सामाजिक

रेगिस्तान के असाधारण किस्से सुनाने के लिए दिल्ली में शुभारंभ होगा कथाकार फेस्टिवल का

नई दिल्ली। गर्मियों के लिए खास प्रस्तुति के रूप में ‘कथाकार 2022’ राष्ट्रीय राजधानी में दुनिया भर की कुछ अद्भुत कहानियों को पेश करेगा। ऐसी कहानियां जो दर्शकों को थार के रेगिस्तान की कहानियों और संगीत के साथ रोमांचित करेंगी।
जब 20 मई को भारत के कहानी सुनाने वाले एकमात्र समारोह के दो दिवसीय 14वें संस्करण का शुभारंभ होगा, जिसमें देश-विदेश के स्टोरीटेलर (कहानी सुनाने वाले) शामिल होंगे, तो इतालवी कलाकार पाओला बलबी अपने पूर्वज, 15वीं सदी की खोजकर्ता, के नक्शे-कदम पर चलते हुए यहां पहुंचेंगी। उनकी पूर्वज ने मध्य पूर्व के रेगिस्तान को पार करते हुए भारत में कदम रखा था।
पाओला को लगता है कियह जीवन एक चक्र पूरा होने जैसा है या पुनः बीते कल की शुरुआत हो रही है, क्योंकि वह अब दुबई में रहती हैं, उनका जन्म इटली में हुआ था, और उन्हें भारत में आमंत्रित किया गया है जहां उनके पूर्वज ने कई सदियों पहले यात्रा की थी। वह महोत्सव में मध्य पूर्व और इटली के रेगिस्तानों की कहानियां सुनाएंगी।
राजधानी स्थित सुंदर नर्सरी में निवेश और बाबाजी म्यूजिक नामक सांस्कृतिक संगठनों द्वारा आयोजित कथाकार ने नाटकीयता के हर पहलू का समावेश करते हुए कहानी को खुद की एक अलग पहचान बनाने वाली कला के रूप में सफलतापूर्वक पुनर्जीवित किया है।
सहयोगियों के रूप में एचएचएसीएच (हिमालयन हब फॉर आर्ट, कल्चर एंड हेरिटेज), स्थल के रूप में सुंदर नर्सरी और अंतर्राष्ट्रीय कलाकार समर्थक के रूप में इटालियन कल्चरल सेंटर के साथ, 10 सत्रों का आयोजन भारत की दुर्लभ लोक कथाओं के साथ-साथ राजस्थान औरगुजरात की पारंपरिक कहानियों को मंच पर लाएगा। इसके साथ-साथ इटली, यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) और पोलैंड की कहानियों को भी प्रस्तुत किया जाएगा।
इस फेस्टिवल में देहरादून की गहिलोट बहनें, शागुना और प्रार्थना, की किताब क्यूरियस टेल्स फ्रॉम द डेजर्टका विमोचन होगा। रचना गहिलोट बिष्ट के साथ इस फेस्टिवल की ये क्यूरेटर भी हैं।
उद्घाटन के दिन केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री श्री किरेन रिजिजू इस पुस्तक का विमोचन करेंगे, जो कि क्यूरियस टेल्स श्रृंखला का हिस्सा है। पहली किताब थी ‘क्यूरियस टेल्स फ्रॉम द हिमालय।’ पेंगुइन पब्लिशर की यह सबसे अधिक बिकने वाली किताब है जिसका दूसरा संस्करण आ चुका है। नई किताब पहले से हीडब्ल्यू.ऐच. स्मिथ की अनुशंसित बेस्टसेलर की सूची में है। इसकी प्रस्तावना लिखी है प्रसिद्ध लेखक, कवि, गीतकार और फिल्म निर्माता गुलज़ार ने। वह लिखते हैं, ‘दो अद्भुत लेखिकाओं-प्रार्थना और शागुना-द्वारा अद्भुत रूप से लोक कथाएं बताई गई हैं।
फिल्म निर्माता इम्तियाज अली और संगीतकार शांतनु मोइत्रा श्री रिजिजू और महोत्सव के संरक्षक संगीतकार मोहित चौहान के साथ बातचीत करेंगे। ‘किस्से कहानी और माउंटेंस’ शीर्षक वाले खंड में यह दोनों औपचारिक रूप से रात 8.30 बजे कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम का संचालन करेंगी प्रार्थना गहिलोट।
भव्य हुमायूं के मकबरे से सटे 16वीं सदी के हेरिटेज पार्क परिसर में शाम का सत्र जनता के लिए होगा, जिसे टिकट लेकर देखा जा सकता है। आयोजक चाहते हैं कि इस तरह से बच्चों (आठ वर्ष से ऊपर के) और वयस्कों को विभिन्न शैलियों की मनोरंजक कहानियां सुनने का अवसर प्राप्त होगा। टिकटिंग पार्टनर BookMyShow पर इसके टिकट बिक्री पर हैं।
कथाकार 2022के अन्य मुख्य आकर्षण हैं थिएटर कलाकार सिकंदर खान, सांची पेशवानी और स्टोरीटेलर पाओला बलबी और मिशल मालिनोवस्की (पोलैंड)। सिकंदर खान अपनी अनूठी शैली में राजस्थान की लोककथाएं सुनाएंगे। इसमें पद्म श्री और साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता विजयदान देथा की कहानियां भी शामिल हैं।
समापन के दिन शांतनु मोइत्रा द्वारा ‘स्टोरीज फ्रॉम द हिमालयाज’ और इम्तियाज अली के साथ ‘किस्सागोई’ पर मोहित चौहान के साथ बातचीत का एक सत्र होगा।
लंघा मंगनियार समूह के साथ,जो रेगिस्तान की ध्वनियों के साथ थार का एक छोटा सा हिस्सा दिल्ली लाएंगी, इस आयोजन का समापन होगा।
2011 में यह फेस्टिवलयूनेस्को के तत्वावधान में घुम्मक्कड़ नारायण के हिस्से के रूप में शुरू किया गया था। घुम्मक्कड़ नारायण एक उत्साही पाठक और भारत के पहले ब्रेल संपादक, ठाकुर विश्व नारायण सिंह की स्मृति में एक यात्रा साहित्य उत्सव था।

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