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शिक्षा एक व्यवसाय हो सकती है, लेकिन यह एक भ्रष्ट व्यवसाय नहीं हो सकती : गुलशन देवैया

आज हम निश्चित रूप से यह कह सकते हैं कि साल दर साल, जिस तरह से हमारे शैक्षणिक परिदृश्य ने हमारे देश के युवाओं के करियर और जीवन को आकार दिया है, उसमें भारी उछाल आया है। जहां एक ओर विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षक इससे लाभान्वित होते हैं, वहीं दूसरी ओर हम देखते हैं कि कैसे यह भ्रष्टाचार और फर्जी कारोबार का एक अंधा कुंआ बन गया है, जो दिन-ब-दिन प्रतिभाशाली युवा दिमागों को बर्बादी की गर्त में ले जा रहा है। हाल ही में पश्चिम बंगाल में हुआ शिक्षक भर्ती घोटाला या इससे पहले मध्य प्रदेश में एक चिकित्सा संस्थान के क्लर्क से भारी मात्रा में नकद राशि मिलने की खबर ऐसे ही मामले हैं। जहां हम सभी ने इस भ्रष्टाचार को छोटे या बड़े पैमाने पर देखा, सुना या व्यक्तिगत रूप से इसका अनुभव किया है, वहीं सच तो ये है कि यह किसी बीमारी की तरह पूरे समाज को संक्रमित करता है।
एमएक्स प्लेयर ने हाल ही में अपनी आगामी एमएक्स ओरिजिनल सीरीज़, ‘शिक्षा मंडल’ के पहले लुक की घोषणा की और इसके ठीक बाद, हर दिन भारत के विभिन्न राज्यों से शिक्षा से संबंधित इतने सारे घोटालों और जघन्य अपराधों की खबरें सामने आ रही हैं। यह एक संयोग है कि ‘शिक्षा मंडल… इंडियाज़ बिगेस्ट एजुकेशन स्कैम’ भी सच्ची घटनाओं से प्रेरित एक हिलाकर रख देने वाली कहानी है, जो भारत की शिक्षा प्रणाली में होने वाली इसी तरह की घटनाओं के इर्द-गिर्द घूमती है।
इसके लीड एक्टर गुलशन देवैया, देश में शिक्षा से संबंधित घोटालों पर रोज आ रहीं विचलित करने वाली खबरों पर अपने विचार साझा करते हैं। उन्होंने अपने अतीत के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि वो खुद एक शिक्षक रहे हैं और संयोग से, वो इस सीरीज़ में भी एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले साधारण, मेहनती युवक की महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
अपने अतीत के बारे में बात करते हुए गुलशन देवैया ने कहा, ‘कहते हैं कि शिक्षा सभी पेशों में सबसे नेक पेशा है और अपने जीवन में एक संक्षिप्त अवधि के लिए खुद एक शिक्षक होने के कारण, मैं सचमुच इसी आदर्श में विश्वास करता हूं।’
गुलशन आगे ‘शिक्षा मंडल’ की कहानी के संयोग के बारे में बताते हैं और इससे हमारे आस-पास की हकीकत की तुलना करते हैं। उन्होंने कहा, ‘शिक्षा मंडल की कहानी एक शिक्षा घोटाले के बारे में है, जो कुछ बेईमान लोगों के गलत इरादों और ऐसे बदमाशों के नेटवर्क को उजागर करती है, जो अपनी निजी ताकत और फायदे के लिए घोटाले करते हैं, और बदले में इस देश के कई प्रतिभाशाली, ईमानदार और मेहनती युवाओं की ज़िंदगी बर्बाद कर रहे हैं। यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं है कि इस तरह के बहुत सारे घोटाले हमारे आसपास हो रहे हैं और हाल की खबरों में हमने इनमें से एक के बारे में सुना भी है।’
समाज के ताने-बाने को नष्ट करने वाली ऐसी घटनाओं से बचने के लिए लोगों को जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करने में गुलशन ने बेहिचक अपनी बात कहीं। गुलशन कहते हैं, ‘यदि युवा भारत का भविष्य हैं, तो हम इसके वर्तमान हैं और हमें एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए, जो योग्यता के आधार पर काम करे और किसी भी तरह के भ्रष्टाचार से मुक्त हो। शिक्षा एक व्यवसाय हो सकती है, लेकिन यह एक भ्रष्ट व्यवसाय नहीं हो सकती है।’
सामाजिक रूप से प्रासंगिक कहानी और उतने ही टैलेंटेड कलाकारों के साथ ‘शिक्षा मंडल’ भ्रष्टाचार, फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का खुलासा करेगी, जिसके शिकार भारत के मासूम विद्यार्थी बनते हैं। इस एमएक्स ओरिजिनल सीरीज़ का निर्देशन सैयद अहमद अफज़ल ने किया है और इसमें गौहर खान, गुलशन देवैया और पवन मल्होत्रा मुख्य भूमिकाओं में हैं। ये सीरीज़ जल्द ही एमएक्स प्लेयर पर उपलब्ध होगी।

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