राष्ट्रीय

फसलों और तबाह कच्चे-पक्के घरों का दिलवाएंगे मुआवजा : ओम बिरला

डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
कोटा। संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के दो दिवसीय प्रवास के दौरान सांगोद, केशवरायपाटन, लाडपुरा इटावा, सुल्तानपुर तथा कोटा के शहरी क्षेत्रों में अतिवृष्टि के कारण बिगड़े हालात का जायजा लेने के बाद लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि सभी जगह भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि भारी बारिश ने फसलों को तबाह कर दिया है। जगह-जगह कच्चे-पक्के घर ढह गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सर्वे की प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी कर प्रभावितों को मुआवजा दिलवाया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को किसानों को फसल बीमा योजना से भी लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बिरला ने कहा कि लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अधिकारियों को संवेदनशीलता और तत्परता दिखानी होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि घर चाहे कच्चो हो या पक्का हो, यदि अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है तो उसका भी मुआवजा दिलवाया जाएगा। हमारी कोशिश होगी कि हर व्यक्ति को उसका छप्पर बनाने में मददगार बन सकें।

  • केस स्टडी बनाकर करें भविष्य की तैयारी

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सांगोद और इटावा सहित कोटा-बूंदी के ग्रामीण क्षेत्रों में हुआ जलभराव हम सब के लिए एक सबक होना चाहिए। प्रशासन इस स्थिति को वीडियोग्राफी करवाकर इसको एक केस स्टडी में ले तथा भविष्य में ऐसी किसी आपदा को आने से पूर्व ही रोकने की तैयारी करे। वे रविवार सुबह कोटा व बूंदी के जिला कलक्टर तथा अन्य अधिकारियों के साथ हालात की समीक्षा कर रहे थे।
बिरला ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जलभराव का मुख्य कारण ड्रेनेज की समुचित व्यवस्था नहीं होना है। अधिकारी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पानी भरने के कारणों की जांच कर उसकी निकासी की समय रहते व्यवस्था करें। आपदा आने के बाद प्रयास प्रारंभ करना चुनौती से पार पाने का सही तरीका नहीं है। इसमें नुकसान सिर्फ आमजन का होता है।
लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने साफ शब्दों में कहा कि वे खुद प्रभावित क्षे त्रों में गए हैं। काफी नुकसान हुआ है, फसलों में पूर्ण खराबा है। मकान धराशयी हो गए हैं, जो क्षतिग्रस्त हैं, उन्हें भी गिराकर नया ही बनाना पड़ेगा। ऐसे में 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है। अधिकारी नुकसान का सर्वे शीध्र करवाएं, जिससे लोगो को अधिकतम लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मकान टूटे हैं उनका सर्वे करवाए साथ ही, सर्वे में चिन्हित लोग यदि आवास प्लस एप्प में सूचीबद्ध है एसे लोगों को प्राथमिकता से आवास उपलब्ध करवाएँ। बिरला ने कहा कि सड़कें टूट गई हैं, कई जगह बडे-बडे गड्ढ़े हो गए हैं। इनकी भी जल्द मरम्मत करवाने की आवश्यकता हे। उन्होंने कहा कि सड़कों को जो नुकसान हुआ है, उसके प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार यदि केन्द्र सरकार को भेजती है तो सभी प्रस्तावों को मंजूर करवाकर अधिकतम राशि दिलवाएंगे।

  • बिजली बंद पड़ी है

बिरला ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सीएडी इतना बड़ा विभाग है लेकिन उसके अधिकारियों को यह भी नहीं पता कि गांवों में पानी कहां से आता है और उसकी निकासी का क्या रास्त है। विद्युत विभाग अभी तक कई गांवों में विद्युत तंत्र करे दुरूस्त नहीं कर पाया है, जबकि कई राज्यों में तूफान आने के बाद भी 7 दिनो में व्यवस्थाएं पटरी पर आ जाती हैं।

  • आश्रय स्थलों पर करें समुचित इंतजाम

लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन लोगों को आश्रय स्थल पहुंचाया गया है, वहां उन्हें सभी सुविधाएं मिलें। जो लोग अब भी अपने घरों में या अन्य स्थानों में शरण लिए हुए हैं उनके लिए भी भोजन और अन्य मूलभूत आवश्यकताओं की समुचित व्यवस्था की जाए।

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