इनेली साउथ एशिया मेंटर डा. दीपक को “ग्लोबल लाईब्रेरीयन अवार्ड” इफ्ला वॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया गया
कोटा। ए.के.एस एजुकेशन अवार्ड्स ने दुनिया के सभी संवर्गो मे श्रेष्ठ कार्य कर रहे पुस्तकालयाध्यक्षों के कार्यों की सराहना के लिये प्रतिष्ठित पुरस्कार “ग्लोबल लाईब्रेरीयन अवार्ड” की शुरुआत की और विश्व इतिहास में अपनी तरह का पहला पुरस्कार दुनिया के सभी क्षेत्रों और समुदायों से पुस्तकालय सेवाओं में उत्कृष्ट पेशेवरों को पहचानने और सामुदायिक निर्माण में उनके योगदान को उजागर करने और प्रेरणादायक मान्यता सेवाओं के माध्यम से एक बेहतर समाज बनाने में मदद करने के लिए शुरू किया। इस पुरुस्कार के लिये 8 देशों मे से चयन किया।
डा दीपक कुमार श्रीवास्तव को ग्लोबल लाईब्रेरीयन कॉनक्लेव एवं अवार्ड सेरेमनी मे ऑनलाईन ग्लोबल लाईब्रेरीयन अवार्ड-2021 से पुरस्कृत किया गया। ग्लोबल लाइब्रेरियन्स अवार्ड” का उद्देश्य दुनिया के सभी सुदुर क्षेत्रों में सक्रिय लाईब्रेरीयंस तक पहुंचना है, असाधारण पुस्तकालय पेशेवरों की पहचान करना, जिन्होंने अपने पेशे में उत्कृष्ट योगदान दिया है, उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है, शिक्षार्थियों के लिए उत्कृष्ट योगदान दिखाया है और अपने नवाचार के माध्यम से समुदाय की सेवा की है।
इस अवार्ड्स का मुख्य आधार राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर अर्जित उपलब्धियां है। गौरतलब है कि कोवीड-19 के प्रारम्भ मे डा दीपक कुमार श्रीवास्तव के “नोलेज एट यौर डोर स्टेप – व्हाटसएप इनीशियेटीव” को विश्व के सबसे बडे पुस्तकालय विज्ञान के संगठन इन्टरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाईब्रेरी एसोशियेशन एण्ड इंस्टीट्युशन (इफ्ला) तथा अमेरीकन लाईब्रेरी एसोशियेशन (एएलए) ने ग्लोबल रिपोर्ट मे शामिल किया वही स्वयं डा श्रीवास्तव का नाम उनके पुस्तकालय के क्षेत्र मे नवाचारो के लिये “इफ्ला वॉल ऑफ फेम” मे दर्ज किया गया है। डा दीपक वर्तमान मे डा दीपक इनेली साउथ एशिया मेंटर भी है तथा एशियाई देशो नेपाल, बाग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, मालद्वीप के इनोवेटर्स को ऑनलाईन स्कील्ड भी कर रहे है।