प्राकृतिक ऑक्सीजन की फैैक्ट्री ऑक्सीजोन पार्क अंतिम चरण में
–डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
कोचिंग सिटी कोटा के पर्यावरण को नई दिशा, दशा देने के साथ शहरवासियों, स्टूडेटस ओर पयर्टको के लिए आकर्षण का केन्द्र बनने वालें ऑक्सीजोन पार्क का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। नए वर्ष में शहरवासियों को इसकी सौगात देने की तैयारी है।
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि 100 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण 71 एकड़ में किया गया है। सिटी पार्क में 72 प्रतिशत क्षेत्र में वृक्षारोपण, 16 फीसदी क्षेत्र में जलसंरचना तालाब, नहर का निर्माण ओर 12 प्रतिशत हिस्से में विश्वस्तरीय तकनीक के पक्के निर्माण किए गए हैं। उन्होंने बताया कि पर्यावरण सरंक्षण, स्टूडेटस का उत्साहवर्धन, पक्षीयों की शरण स्थली और बच्चों, बडो, वृद्वजनों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनेंगे और मनोरंजन करेंगे, साथ-साथ खुशनुमा माहौल मुहैया करवाएंगे। ऑक्सीजोन पार्क 4 किलोमीटर एरिया में तापमान में कमी रखेगा ओर करीब 8 किलोमीटर एरिया तक पार्क का सघन वन की आक्सीजन का असर रहेगा।
नगर न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि प्राणवायू की प्रचुरता के लिए तुलसी वन और विभिन्न सुगंधो वाले फूलों के विशेष जोन बनाए गए है। करीब 50 हजार छोटे-बडे पेड पौधे पार्क में लगाये गए हैं। हरियाली के साथ-साथ 1200 मीटर की नहर ओर तालाब का भी निर्माण करवाया गया है। पार्क का आकर्षक प्रवेश द्वार तैयार किया जा रहा है। पार्क में साइकिल ट्रैक के साथ वॉकर्स के लिए नहर के चोरो ओर पक्का ओर कच्चा पाथ वे का निर्माण करवाया गया है।
सचिव ने बताया कि इसके साथ ही विश्वस्तरीय तकनीक के समावेश के साथ ग्लास हाउस, काइनेटिक टॉवर रोटरी, डिस्क फाउंटेन, इनवरटेड पिरामीड, आर्ट हिल, वाईफाई केफे, डक पोन्ड, फूड एरिना, बच्चों के लिए प्ले जोन, सिनियर सिटीजन पार्क, बोटानिकल पार्क, नॉलेज इज फ्रीडम प्रतिमा, ट्री मेल, स्टार प्लाजा फाउटेंन, एवरी पक्षी विहार, सेव द अर्थ का संदेश देती चार वैज्ञानिको की प्रतिमाए, वालकेनो, जोगिंग ट्रेक सहित विश्वस्तरीय तकनीक के साथ कोचिग स्टूडेंट्स को तनावमुक्त रखने उनको रिसर्च वर्क के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध करवाने वाले वाले संसाधनों का समावेश पार्क में किया गया है।