष के शो में थालेस AVANT Up को पेश करेगा, जो थालेस का इनफ्लाइट एंटरटेनमेंट (IFE) सॉल्यूशन से जुड़ा इस इंडस्ट्री का सबसे नया इवोल्यूशन है। इस एयरो शो में हमारी अर्थ ऑब्जर्वेशन स्पेस कैपेबिलिटी की प्रस्तुति बेहद आकर्षक होगी।
भारत में ड्रोन इकोसिस्टम के रफ़्तार पकड़ने के साथ ही थालेस अपने सॉल्यूशंस के विस्तृत पोर्टफोलियो को पेश करेगा, जिसमें स्पायरेंजर जैसे ड्रोन शामिल है। यह एक काउंटर-यूएवी सोल्यूशन हैं जो लोगों की सुरक्षा, महत्वपूर्ण इन्फ्रास्ट्रक्चर और आयोजनों की सुरक्षा के लिए माइक्रो और मिनी-ड्रोन का पता लगाता हैं उन्हें क्लास्सिफाइड करता है और उन्हें नष्ट करता है, यह सिस्टम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय नियमों का अनुपालन करता है।
आशीष सराफ, वाइस प्रेसिडेंट एवं कंट्री डायरेक्टर- इंडिया, थालेस, ने कहा, “भारत में ७० वर्षों का उत्सव मनाते हुए , थालेस आत्मनिर्भर भारत’ जैसी भारत की महत्वाकांक्षाओ के साथ अपनी दीर्घकालिक साझेदारी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक है। हम भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में चल रहे आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण के प्रयासों में अपनी सहायता जारी रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं और लगातार काम कर रहे हैं।

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