हलचल

प्रियगल्प’ बांग्ला भाषा की कहानियों का हिंदी अनुवाद पुस्तक का विमोचन

-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
अखिल भारतीय साहित्य परिषद्, कोटा के तत्वावधान में डा अपर्णा पाण्डेय की नव प्रकाशित पुस्तक ‘प्रियगल्प’ बांग्ला भाषा की कहानियों का हिंदी अनुवाद पुस्तक का विमोचन श्री रामंदिर, गायत्री विहार में हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्रो नीलिमा सिंह, कुलपति ,कोटा विश्वविद्यालय थीं। अध्यक्षता भगवती प्रसाद गौतम ने की विशिष्ट अतिथि के रूप में कोटा के जाने-माने चिकित्सक और वरिष्ठ साहित्यकार गिरिवर गिरि थे। मीडिया प्रभारी नहुष व्यास ने बताया कि प्रिय गल्प ‘पुस्तक पर कृति परिचय वरिष्ठ साहित्यकार कृष्णा कुमारी’ कमसिन और समीक्षा विष्णु शर्मा हरिहर अखिल भारतीय साहित्य परिषद् चित्तौड़ प्रांत के अध्यक्ष ने की। इस अवसर पर डॉ अपर्णा पाण्डेय की दूसरी पुस्तक सांख्यकारिका की समीक्षा अग्निमित्र शास्त्री ने की । महर्षि कपिल प्रणीत सांख्य दर्शन के पच्चीस त्तत्वों पर प्रकाश डाला और कहा डा. पाण्डेय ने सरल उदाहरणों के द्वारा अति कठिन विषय को सुगम बना दिया है। सांख्यकारिका की भूमिका पद्मश्रीआचार्य श्री रमाकांत शुक्ल ने लिखी है।समीक्षा के साथ ही उपस्थित साहित्य कारों ने सरस कर्णप्रिय काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में कोटा नगर के वरिष्ठ साहित्यकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे। प्रेम शास्त्री, भगवत सिंह मयंक, वेदप्रकाश, रघुनंदन हठीला, अनुराधा शर्मा, श्यामा शर्मा, जितेंद्र निमोर्ही, नंदलाल अनमोल योगिराज योगी, गीता जाजपुरा जैसे साहित्यकारों ने अपनी सरस रचनाएं प्रस्तुत कीं। महेन्द्र शर्मा, अतिरिक्त जिला शिक्षाधिकारी, कोटा ने नव प्रकाशित पुस्तक की भूरि- भूरि प्रशंसा की, और कहा आज जिस तरह का समाज बन रहा है, वहां ऐसी गंभीर चर्चा होना आवश्यक है, जिससे हमारे बच्चे समाज और साहित्य से जुड़ सकें। कार्यक्रम का संचालन रामेश्वर शर्मा’रामू भैया’ने किया। कार्यक्रम के अंत में डाअपर्णा पाण्डेय ने उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

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