दिल्ली के स्कूल तब तक नहीं खुलेंगे, जब तक कि शहर में कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता : सीएम केजरीवाल
नई दिल्ली। आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूल तब तक नहीं खुलेंगे, जब तक कि शहर में कोरोना पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता। इसके साथ ही उन्होंने करप्शन, पर्यावरण और साफ-सफाई को लेकर देशवासियों से तीन अपील की।
दिल्ली सचिवालय में अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में सीएम केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में दो महीने पहले के मुकाबले अब कोविड-19 की स्थिति नियंत्रण में है। सीएम ने कोरोना से निपटने को लेकर केंद्र सरकार, ‘कोरोना वॉरियर्स’ और विभिन्न संगठनों सहित सभी हितधारकों को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूली बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य आम आदमी पार्टी सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, ‘मैं लोगों से मिलता रहता हूं। लोगों का कहना है कि स्कूल अभी न खोलें जाएं। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनके बच्चों की उतनी ही परवाह करते हैं, जितनी वे करते हैं। जब तक पूरी तरह आश्वस्त नहीं हो जाते, हम स्कूल नहीं खोलने जा रहे हैं।’
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में आइसोलेशन और प्लाज्मा थेरेपी को लेकर ‘मॉडल’ पेश किया है। उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस साल दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस महामारी के कारण अपने स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम को दिल्ली सचिवालय में आयोजित किया। पहले इसका आयोजन छत्रसाल स्टेडियम में होता था।
सीएम केजरीवाल ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लोगों से तीन प्रण लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि पहला, जीवन में कोई भ्रष्टाचार नहीं करेंगे, न रिश्वत लेंगे न रिश्वत देंगे। रिश्वत लेना, रिश्वत देना और भ्रष्टाचार देश और भारत माता के साथ गद्दारी है। और उन सैनिकों के साथ गद्दारी है, जो बॉर्डर पर अपनी जान कुर्बान करते हैं। यह उनके साथ गद्दारी है, जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए जान दी। यह भगत सिंह, चंद्रशेखर, सुभाष चंद्र बोस के साथ गद्दारी है।
दूसरे, प्रदूषण के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि प्रण लेना चाहिए कि हम ऐसा कोई काम नहीं करेंगे, जिससे जल या वायु प्रदूषण फैले। अगर हम आज अपनी धरती को प्रदूषित करते हैं, तो न सिर्फ हम अपने देशवासियों की जान के साथ खेल रहे हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी की जान भी दांव पर लगा रहे हैं।
तीसरा, मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने देश को साफ सुथरा रखना है। जब हम सड़क पर निकलते हैं तो 2 मिनट के लिए भी नहीं सोचते कि कुछ खाकर कूड़ा सड़क पर ही फेंक देते हैं। यह सड़क भी तो अपनी है। अपने घर में नहीं फेंकते, अपने ड्रॉइंग रूम में नहीं फेंकते, लेकिन सड़क पर फेंक देते हैं। हमें अपने देश को साफ सुथरा रखना होगा। आज 15 अगस्त को हमें इन तीनों का प्रण लेना है, तभी हम सोच सकते हैं, हम उन लोगों की कुर्बानी को अच्छे तरीके से याद कर रहे हैं, जिन्होंने हमें आजादी दिलाई।