वीहांत टेक्नोलॉजीज ने लांच किया कृतिस्कैन- यूवी बैगेज कीटाणुशोधन, जो 99.9% सूक्ष्मजीवों को निष्क्रिय करने में सक्षम है
नई दिल्ली। कृत्रिम बुद्धिमत्ता/मशीन लर्निंग आधारित सुरक्षा निगरानी में अग्रणी कंपनी वीहांत टेक्नोलॉजीज और इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर (एआरसीआई) ने संयुक्त रूप से कृतिस्कैन- यूवी बैगेज कीटाणुशोधन को बनाया है जिसका इस्तेमाल होटल, वाणिज्यिक और निजी परिसर, हवाई अड्डे, टर्मिनल और रेलवे स्टेशन पर किया जा सकेगा।
देश में कोरोना के प्रति दिन बढ़ते हुए संख्या को रोकना बहुत आवश्यक है। आज देश में हवाई मार्गों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि के साथ साथ वाणिज्यिक परिसरों के फिर से खोलने, हवाई अड्डों, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों और वाणिज्यिक परिसरों आदि के प्रवेश द्वार पर सामान कीटाणुशोधन का प्रयोग अत्यधिक आवश्यक हो गया है। इस संबंध में, यूवी-सी आधारित कीटाणुशोधन प्रणाली एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। वीहांत टेक्नॉलॉजीज द्वारा निर्मित कृतिस्कैन- यूवी सिस्टम स्वचालित रूप से सामान को कीटाणुरहित कर देता है, जिससे यात्रियों और कर्मचारियों को संक्रामक बीमारी के स्पर्श-प्रसार से बचाने में मदद करती है क्योंकि वे विभिन्न स्थानों से गुजरते हैं। इसके अलावा इस मशीन में इस प्रकार की व्यवस्था की गयी है की यूवी-सी रोशनी इंसानों के लिए किसी प्रकार की कोई हानि न पहुंच सके साथ ही इस मशीन को जल्दी और आसानी से स्थापित किया जा सकता है।
इस अवसर पर वीहांत टेक्नोलॉजीज के सीईओ और सह संस्थापक श्री कपिल बरडेजा ने कहा, ‘वीहांत टेक्नोलॉजीज कोविड 19 संकट के दौरान लोगों को किसी भी कीमत पर सुरक्षित रखने के एकमात्र उद्देश्य के साथ चैबीसों घंटे काम कर रहा है। चूंकि यात्रियों का सामान (बैग इत्यादि) संक्रमण के प्रसार का एक माध्यम हो सकता है, इसलिए हमने एआरसीआई के साथ संयुक्त रूप से कृतिस्कैन- यूवी बैगेज कीटाणुशोधन प्रणाली विकसित की है।’
वे आगे कहते हैं, “वायरल जनित संक्रमण जैसे कोविड-19, MERS, SARS, आदि सार्वजनिक स्थानों जैसे होटल, वाणिज्यिक और निजी परिसरों, हवाई अड्डों, टर्मिनलों और रेलवे स्टेशनों से काफी तेजी से फैल सकते हैं । यह काफी आवश्यक हो जाता है की हम लगातार छुए जाने वाली बस्तुओं पर नजर रखें और उनको समय से डिसइंफेक्ट कर दे। इस मशीन का सेंसिंग मेकनिज़्म अपने आप किसी बस्तु का चैम्बर में पता लगा कर संपूर्ण सतह को कीटाणुरहित करता है।’
इस अवसर पर डॉक्टर जी पद्मनाभन, डायरेक्टर, इंटरनेशनल एडवांस्ड रिसर्च सेंटर (ARCI) ने कहा की ‘आज दुनिया कोविड 19 के साथ सबसे खराब महामारी की स्थिति से गुजर रही है। परिस्थितियों को देखते हुए एआरसीआई और वीहांत टेक्नोलॉजीज ने एक उन्नत UV आधारित सामान कीटाणुनाशक प्रणाली को विकसित करने के लिए एक साथ आने का निर्णय लिया। यह प्रणाली सामान की सतह पर 99.9% रोगाणुओं और वायरस को निष्क्रिय करने में सक्षम है। यूवी क्षेत्र में अपने व्यापक अनुभवों के साथ एआरसीआई के परामर्श और एक्स-रे बैगेज स्कैनिंग सिस्टम के विकास और निर्माण में अपने पूर्व अनुभव और विशेषज्ञता के साथ वीहांत टेक्नोलॉजीज ने रिकॉर्ड समय में कृतिस्कैन यूवी सिस्टम विकसित करने में सफल रहे हैं।’
कृतिस्कैन- यूवी वायरस को निष्क्रिय करने के लिए अत्याधुनिक यूवी-सी (पराबैंगनी) तकनीक का उपयोग करता है। रिफ्लेक्टर्स में लगे लैंप यह सुनिश्चित करते हैं कि यूवी-सी लाइट किरणें हर कोने तक पहुंचे, और सामान का उचित कीटाणुशोधन हो सके। यह मशीन विभिन्न उद्देश्य, स्थान के लिए विभिन्न आकार में उपलब्ध हैं, जैसे की 60X40 और 100×100, प्रत्येक मॉडल प्रकार विभिन्न कन्वेयर गति पर संचालित करने में सक्षम है। यह मशीन हाथ द्वारा संचालित अन्य मशीनों की तुलना में कम समय (8 सेकंड कीटाणुशोधन समय) लेती है। आईआईटी-बॉम्बे (IIT-Mumbai) से तकनीकी सहायता के साथ विकसित, मेड इन इंडिया, कृतिस्कैन- यूवी को इस तरह डिजाइन किया गया है की इस मशीन द्वारा निकली हानिकारक यूवी किरणें बाहर न जा सके।