सहपीडिया ने फ्रेम फोटोग्राफी ग्रांट के दूसरे सत्र की घोषणा की
नई दिल्ली। भारत और दक्षिण एशिया में सांस्कृतिक मूल्यों के विषय के साथ जुड़े फोटोग्राफरों के लिए एक सुनहरा अवसर पेश करते हुए भारतीय कला एवं संस्कृति का डिजिटल विश्वकोष सहपीडिया ने अपने सालाना फ्रेम्स फोटोग्राफी ग्रांट के दूसरे सत्र की घोषणा की है। इंडसइंड बैंक द्वारा वित्तपोषित सहपीडिया फ्रेम्स फोटोग्राफी ग्रांट के तहत ऐसे 20 फोटोग्राफरों को पुरस्कृत किया जाएगा, जिनका चयन जाने-माने फोटोग्राफर और क्यूरेटर दिनेश खन्ना करेंगे। वह अभी Sahapedia.org के चीफ विजुअल कंसल्टेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। खन्ना नजर फाउंडेशन के प्रमुख ट्रस्टी और दिल्ली फोटो फेस्टिवल के सह-संस्थापक हैं। वह सहपीडिया की संपादकीय और कंटेंट टीम के साथ विमर्श करने वाली चयन प्रक्रिया में शामिल रहेंगे।
सहपीडिया के विजुअल रिसर्चर आयान घोष बताते हैं, “ग्रांट उभरते एवं स्थापित फोटोग्राफरों को दक्षिण एशिया के विविधतापूर्ण मानवशास्त्रीय, कलात्मक और सांस्कृतिक परिदृश्य को संजोने के लिए मुकाम और साधन उपलब्ध कराने के लिए आयोजित किया जाता है। सहपीडिया छवियों के व्यापक सृजन के जरिये तत्काल संतुष्टि दिलाने वाले इस युग में फोटोग्राफरों को ‘स्लो फोटोग्राफी’ के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करती है ताकि वे फोटो पत्रकारिता की श्रेष्ठ परंपरा अपना सकें। लंबी अवधि तक धीमी प्रक्रिया के जरिये फोटो शूटिंग से फोटोग्राफर विषय के साथ अधिक तल्लीनता से जुड़ पाएंगे और अपनी विषय-कथाओं में अधिक गहराई से पड़ताल कर पाएंगे।”
फोटोग्राफी ग्रांट के तहत चयनित फोटोग्राफरों को 1 जनवरी 2019 से तीन महीने की अवधि के लिए अपनी परियोजनाएं प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाएगा और ऐसे फोटोग्राफरों को 25,000 रुपये के अनुदान के अतिरिक्त यात्रा खर्चों की प्रतिपूर्ति भी की जाएगी। आवेदन करने की अंतिम तिथि 15 नवंबर रखी गई है और चयन प्रक्रिया 25 दिसंबर को खत्म हो जाएगी।
अनुदान पाने वालों के फोटोग्राफी कार्यों को फोटो लेखों के तौर पर सहपीडिया की वेबसाइट (Sahapedia.org) पर और संबंधित सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर प्रकाशित किया जाएगा। आवेदकों से अपने प्रस्तावित थीम का संक्षिप्त अवधारणा विवरण (300-500 तक शब्द सीमा में) मांगा जा रहा है। इसके साथ ही उन्हें अपने बायोडाटा की एक प्रति और अपने आॅनलाइन या प्रकाशित कार्यों का पोर्टफोलियो भी भेजना होगा। सभी प्रविष्टियां frames.grant@sahapedia.org पर भेजनी होंगी।
इससे पहले के सत्र में फेलोशिप के लिए 300 से अधिक फोटोग्राफरों ने आवेदन किया था, जिनमें से 25 उम्मीदवारों को अंतिम सूची के लिए चुना गया। ग्रांट के पहले सत्र से छांटे गए फोटो लेखों को सहपीडिया की वेबसाइट (https://www.sahapedia.org/sahapedia-frames) पर देखा जा सकता है, जिनमें शेखावटी हवेली, करगिल के उपेक्षित स्थानीय बालटी समुदायों और मध्य प्रदेश की बैगा जनजाति में टैटू बनाने की परंपराओं के विलुप्त होते महत्व, आदि पर फोकस किया गया है।
प्रविष्टियां भेजने की पात्रता और नियमों समेत विस्तृत प्रक्रिया यहाँ उपलब्ध हैः (https://www.sahapedia.org/