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MediBuddy ने कोरोना काल में 1.27 करोड़ लोगों को ऑनलाइन मेडिकल सलाह दी

दिल्ली। कोरोना वायरस की महामारी का प्रकोप भारतीय स्वास्थ्य रक्षा प्रणाली के लिए वेकअप कॉल की तरह आया। बीते समय में लोगों को चिकित्सा सुविधाएं देने के लिए कभी टेलिमेडिसिन का इतने बड़े पैमाने पर प्रयोग नहीं किया गया, पर अब समय बदल रहा है। भारत के सबसे बड़े डिजिटल प्लेटफॉर्म पर 2020 में 1.27 करोड़ से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य सेवा से जुड़े सवालों का जवाब दिया गया। गौरतलब है कि MediBuddy  24×7 डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म है, जो मरीजों को स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से चैट, कॉल और विडियो के जरिए जोड़ता है। अब तक MediBuddy को चिकित्सा सेवा में उत्कृष्टता के लिए कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
महामारी के इस दौर में MediBuddy ने लोगों का उनके घरों में कोरोना टेस्ट की सुविधा देने के लिए कई मान्यता प्राप्त लैब से साझेदारी की है। इस मेडिकल स्टार्टअप ने कोरोना वायरस रिस्क एसेसमेंट टूल भी लॉन्च किया है, जिससे लोगों को पता चल सकेगा कि उनके कोरोना वायरस से प्रभावित होने की आशंका कितनी है।
इसके अलावा इस प्लेटफॉर्म पर लोगों को अस्पताल में खाली बेड की उपलब्धता की जानकारी देने के लिए अपने ऐप पर नया फीचर लॉन्च किया गया है। MediBuddy का कोविड 19 बेड अवेलएबिलिटी चेकर कोरोना मरीजों को उनके निकटतम अस्पतालों में बेड की उपलब्धता का समय रहते संपूर्ण विवरण उपलब्ध कराता है।
इस दौर में मरीजों की बदलती चिकित्सा संबंधी जरूरतों के मद्देनजर MediBuddy ने कई मॉडल लागू किए हैं। जिसमें MediBuddy गोल्ड एक वैल्यू बेस्ड सब्सक्रिप्शन सर्विस है, जो यूजर और उनके परिवार की सभी चिकित्सा संबंधी जरूरतों को पूरा करती है। गोल्ड यूजर डॉक्टरों से अपनी बीमारी के संबंध में सलाह लेने, लैब टेस्ट और दवाइयों की डिलिवरी पर सालाना 9976 रुपये की बचत कर सकता है। हाल ही में डॉक्सऐप का MediBuddy से विलय किया गया है। आईआईटी के पूर्व छात्रों, सतीश कानन और एनबेस्कर डिंडियालेन की ओर से बनाई गई डॉक्स लाखों लोगों को कभी और कहीं भी स्वास्थ्य संबंधी सुविधा मुहैया कराती है। इस समय यह संयुक्त उपक्रम 3 करोड़ भारतीयों की स्वास्थ्य रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा कर रहा है और रोजाना 34 हजार से ज्यादा लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा है। ऑनलाइन 10 हजार से ज्यादा अनुभवी डॉक्टर इस टीम का हिस्सा है। यह ऐप मरीजों को 18 विभिन्न विभागों के स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से जोड़ती है। मरीज इनसे चैट, विडियो और वॉयस कॉल से जुड़ सकते हैं। मरीज अपने घर से ही दवाइयों का ऑर्डर दे सकते हैं। इस ऐप से देश भर के टॉप डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह लेने में मरीज 60 फीसदी तक बचत कर सकते हैं। MediBuddy सर्विसेज को दवाइयों के ऑर्डर देने में बड़े शहरों के मरीज तो आगे हैं ही। ब्रैंड ने यह सुनिश्चित किया है कि छोटे-छोटे कस्बों जैसे बिश्रामपुर और मानवथ को भी स्वास्थ्य की देखभाल, दवाइयों और लैब तक पहुंच उपलब्ध हो।
किसी बीमारी का इलाज करने की जगह अपनी सेहत को चुस्त-दुरुस्त रखना स्वस्थ रहने का नया मंत्र बन गया है। अब मरीज अपनी बीमारी के इलाज के लिए ज्यादा पारदर्शिता, सुविधा, पहुंच और किफायती दामों पर दवाइयों और सर्विसेज की डिमांड करने लगे हैं। MediBuddy के प्लेटफॉर्म पर उपभोक्ता संतुष्टि औसत रूप से 96 फीसदी दर्ज की गई है, जिससे यह संकेत मिलता है कि MediBuddy पब्लिक से जुड़ने और उनकी जरूरतें को पूरा करने में सक्षम है।

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