लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

आपके पैरों के लिए कितने सही हैं फ्लिप-फ्लॉप्स

-डॉ. प्रदीप मुनोट
आर्थोपेडिक सर्जन एंड पोडियाट्रिस्ट
सर, एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल, मुबंई
फ्लिप-फ्लॉप्स को एक आरामदायक टवेयर माना जाता है। दिनभर बंद जूते या सेंडल पहनने के बाद फ्लिप-फ्लॉप पहनना काफी सुखद लगता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप अपने पैरों के लिये सही फ्लिप-फ्लॉप्स चुन रहे हैं? अगर नहीं, तब आप अपने पैरों को हमेशा के लिये नुकसान पहुंचा रहे हैं। गलत फ्लिप-फ्लॉप के चयन से आप फ्लैट फीट सिंड्रोम के शिकार हो सकते हैं, इसलिये जरूरी है कि फ्लिप-फ्लॉप का चयन सावधानी से किया जाए।
कैसे चुनें सही फ्लिप-फ्लॉप्स? एवं सही फ्लिप-फ्लॉप को चुनते समय इन बातों का ध्यान रखें
अपनी जरूरत को समझें
फ्लिप-फ्लॉप्स का चयन करते समय अपनी जरूरतों को समझें कि इन्हें आप घर में पहनना चाहते हैं या हल्की-फुल्की आउटडोर गतिविधियों के लिये, ऐसी फिलिप-फ्लॉप्स का चयन करें जो आपकी जरूरत पर खरी उतरे. अगर आपको इसका उपयोग थोड़े समय के लिये करना है तो मुलायम फ्लिप-फ्लॉप का चयन करें। अगर आपको इसे पहनकर बहुत अधिक चलना है तो ऐसी पहने जो मजबूत हो और आपके पैरों को उपयुक्त सहारा दे।
सोल को जांचे
फुटवेयर को ‘फुटबेड’ कहा जाता है इसलिये फुटवेयर का सोल किस मटेरियल का है वह सबसे अधिक महत्व पूर्ण है। प्लस्टिक फोम का सोल पैरों के तलवा को उपयुक्त सहारा नहीं दे पाता है, इसके अतिरिक्त कुछ समय पहनने के पश्चात् यह लगातार दबकर पतला हो जाता है और आसानी से फट जाता है. इथीलीन और विनाइल एसिटेट के को-पॉलीमर ईवीए (ईथीलीन विनाइल एसिटेट) का सोल सबसे बेहतर माना जाता है। यह मुलायम और लचीला होता है तथा पैरों को उचित सहारा देता है।
सोल का डिजाइन भी है महत्वपूर्ण
जब आराम और सही फिटिंग की बात आती है सही सोल के चयन के साथ सोल की डिजाइन भी उतनी ही महत्वपूर्ण है, कुछ अच्छे सोल नीचे से चिकने होते हैं जिससे गीली सतह पर फिसलने और गिरने का खतरा होता है। ऐसे सोल वाले फ्लिप-फ्लॉप खरीदें जिसकी नीचे की ओर ग्रिप डिजाइन हो, यह सतह के साथ थोड़ा घर्षण उपलब्ध् कराती है और इससे फिसलने का खतरा भी कम होता है।
स्ट्रैैप्स को जांचे
पैरों को अच्छा सहारा और आराम देने के लिये, ऐसे फ्लिप-फ्लॉप का चयन करें जिसके स्ट्रैप्सो मोटे हों। इस बात का भी ध्यान रखें कि स्ट्रैकप्स आपके पैर में फिट आएं और अंदर की ओर मुलायम हों ताकि इससे आपके पैरों की त्वचा को नुकसान न पहुंचे। पतले स्ट्रैसप्सो के फ्लिप-फ्लॉप्स न पहनें क्यों? कि अधिक देर पहनने पर ये पैर में गड़ जाते हैं।
सही हील चुनें
जरूरी नहीं है कि आप पारंपरिक फ्लैट हील वाली फ्लिप-फ्लॉप का ही चयन करें। आप मध्यम और ऊंची एड़ी का चयन भी कर सकते हैं। हील का चयन करते समय कम्फर्ट लेवल के साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि इन्हें पहनकर आपको चलने में कोई दिक्कत न हो।
कैसे खरीदें?
फ्लिप-फ्लॉप्स खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखें।
क्या करें ?
अच्छे गुणवत्ता वाले मुलायम चमड़े की फ्लिप-फ्लॉप खरीदें। चमड़े से फफोले होने और त्वचा पर जलन होने की आशंका कम होती है।
फ्लिप-फ्लॉप्स खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसके स्ट्रैंप्स चमड़े या कपड़े के हों. रबर के स्ट्रैप्सा को अपना दूसरा विकल्प रखें।
इस बात का भी ध्यान रखें कि आपके पैर फ्लिप-फ्लॉप से बाहर न निकलें। जब भी आप इन्हें खरीदें तब खड़े होकर देख लें कि आपके पैरों के चारों ओर से तला आधा इंच दिखना चाहिए।
फ्लिप-फ्लॉप्स को दोनों कोनों की ओर से मोडकर देखें, यह सुनिश्चिेत करने के लिये कि यह तले आपके पैरों के कंटूर तलवे की रूपरेखा पर फिट बैठे।
ऐसे फ्लिप-फ्लॉप्स खरीदें जिसका तला कम से कम आधा इंच और परतों वाला हो, जिसकी अलग-अलग परत अलग-अलग पदार्थ की बनी हो। फ्लिप-फ्लॉप के स्ट्रैप न अधिक टाइट हो ना अधिक ढीली।
क्या न करें ?
लंबे समय तक एक ही फ्लिप-फ्लॉप्स को न पहनें। अगर फ्लिप-फ्लॉप टूट जाये या घिस जाये जो नई खरीद लें।
अधिक दूर पैदल चलने के लिये फ्लिप-फ्लॉप्स का उपयोग न करें. मजबूत से मजबूत फ्लिप-फ्लॉप्स भी अधिक देर तक चलने पर पंजो को झटकों से नहीं बचाती और पैरों को सहारा नहीं देती।
कोई खेल खेलते समय फ्लिप-फ्लॉप्स न पहनें, इससे पैर या एडियां मुड़ सकती हैं और मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
गलत फ्लिप-फ्लॉप्स चुनने के खतरे
गलत फ्लिप-फ्लॉप्स का चयन करने से आपके पंजों को नुकसान पहुंच सकता है क्योकि इससे मांसपेशियों और लिगामेंट्स पर दबाव पड़ता है और उनमें खिंचाव आ सकता है, इनसे और भी कईं नुकसान हो सकते हैं।
एडियों और टखनों में दर्द
गलत फ्लिप-फ्लॉप्स पहनने से लंबे समय तक पैरों को पर्याप्त स्र्पोट नहीं मिल पाता, जिससे लिगामेंट्स में खिंचाव आ सकता है. यह एडियों और टखनों में दर्द का सबसे प्रमुख कारण है। सही फिटिंग वाली फ्लिप-फ्लॉप ना पहनने से आपके पैरों को पूरा सहारा नहीं मिल पाता उससे टखना एक ओर घूम सकता है. इससे लिगामेंट्स टूटने का खतरा होता है या टखनों की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
हैमरटोज
अगर आपकी फ्लिप-फ्लॉप्स आपके पैरों को पूरा सहारा नहीं दे रही हों और चलते समय आपको इनपर ग्रिप बनाने के लिये अपनी पैर की उंगलियों को खींचना पड़े तो इससे आपके पंजों की मांसपेशियों पर अत्यधिक दबाव आ जाएगा। कईं लोगों में यह प्रभाव इतना गंभीर होता है कि इससे हैमरटोज की समस्या हो सकती है, पैरों की एक विकृति जहां दूसरी, तीसरी या चैथी उंगली जोड़ की ओर से मुड़ जाती है और हैमर या हथौड़े के समान दिखने लगती है।
कमर और कूल्हों में दर्द
गलत साइज की फ्लिप-फ्लॉप्स पहनने से घुटनों, कुल्हों या कमर में दर्द हो सकता है, इससे लिगामेंट्स पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। घुटनों और कमर के निचले हिस्सेे की मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ता है।

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