हलचल

नगर विकास न्यास एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत 1630 करोड़ के 19 कार्य प्रगति पर

कोटा। नगर विकास न्यास एवं स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कोटा शहर के सर्वांगीण विकास एवं आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये 1630 करोड़ 28 लाख रूपये के विभिन्न19 परियोजना कार्य प्रगति पर चल रहे हैं। नगरीय विकास मंत्री शांति शांति कुमार धारीवाल के प्रयासों और विकास के प्रति उनके विजन से चल रहे प्रोजेक्ट्स से यातायात सुगम होगा, पीने के पानी की सुविधा बढ़ेगी, लोगों को रहने को आवास मिलेंगे,शहर का सौन्दरकरण हो कर पर्यटन विकास को बढ़ावा मिलेगा और शहर का आधरभूत ढांचा मजबूत होगा।
चम्बल नदी के किनारे बैराज से लेकर नयापुरा पुलिया तक चम्बल रिवर फ्रंट योजना में करीब 6 किलोमीटर में हेरिटेज लुक के साथ मुगल गार्डन की तर्ज पर खूबसूरत पर्यटक स्थल बनाया जा रहा है। इस के बीच के नालो को डायवर्ट कर अलग से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना कर उस मे डाला जाएगा। यह फ्रंट गोमती एवं सावरमती नदियों के फ्रंट से अधिक आकर्षक होगा। इस पर 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अनेक आकर्षणों के साथ पर्यटन की दृष्टि से विश्व स्तर का बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं।
आईएल कॉलोनी में 30 हेक्टेयर भूमि पर करीब 112.83 करोड़ रुपये से ऑक्सिजोन विकसित किया जा रहा है। इसमें 10 हजार पेड़ लगाए जाएंगे,पक्षियों के लिए स्थान संरक्षित होंगे, जलाशय, हेल्थ जोन, आर्ट हिल जैसी संरचनाएं बनाई जाएंगी जो पर्यटकों को लुभायेगा।यह प्रोजेक्ट इस लिये महत्वपूर्ण है कि इसकी प्रकृति प्रेमियों की बड़ी मांग पूरी होगी और शहरवासियों को एक नया प्राकृतिक पर्यटन स्थल देखने को मिलेगा।
यूडीएच मंत्री धारीवाल के मुताबिक इन दोनों महत्वपूर्ण बड़े प्रोजेक्ट्स के कार्यो के साथ-साथ तीसरा बड़ा प्रोजेक्ट शहर को मवेशियों की समस्या एवं इनके कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुनिया, देवरी एवं धर्मपुरा में न्यास की जमीन पर करीब 105 हेक्टेयर भूमि पर पशुपालक एवं डेयरी जोन बनाया जा रहा है। देव नारायण पशु पालन नामक इस योजना में 300 करोड़ रुपये खर्च कर पशुपालकों के लिए आवास, पशु बाड़े, स्वास्थ केंद्र, स्कूल, पशु चिकित्सालय सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। आवास के लिए पशुपालकों को प्रधान मंत्री आवास योजना में अनुदान भी दिया जाएगा। यहां दूध मंडी भी होगी। इस योजना का प्रारूप कोटा के वास्तुकार पीयूष गोयल ने तैयार किया हैं।

  • अंडरपास-फ्लाईओवर

अन्य प्रोजेक्ट्स के अंतर्गत 70 करोड़ रुपये की लागत से अनंतपुरा तिराहे पर फ्लाईओवर निर्माण, अंटाघर चैराहे पर 23.96 करोड़, एरोड्राम चौराहे पर 50 करोड़ एवं गोबरिया बावड़ी चैराहे पर 20.89 करोड़ रुपयों से भूमिगत मार्ग के निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहे हैं। पार्किंग सुविधा विकास के लिये 12.06 करोड़ से जयपुर गोल्डन के पास एवं 15.19 करोड़ रुपये से मल्टीपरपज स्कूल गुमानपुरा परिसर में निर्माण कार्य प्रगति पर चल रहे हैं। गुमानपुरा में स्थित इंद्रा गांधी तिराहे पर 55.40 करोड़ से अंडरपास एवं फ्लाईओवर एवं झालावाड़ रोड़ पर सिटिमाल के सामने 46.35 करोड़ से एलिवेटिड रोड के कार्य भी प्रगति पर चल रहे हैं।

  • चौराहों का सौन्दरीकरण

शहर के नयापुरा स्थित विवेकानन्द, एरोड्राम से सीएडी के मध्य घोड़े वाला बाबा तथा अदालत चैराहों के विकास कार्य भी प्रारम्भ कर दिये गये हैं। विवेकानन्द चैराहे पर 22.37 करोड़, घोड़े वाला बाबा तिराहे पर 13.83 करोड़ रुपये एवं अदालत चैराहे के लिये 7.30 करोड़ रुपये के प्रावधान किये गये हैं।

  • जलापूर्ति परियोजना

शहर में जलापूर्ति को प्रभावी बनाने के लिये 163.38 करोड़ रुपये से श्रीनाथपुरम में 50 एम.एल.डी. क्षमता का नया जल संशोधन संयंत्र, सकतपुरा 130 एम.एल.डी.परियोजना में 70एम.एल.डी. सुविधा का विस्तार एवं अकेलगढ़ पेयजल परियोजना पर संयंत्र पर आवश्यक जलापूर्ति कार्य किये जा रहें हैं।
अन्य महत्वपूर्ण कार्यो में 40 करोड़ की लागत से एमबीएस चिकित्सालय में नवीन ओपीडी ब्लाक निर्माण, 30 करोड़ रुपये से जेके लोन चिकित्सालय में 156 बेड की क्षमता का इंडोर ब्लॉक एवं ओपीडी ब्लॉक के कार्य भी प्रगति पर चल रहे हैं। नयापुरा स्थित जे. के. क्रिकेट पवेलियन इंडोर खेल सुविधाएं विकसित करने के लिए 25 करोड़ रुपये की लागत से स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का विकास किया जा रहा है। नयापुरा स्थित छत्रविलास उद्यान का सुदृढ़ीकरण कार्य के लिये 12.88 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

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