यूनेस्को फेलोशिप के लिए आवेदन जमा करने की तारीख अब बढ़ाकर 10 जुलाई तक कर दी गयी है
नई दिल्ली। भारतीय कला एवं संस्कृति के मुक्त आनलाइन विश्वकोष सहपीडिया ने यूनेस्को के सहयोग से संचालित अपने फेलोशिप प्रोग्राम के लिए प्रविष्टियां जमा करने की तारीख बढ़ाकर 10 जुलाई तक कर दी है। सहपीडिया-यूनेस्को फेलोशिप (2019) के तीसरे संस्करण का शुभारंभ 20 मई को किया गया था और इसके लिए पहले प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 30 जून रखी गई थी। लेकिन अब इसकी अंतिम तिथि बढ़कर 10 जुलाई तक कर दी गई है। संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से संचालित यह फेलोशिप प्रोग्राम छात्रों, विद्वानों और उत्साहियों को छह महीने की अवधि तक भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जुड़ने और उसके बारे में जानने का अवसर देता है।
यह फेलोशिप पोस्ट-ग्रैजुएट या इससे ऊंची डिग्री रखने वाले शोधार्थियों के लिए उपलब्ध है। आवेदकों को अपनी प्रविष्टियों में दस्तावेजीकरण, शोध या दोनों के मिश्रित वर्गों का चयन करने का विकल्प दिया जाता है। अभ्यर्थी इनमें से किसी वर्ग का चयन कर सकते हैं और इनके आधार पर प्रदेय (डिलिवरेबल्स) के प्रकार का विकल्प चुन सकते हैं।
इस वर्ष फेलोशिप के रूप में प्रत्येक शोधकर्ता को 40,000 रुपये की राशि दी जाएगी और उन्हें पांच भाषाओं में शोध करने का विकल्प रहेगा : अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, तमिल तथा मलयालम। इसके अलावा क्षेत्रीय भाषाओं में काम कर रहे चयनित अभ्यर्थियों को अपने शोधकार्य का अनुवाद कराने के लिए 10,000 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी।
शोध एवं दस्तावेजीकरण के दायरे को व्यापक करने के प्रयास के तहत सहपीडिया-यूनेस्को फेलोशिप शोधकर्ताओं और विद्वानों को डिजिटल प्लेटफाॅर्म मुहैया कराती है ताकि वे अपने कार्यों को अंग्रेजी या क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित करा सकें। फेलोशिप के जरिये तैयार की गई सभी सामग्री सहपीडिया के आॅनलाइन पोर्टल पर डाली जाती है। पहले भी इस फेलोशिप के जरिये दिलचस्प लेकिन गुमनामी के अंधेरे में खो चुकी भारतीय कला, संस्कृति तथा धरोहर गुणवत्तापूर्ण शोध एवं दस्तावेजों का संग्रह कराया जाता रहा है।
आवेदन जमा करने तथा अन्य जानकारियों के लिए कृपया देखें : https://www.sahapedia.org/sahapedia-unesco-fellowship-2019