कोरोना लॉकडाउन के बीच देहाड़ी मजदूरों के भोजन का सहारा बने तजिंदर पाल सिंह बग्गा, विरोधियों से भी मिली जमकर तारीफ
नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस महामारी अपने पाँव पसार चुकी है ऐसे में विश्व के लगभग हर देश में लॉक डाउन है। WHO के अनुसार भी कोरोना संकट से निपटने के लिए इसकी चेन को तोड़ना होगा और लॉक डाउन ही इसका सबसे कारगर उपाय है। कोरोना वायरस महामारी के संकट से निपटने के लिए भारत में आज से लॉकडाउन पार्ट-2 लगाया गया है। पहले 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन था, लेकिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में इसे बढ़ाकर 3 मई कर दिया। अब तीन मई तक लोगों को घरों में ही रहना होगा और अनुशासन का पालन करना होगा।
कोरोना संकट के साथ-साथ भारत में सबसे बड़ा संकट देहाड़ी मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों की जिंदगी पर आन पड़ा है जिसके लिए सरकार ही नहीं सैकड़ों लोगों सहित कई संस्थाओं ने हाथ बढाया है, जो गरीब लोगों के खाने और राशन पानी की व्यवस्था कर कोरोना महामारी से लड़ने में उनकी सहायता कर रही हैं। सोशल मीडिया पर भी कई लोग इस मुहिम में लोगों की सहायता करते नजर आ रहे हैं।
इस ही कड़ी में बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा सबसे आगे नजर आ रहे हैं जो बिना किसी भेदभाव के कोरोना महामारी से लड़ने में दिहाड़ी मजदूरों, रेहड़ी-पटरी वालों व अन्य गरीबों की हर संभव सहायता कर रहे हैं। अपने नेटवर्क का सदुपयोग कर वे ट्विटर के जरिये देश भर के लोगों की सहायता कर रहे हैं। बीते दिनों चंडीगढ़ में फसे 203 यूपी-बिहार के भूखे मजदूरों हेतु खाने की पर्याप्त व्यवस्था करा कर उन्होंने न केवल मानवता का परिचय दिया बल्कि देश भर के युवा कार्यकर्ताओं के लिए भी प्रेरणा बने।
तजिंदर बग्गा ने न केवल उत्तर भारत में बल्कि सम्पूर्ण भारत में अपने नेटवर्क के जरिये गरीब निसहाय मजदूरों के साथ साथ अन्य मिडल क्लास लोगों को भी दवाई, खाने पीने की सामग्री व राशन उनके घर पर ही उपलब्ध करा कर मानवता के एक अद्वितीय रूप का परिचय दिया है। इस मुहीम में अब उन्होंने अपने साथ अनेक सोशल मीडिया कार्यकर्ताओं को जोड़कर लगभग हर राज्य में मदद पहुँचाने की व्यवस्था कर ली है।
देश भर में रह रहे बिहार के लोगों की सहायता करने पर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी ट्वीट कर उनकी तारीफ कर कहा कि बिहार एक बार फिर आपका ऋणी हो गया। (https://twitter.com/TejYadav14/status/1243921963212398593)
बग्गा, न केवल ट्वीट के माध्यम से बल्कि स्वयं भी दिन-रात लग कर देश भर में लॉक डाउन से प्रभावित मजदूरों तक उनके घर पर ही सहायता पहुंचा रहे हैं जिसके लिए उन्हें बड़ी बड़ी हस्तियों का समर्थन भी मिलने लगा है। हाल ही में केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी, वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस आदि ने ट्वीट कर उनके इस कार्य की सराहना की है। उन्होंने ट्वीट कर पत्रकारों को भी साथ आने को कहा था जिसमें उन्होंने पत्रकारों की गाड़ियों में राशन किट रख कर जहाँ भी कोई गरीब व्यक्ति परेशान हो उसकी मदद करने का आह्वान किया था, जिसके बाद कई पत्रकारों ने भी उनकी इस मुहीम का समर्थन किया।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई अभी बाकी है और समाज में तजिंदर बग्गा जैसे लोग हों तो यह लड़ाई सुगम हो जाती है। ट्विटर के माध्यम से वह जब से लॉक डाउन आरम्भ हुआ है तब से वे प्रति घंटे 10-15 लोगों की सहायता कर रहे हैं। इन दिनों वे दिन-रात ट्विटर पर बिता रहे हैं ताकि उनकी नजर में आये प्रत्येक व्यक्ति की वह सहायता कर सकें।
लॉक डाउन की अवधि बढ़ने से लोगों की मुश्किलें और भी बढ़ने लगी हैं ऐसे में देहाड़ी मजदूरों, रेहड़ी पटरी वालों को राशन व खाना मुहैया कराना न केवल सरकार की बल्कि समाजिक लोगों की भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है। कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को सबको साथ मिलकर लड़ना होगा, कठिनाइयाँ अनेक आएँगी लेकिन उनका डटकर मुकाबला करने पर ही भारत इस लड़ाई में विजय प्राप्त करेगा।