पेण्डेमीक पर भारी इंफोडेमीक : डाॅ. दीपक
कोटा। अमेरीकन लाईब्रेरी एसोशियेशन (ए.एल.ए.), इनेली साउथ एशिया, इंफोर्मेशन लाईब्रेरी एशोसियेसन एण्ड इस्टीट्युशन (इफ्ला) एण्ड एम.एस .स्वामीनाथन रिसर्च फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वाधान मे “युनाईटेड नेशन सस्टेनेबल गोल्स तथा उनके क्रियान्वयन मे सार्वजनिक पुस्तकालयो की भुमिका” विषय पर आयोजित अंतराष्ट्रीय वर्चुअल सम्मेलन मे इनेली साउथ एशिया मेंटर डाॅ. दीपक कुमार श्रीवास्तव मण्डल पुस्तकालयाध्यक्ष राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा ने“युनाईटेड नेशन सस्टेनेबल गोल्स न. 3 – “गुड हेल्थ एण्ड वेल बिईंग” की एडवोकेसी करते हुये कहा कि “ पेण्डेमीक मे यदि कोई गोल सबसे महतवपुर्ण है तो वह “गुड हेल्थ एण्ड वेल बिईंग” क्योंकि अधिकतर केसेज मे समुदाय के सदस्य मिसइंफोर्मेशन, माल- इंफोर्मेशन इत्यादि की वजह से भयभीत हुये है किसका सीधा असर जन सामान्य के स्वास्थ्य पर पडा है गलत जानकारी ने जन सामान्य के मानसिक स्वास्थ्य को काफी प्रभावित किया है कई केसेज मे तो यह मृत्यु का कारण तक भी बन गया है इसलिये पीपुल्स लाईब्रेरीयन होने के नाते इंफोडेमीक के शिकार लोगों को बिब्लिओथेरेपी के जरिये श्रेष्ठ अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाकर मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल की जा सकती है।
इस कथन पर अमेरीकन लाईब्रेरी एसोशियेशन (ए.एल.ए.) की इंटरनेशनल कंसलटेंट लोयडा ग्रेसिया फेबो ने इस इनिशियेटीव की सराहना करते हुये कहा कि हमें इस कोटा पब्लिक लाईब्रेरी के इस प्रयास से सीखना चाहिये। इस अवसर पर इंफोर्मेशन लाईब्रेरी एशोसियेसन एण्ड इस्टीट्युशन (इफ्ला) के स्टीफन वाईबर तथा एम.एस .स्वामीनाथन रिसर्च फाउण्डेशन के इनेली प्रोजेक्ट की स्ट्रेटेजिक चीफ प्रियंका मोहन समेत इनेली इण्डीया इनोवेटर डा नीजा सिंह, डा गोपाल मोहन शुक्ला, डा जानकी रमन, डाॅ. प्रभजौत कौर, बिनोय मेथ्यु, साईराम, अर्शी नाज समेत प्रोफेसर विजयन ने भी संबोधित किया।