हलचल

महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में कर रही मिसाल कायम : जिला कलेक्टर

कोटा। जिला कलक्टर हरिमोहन मीना ने कहा कि महिलाएं आत्मनिर्भर बन कर प्रत्येक क्षेत्र में मिसाल कायम कर रही हैं। समाज का दायित्व है कि लैंगिक असमानता, बाल विवाह, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रताड़ना जैसी कुप्रथाओं के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिलाओं को मजबूती प्रदान कर सहयोगी बनें।
जिला कलक्टर मंगलवार को नगर विकास न्यास ऑडिटोरियम में आयोजित जिला स्तरीय महिला कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 8 मार्च 1975 में यूएनओ ने महिला दिवस को मनाने की स्वीकृति प्रदान की। इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता है। उन्होंने कहा कि महिला दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को वो अधिकार प्रदान किए जाएं जो सामान्य नागरिकों को दिए जाते हैं। ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को सलाम करने का दिन है, साथ ही उन्हें यह एहसास कराया जाये कि उनका योगदान कितना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक, सामाजिक तमाम उपलब्धियों को उत्सव के रूप में मनाया जावे। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं व उनकी उपलब्धियों के प्रति उन्हें सम्मान कर प्रोत्साहित करने के साथ भेदभाव मिटाकर समानता के बीच उनके अधिकारों की बात की जाये।
जिला कलक्टर ने कहा कि वर्तमान में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं, प्रत्येक क्षेत्र में मिसाल कायम कर रही हैं, लेकिन कई बार उन्हें समाज में लैंगिक असमानता, बाल विवाह, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रताड़ना जैसी कुप्रथाओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए समाज के प्रत्येक नागरिक का दायित्व है कि कुप्रथाओं के खिलाफ जो सशक्त महिलाएं आवाज उठाती हों उनका हौसला अफजाई कर सहयोगी बनें। महिलाओं को शिक्षित करें, जागरूक करें जिससे वह आर्थिक, सामाजिक दृष्टि से सशक्त हो सकें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों को लेकर जागरूकता लाकर उन्हें समानता का हक दिलाया जाये जिससे पुरूषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकें।
उप निदेशक महिला बाल विकास विभाग मनोज मीना ने बताया कि जिले में महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मुख्यमंत्री एकलनारी सम्मान पेंशन योजना, पालनहार योजना, उड़ान योजना, कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना, देवनारायण छात्रा स्कूटी योजना का संचालन किया जा रहा है। राज्य सरकार की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं से महिलाओं को त्वरित रूप से लाभांवित किया जा रहा हैं। उन्होंने 5 से 8 मार्च तक अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के दौरान जिला, ब्लॉक, ग्राम पचंायत पर किये गये कार्यक्रमों से अवगत करवाया। बेटी बचाओ बेटी पढाओ की ब्रांड एम्बेस्डर हेमलता गांधी ने कार्यक्रम का संचालन किया।

यशोदा पुरस्कार से 18 महिलाओं को 55 हजार 800 रूपये के चौक सौंपे-

कार्यक्रम में आंगनबाडी केन्द्र की 18 मानदेय कर्मियों को माता यशोदा पुरस्कार के तहत 55 हजार 800 रूपये के चौक व प्रमाण पत्र तथा विभा शर्मा, इन्द्रराज दाधीच एवं सविता प्रजापत को इन्दिरा महिला सम्मान के साथ सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओं द्वारा बेटी बचाओं-बेटी पढाओं पर नाटक व राजस्थानी लोकनृत्य भी किया गया। स्काउट के यज्ञदत हाड़ा द्वारा बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओं की शपथ भी दिलायी गई।

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