सर्दियों की छुट्टियों में त्वचा का रखें खास ख्याल
-शहनाज हुसैन
(अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ है व हर्बल क्वीन)
सर्दियों की छुट्टियों में ठण्डे पहाड़ों तथा समुद्र के किनारे तट पर परिवारजनों तथा मित्रों सम्बन्धियों के संग वक्त गुुजरने का पता ही कहां चलता है। सर्दियों की छुटियों को कुछ ही दिन वाकी बचे हैं। साल भर बचा कर रखी छुटियों के निपटारे, शहरों में प्रदूषण की मार क्रिसमिस जैसे त्योहारों में बच्चों की बाहर जाने की जिद्द तथा एक ही जगह की उबाऊ जिन्दगी में नयापन और ताजगी लाने के लिए हम अक्सर पहाड़ों पर बर्फबारी या समुद्र की लहरों का आनन्द उठाने के लिए कुछ दिनों के लिए घर से बाहर सैर स्पाटे के लिए निकलते हैं। हालाँकि समान की पैकिंग में दवाईयों/स्नैक्स/कपड़ों आदि पर पूरा ध्यान रहता है लेकिन हम अक्सर अपनी त्वचा, बालों और सौन्दर्य जरूरतों की ज्यादातर अनदेखी कर देते हैं। सामान्यत यह अहसास रहता है की छुटियों में कुछ हल्केपन में समय व्यतीत किया जाये और सौन्दर्य जरूरतों पर ज्यादा फोकस न किया जाये। लेकिन इस नजरिये की वजह से आपकी त्वचा, बालों और शरीर के खुले अंगों को मौसम की सीधी मार झेलनी पड़ती है जिससे अनेक समस्याएँ खड़ी हो जाती हैं तथा सैर स्पाटे का आनन्द लेने की बजाय मूड़ का मिजाज बिगड़ जाता है और वापिस आते ही डर्मोलॉजिस्ट/सौन्दर्य विषेशज्ञों की महँगी फीस भी भरनी पड़ जाती है जिससे बजट उल्टा खराब हो जाता है।
अब जबकि सर्दियों की छुट्टियों का सीजन नजदीक पहुंच गया है तथा आप पहाड़ों तथा समुद्री तटों पर कुछ आरामदायक सुकून से भरे पल गुजारने का कार्यक्रम बना रहे है तो इस बात का भी ध्यान रखिए कि सौंदर्य के लिहाज से बर्फीली हवाएँ। कंपकंपा देने बाली ठण्डक तथा मौसम में नमी की कमी हमारी त्वचा को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है तथा समुद्री तटों तथा पहाडों की बर्फ के पारदर्शी सतहों पर सूर्य की किरणें मैदानी ईलाकों की बजाय ज्यादा तेज होती है जिससे आपकी त्वचा में जलन, कालापन, सनबर्न तथा मुहांसों आदि जैसी सौदर्य समस्याऐं उग्र रूप धारण कर सकती है।
सर्दियों में नारियल तेल त्वचा को सबसे बेहतर नमी प्रदान करता है। लेकिन अगर आप को नारियल तेल से एलर्जी है या आप इसे ज्यादा चिपचिपा मानती हैं तो आप ऑलिव ऑयल या कोकुम ऑयल का उपयोग भी कर सकती हैं क्योंकि यह दोनों ही तेल काफी हलके होते हैं और त्वचा में चिपचिपापन नहीं लाते। सर्दियों में यात्रा के दौरान अपने शरीर की आंतरिक नमी बनाये रखने के लिए भरपूर मात्रा में पानी पीयें। जब भी आप होटल से बाहर घूमने के लिए निकलें तो अपने साथ पानी की बोतल अनिवार्य रूप से ले जाएँ। इसके अलाबा बाजार में बिकने बाले नारियल पानी, मौसमी फलों और भोजन के साथ सूप का आनन्द लेना कभी न भूलें क्योंकि इससे आपके शरीर की आंतरिक नमी बरकरार रहेगी जोकि आपको मौसम की मार से बचाएगी।
सर्दियों में हाथों का फटना आम बात होती है। हाथ मौसम की मार की चपेट में सबसे ज्यादा आते हैं। सफर के दौरान छोटे बच्चों की माताओं को अक्सर बच्चों के कपडे आदि बार बार धोने पड़ते हैं जिसकी बजह से उनके हाथ केमिकल के सम्पर्क में बार-बार आ जाते हैं जिससे हाथों में खाज खुजली आदि की समस्या पैदा हो जाती है और हाथ फटना शुरू हो जाते हैं जिससे हाथों में पीड़ा हो जाती है। सफर के दौरान कपड़े आदि धोती बार हाथों पर प्लास्टिक के दस्ताने जरूर पहने तथा मॉइस्चराइजिंग साबुन का उपयोग करें। रात को सोती बार हैंड क्रीम की मोटी परत लगा कर इसे कॉटन के दस्तानों से कवर कर लें जिससे आप के हाथों की नमी बरकरार रहेगी और आप मौसम की मार झेल पाएंगे।
हमें यह भ्रम रहता है की सनस्क्रीन क्रीम की जरूरत हमें गर्मियों में ही पड़ती है तथा सर्दियों में बाताबरण में ठण्डक की बजह से किसी सुरक्षा क्रीम की जरूरत नहीं होती लेकिन यह पाया गया है कि रेतीले समुद्री तटों तथा बर्फीले क्षेत्रों में सर्दियों के मौसम में दोपहर के दौरान सूर्य की तेज किरणों की वजह से साफ सुथरी त्वचा को कील मुंहासों की समस्या से रू-ब-रू होना पड़ सकता है। छुट्टियों पर जाने से पहले ही सूर्य की किरणों से हानिकारक यू.वी. किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसान के प्रभावी रोकथाम के उपाय करने चाहिए ताकि सौंदर्य के हिसाब से छुट्टियां दुखद अनुभव की यादगार न बन जाए।
जब भी आप यात्रा कर रही है तो डेड स्किन सेल हटाना काफी जरुरी हो जाता है और यह काम आप रेडीमेड फेस पैक से आसानी से कर सकती हैं लेकिन अगर आप यह पैक घर भूल आई हैं तो थोड़ी सी चीनी और जैतून का तेल लेकर इसे हथेली पर रख कर खुले अंगों पर दस या पन्द्रह मिनट तक हलके से मालिश कीजिए।
सर्दियों में यात्रा के दौरान काफी भाग दौड़ करनी पड़ती है जिससे हम अक्सर ज्यादा थकान महसूस करते हैं ध्मौसम में ठण्डक होने की वजह से भी हम आरामदेह महसूस करने के लिए नहाने के लिए गर्म पानी का ज्यादा इस्तेमाल कर बैठते हैं जिससे त्वचा की नमी खतम हो जाती है और त्वचा में सूखापन आ जाता है। गर्म पानी से नहाने से बाल उलझ सकते हैं तथा आपकी त्वचा और खोपड़ी के प्राकृतिक तेलों को सूखा सकते हैं। इस दौरान लम्बे समय तक गर्म पानी से नहाने की बजाय सामान्य तापमान बाले पानी या गुनगुने पानी से नहाने को प्राथमिकता दें।
यात्रा में ठण्डक की मार से होंठों का फटना आम बात होती है जोकि काफी पीड़ादायक भी होता है। इसलिए एक अच्छी गुणवत्ता की लिप क्रीम अपने साथ जरूर रखिये और दिन में कम से कम तीन बार लिप क्रीम का जरूर इस्तेमाल कीजिये। अगर आप के होंठों की नमी सामान्य है तो होंठो पर लगाई गई लिपस्टिक ज्यादा देर तक टिकी रहती है जबकि सूखे होंठ लिपस्टिक को जल्दी सोख लेते हैं।
आप कुछ सौंदर्य सावधनियां बरत कर अपनी छुट्टियों का भरपूर आनन्द उठा सकती है। सर्दियों में छुट्टियों की तैयारियों सौदर्य सावधानियों से ही शुरू कीजिए। त्वचा की प्रतिरक्षा के लिए सनस्क्रीन लोशन अपने साथ जरूर ले ले। आप त्वचा की कालिख तथा सूर्य की किरणें में बचाव का प्रभावी सनस्क्रीन लोशन ले। जब भी आप बाहर धूप में जा रहे हो तो जाने से 20 मिनट पहले चेहरें तथा शरीर के सभी खुले अंगों पर सनस्क्रीन का लेप जरूर कर लें। यदि आप धूप में एक घंटा या ज्यादा समय तक रहे तो सनस्क्रीन का दुबारा लेप कर ले। सर्दियों में छुट्टियों के दौरासन अपने सौंदर्य को बनाए रखने के लिए माइस्चराईजर, रिहाईडरेंट क्लींजर, हैड क्रीम तथा होठों का बाम साथ रखना कतई न भूले। सर्दियों की छुट्टियों के दौरान तैलीय त्वचा को चमकाने तथा छिद्रों को साफ करने के लिए स्क्रब का अधिकतम उपयोग कीजिए। समुद्री तट पर खाारे पानी में नहाने के बाद चेहरे को ताजे साफ पानी से धोंऐ। जब भी आप वापिस अपने होटल के कमरे में पहंुचे तो चेहरे पर ठण्डें दूध की मालिश करके इसे कुछ समय तक छोड़ दें। इससे सूर्य की किरणों के प्रभाव को रोकने में मदद मिलेगी तथा चेहरे की त्वचा को ठंडक मिलेगी।
चेहरे पर माइस्चराईजर लगाऐ। चेेहरे की त्वचा के पोषण तथा पुनः यौवन के लिए ‘‘पील आफ मास्क’’ उपयोगी साबित होगा। शहद को अण्डे के सफेद भाग में मिलाकर इस पेस्ट को चेहरे पर 20 मिनट तक लगा रहने के बाद इसे ताजे स्वच्छ जल से धो डालिए। इस मिश्रण से त्वचा कोमल, मुलायम तथा चमकदार बनती है।
समुद्री पानी से नहाने से आपके बाल निर्जिव तथा उलझ सकते है। समुद्री पानी में नहाते समय सिर को कैपध्स्कार्फ से ढकने से बालों को खारे पानी के नुकसान से प्रभावी तरीके से बचाया जा सकता है। समुद्र में नहाने से पहले अपने बालों को सामान्य ताजे पानी से अच्छी तरह धोइए। बालों के छिद्र खुले होते है तथा बालों को धोने के बाद समुद्र में नहाने से बालों को नुकसान नहीं होगा क्योंकि बाल समुद्री पानी को कतई नहीं सोखेगे क्योंकि वह पहले ही ताजे पानी को सोख चुके है। समुद्री पानी में नहाने के बाद बालों को हल्के हर्बल शैम्पू से धो डालिए तथा शैम्पू के बाद बालों में कंडीशनर या हेयर सीरम का उपयोग कीजिए।
समुद्री तट पर जाने से पहले सौंदर्य प्रसाधनों का कम से कम इस्तेमाल करें जबकि आप सफर के दौरान लिपगलोस, पाऊडर, आई-पेंसिल, मास्करा, लिपस्टिक जैसे सामान्य सौदर्य प्रसाधनों का उपयोग कर सकती है। यदि आपकी तैलीय त्वचा है तो टिशू पेपर, टैलकम पाऊडर तथा डीओडरेंट अपने साथ जरूर रखे। सफर के दौरान सौदर्य के कुछ टिप्स आपके सफर के दौरान सौंदर्य में चार चांद लगा सकते है। यदि आप बाहर पर्यटक स्थलों पर घूम रहे है तो दिन में कम से कम दो बार अपना चेहरा ताजे पानी से जरूर धोइए। ‘‘पिक मी अप’’ फेस मास्क आपकी त्वचा को साफ, चमकदार तथा आकर्षक बना सकता है। इससे त्वचा की थकान को मिटाने तथा त्वचा को तरोताजा बनाए रखने में मदद मिलती है। सफर के दौरान ‘‘पील आफ मास्क’’ के प्रयोग से त्वचा में चमक बनाए रखने में मदद मिलती है। ऊंचे पर्वतीय दर्शनीय स्थलों, शुष्क तथा ठण्डे मौसम के दौरान बालों में नमी की कमी सामान्य रूप से पाई जाती है। इस मौसम में हाथ तथा होंठ भी शुष्क बन जाते है। इस मौसम में हाथों तथा शरीर के खुले अंगों में दिन में दो तीन बार माइस्चराईजर का प्रयोग करें तथा इसकी त्वचा पर मालिश करें। बालों के सौंदर्य के लिए सनस्क्रीन रहित हेयर क्रीम, हर्बल शैम्पू, हेयर सीरम तथा कंडीशनर का लगातार उपयोग करें। बालों को सूर्य की किरणों, हवा के झोंको तथा धूल मिट्टी से बचाने के लिए सकार्फ का उपयोग करें। तैलीय बालों के लिए गर्म पानी में टी बैग डुबोइए। टी बैग को हटाकर बाकी बचे पानी को ठण्डा होने दें तथा बाद में इसमें नीबूं जूस मिला दीजिए तथा उससे बालों को साफ कीजिए। इससे बालों को मुलायम तथा चमकदार बनाने में मदद मिलती है।