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हिंदी की पांच शॉर्ट फिल्मों के कलेक्शन वाली अमेजन ओरिजिनल फिल्म “अनपॉज्ड” का ट्रेलर हुआ जारी

मुंबई। अमेजन प्राइम वीडियो ने आज पांच शॉर्ट हिंदी फिल्मों के कलेक्शन “अनपॉज्ड” का ट्रेलर रिलीज किया। इन फिल्मों की शूटिंग महामारी के दौरान की गई है। इन शॉर्ट फिल्मों में जिंदगी की नई शुरुआत से संबंधित कहानियां पेश की गई हैं। नई अमेजन ओरिजिनल में 5 शॉर्ट फिल्में शामिल हैं।

ग्लिच निर्देशकराज-डीके (दफैमिलीमैन), कलाकारगुलशनदेवेया (अफसोस) औरसैयामीखेर (ब्रीद : इन टू द शैडोज)
मौजूदा समय में जब लोग एक दूसरे के संपर्क में आने से डर रहे हैं, एक व्यक्ति, जिसे हरदम यह भ्रम रहता है कि उसे कोई गंभीर बीमारी है, उसकी एक ब्लाइंड डेट पर एक हरदम खुश रहने वाली अजीब लड़की से मुलाकात होती है।

अपार्टमेंट द्वारा निर्देशित निखिल आडवाणी (डी-डे), कलाकार ॠचा चड्ढा (इनसाइड एज), सुमीत व्याटस (वकालत फ्रॉम होम) और ईश्वतक सिंह(पाताललोक)
जब एक सफल ऑनलाइन मैगजीन की मालकिन को अपने पति की यौन कुंठा और गलत यौन भावनाओं का पता चलता है तो उसे सदमा लगता है और इस हालात से वह तालमेल बैठा पाने में अपने को असमर्थ पाती है। उसे अपने जीवन से कोई उम्मीद नहीं लगती।वह उलझनों के अंधेरे भंवर में डूबकर अपने को दोष देने लगती है और अपने जीवन को खत्म करने की कोशिश करती है।तभी उसके जीवन में एक परेशान करने वाले अजनबी की भेष में आशा की किरण जागती है। हालांकि उनके जीवन में अनुचित रूप से प्रवेश करने वाला अजनबी वास्तविक रूप से उनकी जिंदगी में दखल देने लगता है। उनके बीच होने वाली बातचीत से उसे इस अप्रिय स्थिति का सामना करने के लिए अपनी अंदरूनी ताकत का पता चलता है और इस तरह वह हालात के भंवर से बाहर निकलती है।

रैट-ए-टैट कलाकार रिंकुराजगुरू (सैराट), लिलेट दुबे निर्देशक तनिष्ठा ाचैटर्जी (पार्च्डे)
दो महिलाएं, जिनमें चार दशकों का अंतराल है। इसमें से एक महिला अकेले रहना पसंद करती है और दूसरी महिला अपने हालात की वजह से अकेली रहती है। यह दोनों ही अकेलेपन से जूझ रही है। लॉकडाउन के दौरान उनमें असाधारण और अप्रत्याशित तरीके से मित्रता पनपती है, जो उनके जीवन में नई आशा का संचार करती है और इससे इन दोनों महिलाओं की जिंदगी की नई शुरुआत होती है।

विषाणु निर्देशक अविनाश अरुण( पाताल लोक), कलाकार अभिषेक बनर्जी (पाताल लोक) और गीतिका विद्या ओहलियान (थप्पड़)
लॉकडाउन के दौरान एक युवा प्रवासी परिवार को मकान का किराया न देने के कारण किराए के मकान से निकाल दिया जाता है। यह परिवार अवैध ढंग से एक आलीशान फ्लैट में अवैध ढंग से प्रवेश करने की कोशिश करता है। यह फ्लैट उसी बिल्डिंग में होता है, जिस बिल्डिंग में वह एक मजदूर के रूप में कार्य कर रहे होते हैं। इस समय उनका सपना केवल क्षण भर का ही बनकर रह जाता है। यह उनके लिए एक अभिशाप बनकर सामने आता है, जिसमें उन्हें जिंदगी की कड़वी हकीकत का सामना करना पड़ता है।

चांद मुबारक निर्देशक नित्या डमीतं (मेड इन हैवन) कलाकार रत्ना पाठक शाह (थप्पड़) औरशार्दूल भारद्वाज (भोंसले)
मुंबई में लॉकडाउन के दौरान एक समृद्ध मध्यम वर्ग की अकेली औरत रिक्शा चलाने वाले एक नौजवान की मदद लेने के लिए मजबूर होती है। यह महिला काफी जिद्दी होती है और अपनी क्लास को लेकर काफी सतर्क रहती हैं। वह रिक्शा वाले के महिलाओं के प्रति दकियानूसी विचारों पर काफी क्रोधित होती है। जब ये अलग-अलग वर्ग से संबंध रखने वालेविपरीत विचारधारा के लोग तीन दिन एक साथ गुजारते हैं तो वह धीरे-धीरे अपने विचारों को छोड़ना शुरू करते हैं। उनमें एक-दूसरे के प्रति सम्मान का नया भाव जागता है और आपसी समझदारी की भावना पनपती है।
हिंदी की इन शॉर्ट फिल्मों का कलेक्शन तमिल की पांच शॉर्ट फिल्मों के कलेक्शन पुथुम पुधुकलाई के सफलतापूर्वक लॉन्च होने के बाद बनाया गया। इसके अलावा अमेजन पर दुनिया भर में बेहद सराही गई कई फिल्में रिलीज की गई, जिसमें “छलांग”, “शकुंतला देवी” और “गुलाबो-सिताबो” फिल्म शामिल हैं। इसके साथ ही अमेजन की कई ओरिजिनल सीरीज जैसे “बंदिश बैंडिट्स”, “पाताल लोक” और “ब्रीदरू इंटु द शैडोज”, “मिर्जापुर सीरीज 2” समेत अन्य फिल्में रिलीज की गई है। भारत में 200 देशों और क्षेत्रों में प्राइम मेंबर्स अमेजन की ओरिजिनल शॉर्ट फिल्मों के हिंदी कनेक्शन “अनपॉज्ड” की स्ट्रीमिंग 18 दिसंबर से केवल अमेजन प्राइम विडियो पर कर सकते हैं।
राज और डीके ने कहा, “हम अमेजन प्राइम वीडियो के साथ अपनीसाझेदारी को सफलतापूर्वक आगे बढ़ानेऔर फिल्म निर्माण की शैली को एक साथ खोजने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। फैमिली मैन का निर्माण कॉन्टेंट क्रिएटर्स के तौर पर हमारे लिए एक स्वच्छंद अहसास था। बिना किसी रोक-टोक और रुकावट के अपनी कल्पनाशीलता का पूरा प्रयोग करने का आश्वासन ने हमें ग्लिच के लिए अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। हमें शॉर्ट फिल्में बनाना काफी पसंद आया। हमने इस फिल्म के निर्माण में एक नई स्टाइल और शैली का प्रयोग करने की कोशिश की। महामारी के दौरान सभी तरह के प्रतिबंधों के साथ शूटिंग का असाधारण, अजीब और अनोखा अनुभव था। हमें आशा है कि दर्शक इस नए प्रयास की तारीफ करेंगे।“
निर्देशक अविनाश अरुण ने कहा, “हाल ही में पाताल लोक को मिली सफलता के बाद हम नई शैली के साथ अमेजन प्राइम वीडियो के साथ अपनी साझेदारी को बढ़ाने के प्रति काफी उत्साहित हैं। यह हम सबके लिए एक आत्मनिरीक्षण की यात्रा रही है। हमअमेजन प्राइम विडियो के साथ साझेदारी में इस फिल्म के माध्यम से दर्शकों को संदेश देना चाहते हैं। इस स्थिति ने हम सबको कहानी सुनाने के नए-नए तरीके अपनाने की चुनौती पेश की है। इस हालात में हमें अपनी सुरक्षा और हेल्थ प्रोटोकॉल को ध्यान में रखना पड़ता है, जो इस समय की सबसे बड़ी जरूरत है।“ निर्देशक नित्या मेहरा ने कहा, “कई महीनों तक इनडोर स्टूडियो में शूटिंग करने के बाद सेट पर वापस लौटकर हमें काफी बेहतर महसूस हो रहा है। मैं बहुत खुश हूं कि अमेजन ने कहा है कि यह केवल लॉकडाउन नहीं था, यह उन लोगों से संबंधित था, जो हमसे चाहते हैं कि हम उन्हें ऐसी कहानियां सुनाएं, जिसमें सकारात्मकता की झलक हो। इसी का नतीजा है कि चांद मुबारक फिल्म सामने आई है क्योंकि मैं वास्तव में एक अप्रत्याशित दोस्ती का जश्न मनाना चाहती थी। मैं अमेजन प्राइम वीडियो के साथ साझेदारी कर हमेशा प्रसन्न रही हूं।
तनिष्ठा चटर्जी ने कहा, “इस अप्रत्याशित और संकटपूर्ण समय में दुनिया भर में बहुत से लोगों के लिए नई शुरुआत उम्मीद की इकलौती किरण है। चार अविश्सवनीय प्रतिभावान निर्देशकों के साथ क्रिएटिव फोर्सेज में शामिल होना और अमेजन प्राइम वीडियो के साथ साझेदारी करना काफी उत्साहवर्धक है। मैं उम्मीद करता हूं कि दर्शक इस कहानी से उसी तरह जुड़ सकेंगे, जैसा कि इस फिल्म के निर्माण से जुड़े थे। हमने जैसा महसूस किया था, उसी तरह दर्शक भी महसूस करेंगे।“
निर्देशक निखिल आडवाणी ने कहा, “जहां तक हम एमी से संबंधित है, अनपॉज्ड का हिस्सा बनने में हमें बहुत सोच-विचार करने की जरूरत नहीं पड़ी। इससे हम केवल अदभुत कहानी सुनाने वाले लोगों का हिस्सा बनने का ही मौका नहीं मिला, बल्कि इससे हमें अमेजन प्राइम के साथ साझेदारी को बढ़ाने के लिए एक कदम आगे बढ़ने की भी इजाजत दी। हमने अमेजन प्राइम के साथ जल्द ही रिलीज होने वाली मुंबई डायरीज के लिए भी साझेदारी की है। इस साझेदारी ने हमें व्यक्तिगत रूप से जटिल भावनाओं को साधारण तरीके से दिखाने की इजाजत दी। पारंपरिक फॉर्मेट में फिल्म बनाने से हमें कभी वह इजाजत नहीं मिल सकती थी।”

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