साइक्लोथॉन का आयोजन कर तम्बाकू से निपटने का दिया सन्देश
नई दिल्ली। धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल ने ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ पर फेफड़ों को स्वस्थ बनाने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के उद्देश्य से साइक्लोथॉन का आयोजन किया। कैंसर सर्वाइवर और उत्साह से भरपूर लोग जागरूकता फैलाने और हर साल तंबाकू से संबंधित बीमारियों के कारण खत्म हो जाने वाली बहुमूल्य जिंदगियों को बचाने के लिए आगे आये। शुरुआत में जुम्बा डांस का आयोजन किया गया जिससे सुबह का माहौल बहुत ही ज्यादा दिलचस्प बन गया।
स्वास्थ्य बेहतर बनाने के लिए धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के बैनर के तहत डॉक्टर, मरीज और आम लोग इकट्ठे हुए। प्रतिभागियों को दिल्ली मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ गिरीश त्यागी द्वारा प्रोत्साहित किया गया और बाद में डॉ. त्यागी ने झंडा दिखाकर साइक्लोथॉन की शुरुआत की।
इस दौरान कैंसर की जानलेवा बीमारी से बचने वाले लगभग 20 लोग भी शामिल हुए जिनका अस्पताल में पहले इलाज हुआ था। अपनी मजबूत इच्छाशक्ति, बीमारी से लड़ने के प्रति समर्पण और आंतरिक शक्ति के दम पर ही ये लोग अब एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। शुरुआत में साइक्लोथॉन ने 4 किलोमीटर की दूरी तय की और बाद में चिल्ला स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, दल्लुपुरा फायर स्टेशन, वसुंदरा सामुदायिक हॉल इत्यादि से होते हुए अस्पताल पर जाकर समाप्त गई।
डॉ अंशुमन कुमार, निदेशक, सर्जिकल ओन्कोलॉजी, धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल ने कहा कि धूम्रपान और धुँए रहित (तंबाकू चबाना) दोनों ही समान रूप से जानलेवा हैं। लोग धूम्रपान या तो स्टाइल या फिर स्टेटस के लिए शुरू करते हैं पर तंबाकू आपके फेफड़ों पर हमला करता है और हृदय और रक्त धमनियों में ऑक्सीजन के आवागमन में बाधा डालता है। इतना ही नहीं तम्बाकू प्रजनन क्षमता को भी कमजोर कर सकता है। तंबाकू शरीर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी को भी सीधा न्योता देता है।
यह सिद्ध तथ्य है कि अभ्यास करते समय आपके फेफड़ों को अत्यधिक मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होती है। साइकलिंग एक ऐसी एक्सरसाइज है जो आपके फेफड़ों को मजबूत करने में मदद करती है। जब आप साईकल चलाना शुरू करते हैं, तो आपके फेफड़ों का विस्तार होता है और कम ऑक्सीजन वाला रक्त आपके फेफड़ों में जाता है और ताजा ऑक्सीजन के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर फेंक देता है। इस तरह के आक्रामक अभ्यास से आप बार-बार और गहरी सांस लेते हैं जिससे आपकी वायुकोष्ठिका का विस्तार होता है। इस प्रकार ऑक्सीजन एक्सचेंज की क्षमता बहुत अधिक हो जाती है।
डॉ अंशुमन कुमार ने आगे कहा कि यह एक बड़ी पहल है और हम एक अस्पताल के रूप में इस कॉज के लिए आगे आ गए हैं। किसी भी बीमारी से निपटने के लिए एक सकारात्मक और स्वस्थ वातावरण का होना बहुत जरूरी है। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि हमारा अस्पताल खतरनाक बीमारियों से निपटने के लिए लोगों और उनके प्रियजनों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए समान रूप से योगदान दे रहा है।
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक तम्बाकू व्यापक रोग दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरों में से एक है जिसकी वजह से हर साल 7 मिलियन से अधिक लोगों की जान चली जाती है। इनमें 6 मिलियन से अधिक लोगों की मृत्यु के लिए तम्बाकू का डायरेक्ट इस्तेमाल जिम्मेवार है और जबकि 890000 नॉन-स्मोकर्स की दूसरे लोगों द्वारा किये जाने वाले धूम्रपान के संपर्क में आने के कारण मृत्यु हो जाती है।
विश्व तंबाकू दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है। इस कार्यक्रम ने उन आम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए एक मंच तैयार करने में मदद की है जो सक्रिय रूप से तंबाकू का उपभोग कर रहे हैं और अपनी जिंदगी को जोखिम डाल रहे हैं। तम्बाकू के सेवन के कारण होने वाली फेफड़ों के कैंसर, ब्रोंकाइटिस और विभिन्न हृदय रोग जैसी खतरनाक बीमारियों के खिलाफ रेस और जागरूकता फैलाने के उद्देश्ये से आज 200 से अधिक साईकल चालकों ने रेस लगाकर अपनी स्पिरिट दिखाई। इस रेस में अस्पताल स्टॉफ, मरीज और उनके परिजन, डॉक्टर और आम लोगों ने हिस्सा लिया।