शिक्षा

आर्किड्स साहित्य महोत्सव के वाद-विवाद प्रतियोगिता के निर्णायक बने प्रख्यात लेखक और पत्रकार शिव अरूर

गुरुग्राम। शैक्षणिक उत्कृष्टता और रचनात्मकता के प्रति मशहूर आर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल द्वारा आयोजित अंतर-विद्यालय साहित्य महोत्सव के दूसरे दिन वाद-विवाद प्रतियोगिता में विलक्षण युवा प्रतिभाओं ने एक-दूसरे के साथ कड़ा मुकाबला किया। इस आयोजन का उद्देश्य आलोचनात्मक चिंतन जाग्रत करना और प्रेरक संवाद की वाक्-कला को प्रोत्साहित करना था। वाद-विवाद नवाचार के पोषण के प्रति इस स्कूल की वचनबद्धता को प्रमाणित कर रहा था। प्रतिभागियों को वाद-विवाद की कला में अपना कौशल प्रदर्शित करते हुए पूरे दृढ़ विश्‍वास के साथ अपने विचारों को स्पष्ट रूप व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस महोत्सव में प्रख्यात लेखक और पत्रकार, शिव अरूर उपस्थित थे। वे प्रतियोगिता के अंतिम दौर के लिए अलग-अलग प्रकाशनों के शीर्षस्थ संपादकों से गठित निर्णायक मंडल में विशिष्ट निर्णायक के रूप में सम्मिलित थे। उन्‍होंने पुरस्कार वितरण के दौरान विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये। अरूर साहित्यिक और पत्रकारिता के क्षेत्र में एक सुविख्यात व्यक्ति हैं। अरूर ने प्रतिभागी स्टूडेंट्स के साथ एक विशेष मार्गदर्शन सत्र का संचालन भी किया।

इस साहित्य महोत्सव के बारे में आर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल की वीपी एकेडिमिक्स, सुधा राजमोहन ने कहा कि, हम इस वर्ष के साहित्य महोत्सव वाद-विवाद में प्रदर्शित मेधा से आनंदित हैं। यह शैक्षणिक उत्कृष्टता, आलोचनात्मक चिंतन, और प्रभावशाली संवाद कला के पोषण के प्रति आर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल की वचनबद्धता दर्शाता है। हम सपने स्टूडेंट्स के अनुभव को समृद्ध बनाने के लिए शिव अरूर और सम्मानित निर्यायक मंडल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। यह वाद-विवाद बौद्धिक विकास और प्रेरणा का समारोह है जिसमें हमारे सर्वांगीण शिक्षा के दृष्टिकोण की झलक मिलती है।
वाद-विवाद को बौद्धिक विकास, शिक्षण, और प्रेरणा के लिए एक मंच माना जाता है, जो शिक्षा में समग्र उत्कृष्टता के प्रति आर्किड्स द इंटरनेशनल स्कूल का समर्पण और मजबूत करता है।

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