सचिन तेंदुलकर ने दोंजा गांव का दौरा किया: विकास कार्य तेज करने की अपील की
क्रिकेट महारथी और माननीय राज्यसभा सदस्य श्री सचिन तेंदुलकर ने महाराष्ट्र में उस्मानाबाद के दोंजा गांव का दौरा किया। सचिन ने सांसद आदर्श ग्राम योजना (एसएजीवाई) के तहत इस गांव को गोद लिया था। सचिन ने गांव के आधारभूत विकास के लिए अपने सांसद निधि कोष से चार हजार करोड़ रुपये मंजूर किए थे। दोंजा दूसरा गांव है, जिसे सचिन तेंदुलकर ने गोद लिया। इससे पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश के पुट्टुमराजू कंडरिगा को गोद लिया था।
सचिन तेंदुलकर की इस पहल के अंतर्गत, दोंजा के ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा, साथ ही पानी की टंकी के निर्माण के साथ उनके घरों तक पाइपलाइन भी बिछाई जायेगी। गांव में गंदे पानी की निकासी और पक्की सड़क की व्यवस्था होगी, साथ ही स्कूल की नई इमारत का निर्माण किया जायेगा। इन परियोजनाओं में से ज्यादातर के टेंडर का काम पूरा हो चुका है और काम के आदेश जारी किए जा चुके हैं। दीया फाउंडेशन, जिससे श्री तेंदुलकर जुड़े हुए हैं, ने खुशियां फैलाने के अलावा, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं के लिए सौर ऊर्जा आधारित प्रकाश-समाधान प्रदान करने का काम किया है।
नवंबर, 2016 में श्री तेंदुलकर द्वारा इस गांव को गोद लिए जाने के तुरंत बाद दोंजा को खुले में शौच मुक्त गांव (ओडीएफ) का दर्जा मिल गया था। दोंजा उस्मानाबाद जिले के परांदा तहसील में स्थित है, जिसकी आबादी 2,800 से अधिक है।
अपने आधे दिन के दौरे में, श्री तेंदुलकर उस्मानाबाद के जिला मजिस्ट्रेट और कलक्टर श्री आर.वी. गेम और उनकी टीम से मिले और उन्होंने गांव के विकास की प्रगति पर समीक्षा की। स्थानीय स्कूल के कुछ बच्चों से मिलने-जुलने के दौरान उन्होंने उनके साथ क्रिकेट भी खेला।
दोंजा में जमा भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैं आपके उत्साह और आपकी भावना से अभिभूत हूं और यह आशा करता हूं कि हम सब गांव के विकास के लिए मिल-जुलकर काम करेंगे। विकास कामों को लागू करने की प्रारंभिक चुनौतियां सफलतापूर्वक पूरी हो चुकी हैं और मैं निश्चिंत हूं कि काम कराने की गति जल्द ही रफ्तार पकड़ेगी। हम दोंजा के विकास को देश भर के अन्य गांवों के सामने एक मिसाल के तौर पर दिखाना चाहते हैं।’