राष्ट्रीय

द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर जनजातीय महोत्सव का आयोजन, आदिवासी नेताओं ने लिया हिस्सा

नई दिल्ली। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर नई दिल्ली में, मशाल सोशल वेलफेयर सोसायटी (Mashal Social Welfare Society) के द्वारा एक दिन का कार्यक्रम (ट्राइफेड द्वारा समर्थित – जनजातीय मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार के तहत) आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री जुवाल उराम ने, दीप प्रज्जवलित कर की और द्रोपति मुर्मू के राष्ट्रपति बनने पर पूरे आदिवासी समुदाय को बधाई दी।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री मोहन बराइक ने की और मंच-संचालन श्री आलोक मिचयारी ने किया। ये कार्यक्रम जनजातीय पहचान, कला और संस्कृति को सामान्य रूप से मनाने, संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए किया गया। इसके साथ ही महामहिम द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने की खुशी में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
NDMC  में आयोजित इस कार्यक्रम (जनजातीय महोत्सव) में ज्यादातर आदिवासी नेताओं ने हिस्सा लिया। भारतीय जनता पार्टी के एसटी मोर्चा जिला महामंत्री जुनास टुडू के नेतृत्व में काफी संख्या में सोमवार की देर शाम भाजपा के कार्यकर्ताओं ने और जनजाति समाज के लोगों ने ढोल नगाड़ा, नाच गाने विजय जुलूस और लोगों के बीच मिठाई बांटकर अपनी खुशी का जाहिर की। इसके साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा, सहित एनडीए के नेताओं के प्रति आभार प्रकट किया।
इस अवसर पे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित श्री अर्जुन मुंडा ,जनजाति कल्याण मंत्री, जी ने कहा, ‘भारत के इतिहास में स्वर्णिम अध्याय के रूप में नई शुरुआत है। आदरणीय श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के देश की राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। वह आदिवासियों गांवों, गरीबों, वंचितों के साथ-साथ मलिन बस्तियों में भी जन कल्याण के लिए सक्रिय रही हैं। अब वह उनमें से सर्वाेच्च संवैधानिक पद पर आसीन हुई हैं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताकत का सबूत है।’
मौके पर भाजपा के एनडीए मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य दुर्गा महारानी, भाजपा जिला महामंत्री शीला रानी समेत बड़ी संख्या में भाजपा समर्थक ग्रामीण महिला व पुरुष मौजूद रहे।
साथ ही इस अवसर पे सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित श्री जुएल ओरांव वर्तमान जनजातीय केन्द्रीय मंत्री जी ने कहा, ‘ओडिशा के एक अति सामान्य आदिवासी परिवार से निकलकर लोक सेवा के मार्ग पर चलते हुए 15वीं राष्ट्रपति पद तक की यात्रा तय करने वाली श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को हार्दिक शुभकामनाएं, एक मामूली पृष्ठभूमि से आने और हमारे देश के राष्ट्रपति बनने की उनकी कहानी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है। मुझे विश्वास है कि वह समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए कड़ी मेहनत करेंगी। आदिवासियों, गांवों, गरीबों, वंचितों के साथ-साथ मलिन बस्तियों में नये उम्मीद की किरण और हौसला जागा है।’
इस कार्यक्रम में जनजातीय योजनाओं और नीतियों पर चर्चा के साथ-साथ, आदिवासी जनजातीय और पारंपरिक गीतों, नृत्यों, परिधानों, हस्तशिल्प और व्यंजनों सहित विभिन्न सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित किया गया। प्रदर्शन करने वाले समूहों को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही कार्यक्रम में शिरकत करने वाले मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों को पारंपरिक तरीके से सम्मानित किया गया और स्मृति चिन्ह भी दिए गए।

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