खेल

भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट टीम दृष्टिहीनों का पांचवां एकदिवसीय विश्व कप 2018 खेलने के लिए रवाना

नई दिल्ली, निशा जैन । समर्थनम गैर सरकारी संगठन है, जो दृष्टिहीनों को सशक्त करने के लिए 1979 से ही काम कर रहा है और सामाजिक-आर्थिक-सांस्कृतिक मोर्चों पर बदलाव ला रहा है। इसकी स्थापना जीके महंतेश ने की थी, जो स्वयं भी दृष्टिहीन हैं। उनका सपना भारत में दृष्टिबाधितों, विकलांगों, हाशिये पर पड़े व्यक्तियों को सशक्त बनाना था। पिछले बीस वर्ष में समर्थनम विकलांगों तथा वंचितों को शेष समाज के साथ चलने के अवसर प्रदान कर रहा है। समर्थनम ऐसा समावेशी समाज रचना चाहता है, जिसमें दृष्टिहीनों, विकलांगों तथा आर्थिक रूप से वंचित लोगों के विकास के समान अवसर मिलें। समर्थनम के प्रयासों में शिक्षा, कौशल प्रदान करना, खेल, पर्यावरण, कला-संस्कृति, पुनर्वास तथा स्वास्थ्य एवं पोषण शामिल हैं।
समर्थनम स्पोट्र्स इनीशिएटिव के तहत भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट संघ भारत तथा विदेश में क्रिकेट प्रतियोगिताओं का संचालन करता है। सीएबीआई विश्व नेत्रहीन क्रिकेट लिमिटेड से संबद्ध इकलौता संगठन है और 2010 से भारत में 25,000 क्रिकेट समर्थक इससे जुड़ चुके हैं। सीएबीआई का उद्देश्य दृष्टिहीनों के क्रिकेट को बढ़ावा देना है। 2012 में पहला टी-20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का अभिनंदन पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने किया था। 2014 में चैथा विश्व कप और 2017 में दृष्टिहीनों का दूसरा टी-20 विश्व कप जीतने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम का स्वागत किया था। राष्ट्रपति महोदय ने 2017 में दृष्टिहीनों का दूसरा टी-20 विश्व कप जीने पर पत्र लिखकर टीम की सराहना की थी।
यह खेल दृष्टिहीन युवाओं को दुनिया का सामना करना और अपने सपने पूरे करना सिखाता है। इससे खिलाड़ी आत्मनिर्भर बनते हैं और उन्हें आत्मविश्वास मिलता है। समर्थनम के कारण आसपास का समाज भी इन खिलाड़ियों के साथ खड़ा रहता है। विजयी टीम के सदस्यों को अपने पास-पड़ोस में भी ख्याति मिलती है। उनमें से कुछ को सरकारी नौकरी के आश्वासन भी मिले हैं।
हाल ही में दृष्टिहीनों के समर्थनम ट्रस्ट को भारत सरकार के दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग से सर्वश्रेष्ठ संस्था का पुरस्कार हासिल हुआ। पहले टी-20 कप और चैथे एकदिवसीय विश्व कप में भारत के कप्तान रहे पद्मश्री से सम्मानित श्री शेखर नाइक को दिव्यांग सशक्तिकरण विभाग ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार दिया। भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट संघ ने इंडसइंड बैंक के साथ मिलकर महाराष्ट्र दृष्टिहीन क्रिकेट संघ (सीएबीएम) की सहायता से 24वें राष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया। उपरोक्त टूर्नामेंट से ही दुबई में 7 से 21 जनवरी, 2018 तक खेले जाने वाले पांचवें एकदिवसीय विश्व कप के लिए भारतीय टीम का चयन होना था। इंडसइंड बैंक की सहायता से सीएबीआई ने टूर्नामेंट के लिए 17 खिलाड़ियों का चयन किया।
इंडसइंड बैंक भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट संघ की मदद करता है और देश-विदेश में उपलब्धियां हासिल करने में भारतीय टीम की सहायता करता है। उसके कारण ही जागरूकता उत्पन्न हो रही है, जिससे विकलांग खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं और इससे खिलाड़ियों को बेहतर आजीविका भी मिलेगी। बैंक की खेल शाखा इंडसइंड फाॅर स्पोट्र्स पिछले दो वर्ष से सीएबीआई के साथ जुड़ी है और देश के विकलांग खिलाड़ियों को लगातार सहायता प्रदान कर रही है।
विश्व कप से पहले 5 दिसंबर, 2017 से 2 जनवरी, 2018 तक भारतीय दृष्टिहीन क्रिकेट टीम का प्रशिक्षण शिविर भी हुआ, जिसके लिए देश के सबसे बड़े आॅनलाइन मनोरंजन टिकट प्लेटफाॅर्म बुकमाईशो की चैरिटी शाखा बुकअस्माइल ने मदद की। इस शिविर में खिलाड़ियों की फिटनेस, भोजन एवं पोषण, व्यक्तित्व विकास, ध्यान एवं योग, क्रिकेट प्रशिक्षण, मैत्री मैचों आदि का पूरा ध्यान रखा गया। श्रीलंका, पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और आॅस्ट्रेलिया के साथ 7 से 21 जनवसरी तक होने वाले विश्व कप के लिए भारतीय टीम को एलर्जेन, घरेलू उड़ानों के लिए एयर इंडिया, ठहरने के लिए होटल ली-मेरीडियन, नई दिल्ली तथा प्रोफाइल के लिए डीडी स्पोट्र्स की भी मदद मिल रही है।
हम गोपालन स्पोट्र्स एकेडमी-बेंगलूरु, पीईएसस क्रिकेट ग्राउंड्स-बेंगलूरु, बीजीएस इंटरनेशनल स्कूल-बेंगलूरु, होटल स्पाइरो ग्रांड-बेंगलूरु, होटल राॅयल रेजिडेंसी-बेंगलूरु, होटल नंदिनी-बेंगलूरु, केटरिंग साझेदार श्रीमती दिया, श्री हुबर्ट-डी फ्रेंस, योग शिक्षक , श्री प्रकाश गुरुजी और राजू, जल चिकित्सा के लिए एचएसआर क्लब और ध्यान साधना के लिए परंघम आश्रम का धन्यवाद करते हैं।

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