हर घर में नल योजना के कार्यो की क्रियान्विति समयबद्व हो : जिला कलेक्टर
–डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
जल जीवन मिशन क्रियान्वयन समिति की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक बुधवार को जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़ की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित की गई जिसमें जिले में हर घर नल से पेयजल के लक्ष्य को पूरा करने के लिए समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
जिला कलक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्य को सरकार की मंशा के अनुरूप पूर्ण गति के साथ क्रियान्वित करते हुए निर्धारित समय में हर घर में नल का पानी पहुंचाने के लिए अधिकारी टीम भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि जिले में जल योजना के तहत बनाई गई स्कीम की क्रियान्वित समय पर हो, कार्य की गुणवत्ता के निरंतर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में अभी तक ग्राम स्तरीय समितियों का गठन नहीं हुआ हैं एवं विलेज एक्शन प्लान नहीं बना है उनमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर शीघ्र एक्शन प्लान तैयार करें। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन ग्रामीण में पेयजल समस्या निराकरण के लिए महत्वपूर्ण योजना हैं इसमें स्थानीय भागीदारी के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ आम नागरिको को भी प्रेरित करें जिससे वे अपना हिस्सा राशि समय पर जमा करा सकें। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में सभी ग्राम पंचायतों का जीपीडीपी प्लान तैयार होना हैं उसमें पेयजल से संबंधित प्लान का समावेश कर ग्राम सभाओं में जल जीवन मिशन की जानकारी भी ग्रामीणों को दें।
जिला कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत जिले के सभी राजकीय विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों को शामिल कर पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शेष संस्थाओं को प्राथमिकता से शामिल करें। उन्होंने योजना के तहत पेयजल टंकियों का निर्माण एवं पाईप लाईनों के कार्यों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सलाह कर गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने अटल भू-जल योजना में भी संबंधित ग्राम पंचायतों का प्लान बनाकर ग्राम सभाओं में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों को जानकारी देने के निर्देश दिए।
सीईओ जिला परिषद ममता तिवाड़ी ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों का पंचायतों राज संस्थाओं के माध्यम से सर्वे कराकर राजकीय विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों की सूचना तैयार कराई गई उसको प्लान में शामिल कर समय पर पेयजल व्यवस्था करायें। उन्होंने बताया कि 8 ग्राम पंचायत भवन, 220 स्कूल, 321 आंगनबाड़ी केन्द्र तथा 46 स्वास्थ्य केन्द्रों में पेयजल व्यवस्था का प्लान शामिल करना हैं। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद रखते हुए जल जीवन मिशन के लक्ष्यों को पूरा करवाने की बात कही।
अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सुधीर वर्मा ने बताया कि जिले में 81 गांवों में 26 हजार 460 घरों में नल से पानी पहुंचाने का प्लान बनाया गया हैं जिसमें 46 गांवों में 35 योजनाऐं बनाकर क्रियान्विति की जा रही है, जिससे 21 हजार घर लाभान्वित होंगे। उन्होंने बताया कि जिले में बोराबास-मण्डाना, रामगंजमण्डी-पचपहाड़ एवं परवन से पेयजल योजनाएं तैयार कर क्रियान्विति प्रक्रियाधीन हैं इससे जिलेभर में सभी गांवों में शुद्ध पेयजल पहुंच सकेगा। अधिशाषी अभियंता सोमेश मेहरा ने विलेज एक्शन प्लान, पेयजल टंकी निर्माण एवं ग्राम स्तरीय समितियों के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ भू-जल वैज्ञानिक प्रवाल अर्थवा ने बताया कि जिले में 26 पंचायतों में अटल भू-जल योजना के तहत प्लान बनाया हैं जिसमें से 10 ग्राम पंचायतों का प्लान तैयार कर लिया गया हैं।
इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर सीलिंग सत्यनारायण आमेठा, उप निदेशक महिला अधिकारिता मनोज मीणा सहित जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सभी अभियंतागण एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।