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यूनिफॉर्म, गारमेंट ऐंड फैबिक मैन्युफैक्चर्स फेयर 2019 के चौथे संस्करण का आयोजन 17 दिसंबर से 19 दिसंबर के बीच किया जाएगा

नई दिल्ली। सोलापुर गारमेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (SGMA) ने ऐलान कर दिया है कि भारत के चौथे यूनिफॉर्म, गारमेंट ऐंड फैब्रिक मैन्युफैक्चर्स फेयर, 2019 का आयोजन 17 से 19 दिसंबर के बीच मुम्बई के वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे स्थित गोरेगांव एक्जीबिशन सेंटर में किया जाएगा। इसमें सहभागी होने के इच्छुक लोग https://solapuruniforms.com/event पर जाकर खुद को ऑनलाइन तरीके से पंजीकृत कर सकते हैं। सोलापुर में लगातार दो बार कामयाब तरीके से इस प्रदर्शनी का आयोजन करने और इसके तीसरे संस्करण का आयोजन बंगलूर में किये जाने के बाद इस प्रदर्शनी के चौथे संस्करण का आयोजन मुम्बई में किया जा रहा है, जिसका मकसद महाराष्ट्र को दुनिया के यूनिफॉर्म सोर्सिंग हब के तौर पर स्थापित करना है। महाराष्ट्र के टेक्सटाइल मंत्रालय की संकल्पना और राज्य सरकार की साझेदारी में आयोजित इस प्रदर्शनी का सबसे बड़ा उद्देश्य 2024 तक महारष्ट्र में 2500 नयी यूनिट का निर्माण करना और महाराष्ट्र व सोलापुर को यूनिफॉर्म के क्षेत्र में देश/दुनिया में सोर्सिंग हब के रूप में स्थापित करना है।
श्री नीलेश शाह कहते हैं, ‘जल्द ही महाराष्ट्र में राज्य कपड़ा मंत्रालय के सहयोग से एक बड़े गारमेंट पार्क का निर्माण किया जाएगा । बहरहाल, 2019 में होने जा रही प्रदर्शनी का उद्देश्य है कि यहां पर देशभर से 10,000 से अधिक रीटेलर्स/डीलर्स पहुंचें और खुद ही देखें कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री ने किस कदर तरक्की की है। यूनिफॉर्म और गारमेंट सेक्टर से संबंध रखने वाले कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स और कार्पोरेट घराने इस प्रदर्शनी में शामिल होंगे। यूनिफॉर्म फैब्रिक्स मैन्युफैक्चर्स के क्षेत्र के नामी-गिरामी नाम – रेमंड्स, सियाराम, एस. कुमार्स, वालजी, क्यूमैक्स वर्ल्ड, संगम, स्पर्श फैब, रिलायंस, वॉकी टॉकी, स्वराज, शुभ टेक्स, ए. जे. टेक्सटाइल इस प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगे।
ऐसा पहली बार हुआ कि SGMA ने विभिन्न देशों में जाकर रोड शोज किये और भारत में अन्य देशों के दूतावास के अधिकारियों से मुलाकात कर उनसे बातचीत भी की। आज की तारीख में मॉरिशस, केन्या, दुबई, ओमान, नाईजीरिया, घाना, युगांडा, बहरीन, वियतनाम, कतर और सेनेगल जैसे देशों ने इस प्रदर्शनी में हिस्सेदारी को लेकर अपनी हामी भरी है। SGMA के प्रकाश पवार कहते हैं कि हमें उम्मीद है कि इस प्रदर्शनी में कुछ और देश भी हिस्सा लेंगे। इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में तकरीबन 200 स्टॉल विभिन्न प्रकार के यूनिफॉर्म के ट्रेंड और डिजाइन का प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शनी की खास बात ये होगी कि एक ही छत के नीचे कई ब्रांड्स, खुदरा व थोक व्यापारी, उत्पादक, रिटेल चेन, सेमी होलसेलर, ट्रेडर, वितरक, ई-कॉमर्स एजेंट आदि इकट्ठा होंगे। इस प्रदर्शनी में यूनिफॉर्म, मेन्स वेअर, लेडीज और किड्स वेअर, शूज व शॉक्स मैन्युफैक्चर्स, यूनिफॉर्म से जुड़े एक्सेसरीज और यूनिफॉर्म फैब्रिक्स का मुजाहिरा किया जाएगा।
यूनिफॉर्म सेक्टर यानी स्कूल, कॉर्पोरेट वेअर, अस्पताल, होटल, बैग, इंडस्ट्रियल और सरकारी संस्थानों में पहने जानेवाले यूनिफॉर्म की भारी मांग है, मगर आज की तारीख में देश में ऐसा कोई भी ऐसा इवेंट आयोजित नहीं किया जाता है, जहां सभी तरह के यूनिफॉर्म एक ही छत के नीचे उपलब्ध हों. ऐसे में इस ओर गंभीरता से ध्यान दिये जाने से रोजगार में वृद्धि होगी और महाराष्ट्र में निवेश की नयी संभावनाओं का भी निर्माण होगा। राजेंद्र कोचर ने कहा कि भारतीय गारमेंट उद्योग का सीधा मुकाबला बांग्लादेश और कम्बोडिया जैसे देशों से है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार और सोलापुर गारमेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन (SGMA) द्वारा साझा रूप से मुम्बई के गोरेगांव इलाके में आयोजित होने जा रहे इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी में 600 से ज़्यादा डेलीगेट्स के शामिल होने की उम्मीद जतायी जा रही है, जिनमें मॉरिशस, केन्या, दुबई, ओमान, नाईजीरिया, घाना, वियतनाम, युगांडा, बहरीन, कतर और सेनगल जैसे देशों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे.
सोलापुर गार्मेंट मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के रामवल्लभ जाजू कहते हैं, ’यूनिफॉर्म, फैन्सी गार्मेंट और यूनिफॉर्म फैब्रिक्स के निर्माता सभी पहली बार एक साथ ही छत के नीचे अपने कपड़ों का प्रदर्शन करेंगे, जिसका आयोजन मुम्बई में होने जा रहा है। हम मुम्बई में इस प्रदर्शनी के आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं और टेक्सटाइल इंडस्ट्री व देशभर से सहयोग की उम्मीद रखते हैं। ‘यूनिफॉर्म इंडस्ट्री में स्कूल, कॉर्पोरेट वेअर और सरकारी संस्थाओं का शुमार है, जिसका कुल कारोबार 18,000 करोड़ रुपये का है, इसमें से 10,000 रुपये का कारोबार संगठित क्षेत्र के जरिए होता है। उल्लेखनीय है कि इसमें से यूनिफॉर्म के कारोबार में अकेले सोलापुर की भागीदारी 1100 करोड़ रुपये की है, जहां तकरीबन 1000 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में 60,000 कुशल कारीगर काम करते हैं। महाराष्ट्र में स्थित सोलापुर टेक्सटाइल को लेकर अपनी एक विशिष्ट पहचान बना रहा है। ऐसे में इसके प्रमोशन और विस्तार के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यूनिफॉर्म और गार्मेंट एक्जिबिशन का आयोजन किया जा रहा है।
भारत के दक्षिणी इलाकों में यूनिफॉर्म मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री संगठित नहीं है और इसे आमतौर पर स्थानीय स्कूलों में सीधे फैब्रिक के तौर पर उपलब्ध कराया जाता है, जिसे बाद में स्थानीय रीटेलर्स और संस्थानों द्वारा स्थानिय टेलरों से सिलवाया जाता है, जो कि इतना आसान नहीं होता है। ऐसे में वेंडरों और डीलरों द्वारा इस प्रक्रिया को आसान व सहज बनाने की मांग के मद्देनजर ही इस मुम्बई में इस प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है मुम्बई हवाई मार्ग के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों से बढ़िया ढंग से जुड़ा हुआ है । सोलापुर में स्कूल यूनिफॉर्म, बच्चों के कपड़ों, महिलाओं व पुरुषों के ड्रेस की लगातार मांग बढ़ती जा रही है। ऐसे में इस इलाके में इंडस्ट्री में अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है।

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