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इंटरनेशनल पब्लिशर्स एसोसिएशन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे 31 वर्षीय प्रणव गुप्ता

नई दिल्ली। इंटरनेशनल पब्लिशर्स एसोसिएशन के मानद संयुक्त सचिव और प्रिंट्स पब्लिकेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक प्रणव गुप्ता इंटरनेशनल पब्लिशर्स एसोसिएशन (आईपीए) की कार्यकारी समिति के सदस्य चुने गए हैं। इस साल नवंबर में वर्चुअल चुनाव हुए थे और आईपीए ने एक कांफ्रेस में चुनाव के नतीजों और अन्य निर्णयों की घोषणा की।
31 साल के प्रणव प्रतिष्ठित आईपीए में ईसी सदस्य बनने वाले सबसे कम उम्र के हैं। प्रणव तीसरी पीढ़ी के प्रकाशक हैं जिन्होंने 16 साल की उम्र में प्रिंट्स प्रकाशन में कदम रख दिए थे। वह एक उद्यमी, प्रकाशक और यात्री के रूप में जाने जाते हैं।
उन्होंने व्यवसाय को न केवल राजस्व के लिहाज से, बल्कि ब्रांड वैल्यू के लिहाज से भी उच्च स्तर पर ले गए। टेक्नोलॉजी और डिजिटल नवाचार में भरोसा रखने वाले प्रणव ने बाय बुक्स इंडिया (भारत में शुरुआती बुक सेलिंग पोर्टल) की भी स्थापना की। अपनी लगन और मेहनत से उन्होंने इसे देश के टॉप आनलाइन बुक सेलर कंपनी के रूप में स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने फ्रंटलाइन (भारत में प्रतिष्ठित प्रकाशन उद्योग पोर्टल) की नीव रखी।
इस वर्ष अक्टूबर में, प्रणव ने एक वर्चुअल एक्जीविशन प्लेटफार्म ‘प्रगतिई’ का सफलतापूर्वक संचालित किया। इस वर्चुअल प्लेटफॉर्म ने फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स (एफआईपी) की ओर से दिल्ली बुक फेयर -2020 की मेजबानी की। वह भारत की अग्रणी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी ओम लॉजिक के निदेशक भी हैं। इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए, प्रणव ने कहा, “मैं इंटरनेशनल पब्लिशर्स एसोसिएशन में भारतीय प्रकाशन उद्योग का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्सुक हूं। मैं अपने साथी एफआईपी सदस्यों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे इस सम्मान के लिए विनम्रतापूर्वक आगे बढ़ाया। उनके समर्थन और मुझ पर विश्वास जताने के लिए मैं सभी का आभारी हूं।”
फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स के अध्यक्ष रमेश मित्तल ने कहा कि प्रणव का मिशन वैश्विक सर्वोत्तम प्रथाओं के साथ भारत को लाभ पहुंचाने और आईपीए की मदद करने, विचारों और प्रक्रियाओं के आदान-प्रदान को विकसित करने में सहायक साबित होगा। पीएचआई लर्निंग के प्रेसिडेंट एमेरिटस, एफआईपी और एमडी अशोक के. घोष ने प्रणव को चुनाव जीतने के लिए बधाई दी और साथ ही अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन उद्योग में एफआईपी के लिए उनकी बड़ी भूमिका की उम्मीद जताई।
प्रणव गुप्ता कई प्रकाशन संस्था जैसे फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स, कैपेक्सिल (वाणिज्य मंत्रालय, भारत), भारतीय रिप्रोग्राफिक राइट ऑर्गनाइजेशन (आईआरआरओ), एफ्रो एशियन बुक काउंसिल से संबद्ध हैं। वह महाराज अग्रसेन अस्पताल (भारत) और बालाजी निरोगधाम (नेचुरोपैथी अस्पताल) जैसी कई परोपकारी पहलों का भी हिस्सा हैं।

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