नरेश गोयल व पत्नी अनीता ने जेट एयरवेज के बोर्ड से दिया इस्तीफा, शेयर में उछाल
नई दिल्ली। लंबे समय से जारी आर्थिक संकट के बीच जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल और अनिता गोयल ने जेट के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है। जेट एयरवेज के बोर्ड की सोमवार को हुई बैठक के बाद यह घोषणा की गई। बता दें कि एसबीआई ने गोयल और 3 डायरेक्टर को बोर्ड छोड़ने के लिए कहा था। एसबीआई समेत कई बैंकों के कंशोर्सियम ने जेट को कर्ज दे रखा है। अब कंपनी इन बैंकों के नियंत्रण में आ गई है।
बता दें कि लंबे वक्त से जेट एयरवेज संकट से घिरा हुआ है। जिन कंपनियों से उसने प्लेन लीज पर लिए हैं उनका किराया रुका हुआ था। कर्मचारियों की सैलरी तक नहीं दी जा रही थी। नरेश गोयल के हटने के बाद जेट के ऋणदाता संघ के सदस्य उनके 51 प्रतिशत हिस्सेदारी को एयरलाइंस में मिला सकते हैं। जिसके बाद आनेवाले हफ्तों में नए खरीददार की तलाश शुरू की जाएगी।
दूसरी तरफ, खबर है कि जेट एयरवेज को आपातकालीन फंड मिलने का रास्ता भी दिख रहा है। इसमें पंजाब नैशनल बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 25 साल पुरानी इस एयरलाइंस को प्राथमिकता पर फंड दिया जाएगा। ऋणदाता संघ द्वारा प्राथमिकता पर फंड मिलने से जेट एयरवेज को मदद मिलेगी। अब जबतक कंपनी को बचाने का कोई नया प्लान नहीं बन जाता तब तक यह चलती रह सकेगी।
इस खबर के बाद सोमवार को जेट एयरवेज का शेयर 15.46 फीसदी की तेज के साथ 261 रुपए पर बंद हुआ। वहीं दूसरी एयरलाइंस कंपनियों के शेयर में गिरावट आ गई। स्पाइस जेट और इंडिगो का शेयर गिर गया। इंडिगो का शेयर 3 फीसदी गिरकर 1382 रुपए पर आ गया। वहीं स्पाइस जेट का शेयर 2 फीसदी गिरकर 96.35 रुपए पर आ गया। नरेश गोयल जेट एयरवेज के फाउंडर और प्रोमोटर हैं।
जेट एयरवेज ने 26 बैंकों से कर्ज ले रखा है। इन बैंकों में कैनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, सिंडिकेट बैंक और इलाहाबाद बैंक जैसे बैंक हैं। जेट एयरवेज ने 8 हजार करोड़ रुपए का कर्ज ले रखा है। अब जेट में नए सिरे से पूंजी डाली जाएगी। इस कदम के बाद जेट के संकट से निकलने की उम्मीद बढ़ी है।