‘‘मैं कभी भी एक्टर नहीं बनना चाहती थी,’’ राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुरेखा सिकरी ने टाटा स्काय सीनियर्स पर कहा
दिल्ली। दिग्गज अभिनेत्री एवं तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले सुरेखा सिकरी, जिन्हें भारतीय टेलीविजन एवं बाॅलीवुड में उनके क्लासिक रोल्स के लिए जाना जाता है, वर्तमान में अपनी सेहत के चलते आॅफ-कैमरा चल रहीं हैं। कई चुनौतियों के बावजूद अभिनेत्री ठीक होने और काम पर लौटने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। टाटा स्काय सीनियर्स पर चैट शो ‘जिंदगी एक सफर’ के सैट पर हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि वे कभी भी नेशनल स्कूल आॅफ ड्रामा (एनएसडी) में नहीं जाना चाहती थीं।
शो पर बातचीत के दौरान इस जानी मानी अभिनेत्री, जो अपनी आखरी फिल्म ‘बधाई हो’ में नजर आई थीं, ने कहा, ‘‘मैं हमेशा से पत्रकार बनना चाहती थी, क्योंकि मुझे पढ़ना और लिखना बहुत पसंद है। लेकिन काॅलेज केे दिनों में कुछ नाटक करने के बाद मैं इक्तिफाक से एनएसडी पहुंच गई।’’ अपनी एक्टिंग की यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 1978 में अपनी पहली फिल्म की थी और मुझे याद है कि मैंने सत्यजीत रे को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया था कि मुझे अपनी एक फिल्म में मौका दें।’’
इस अभिनेत्री ने 60 साल की उम्र के बाद अपने एक्टिंग करियर में कई पुरस्कार जीते हैं। उनका मानना है कि एक व्यक्ति को अपने लिए नए लक्ष्य तय करते रहना चाहिए, फिर चाहे आपकी उम्र कुछ भी हो। वे रिटायरमेन्ट में भरोसा नहीं रखतीं। वे कहती हैं कि वे आलसी हैं, और अपनी स्वास्थ्य से संबंधित परेशानियों से बाहर निकलने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश नहीं कर रहीं हैं।’’
टाटा स्काय सीनियर्स #505 पर और लाईव टीवी एवं एक्सक्लुजिव्स के तहत टाटा स्काय मोबाइल ऐप पर सुरेखा सिकरी की जीवन यात्रा के बारे में अधिक जानकारी पाएं।