उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम सदुपयोग करें, कोविड रोगियों को सुविधाऐं उपलब्ध करने में टीम भावना से कार्य करें : जिला कलेक्टर
-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कोविड़ अस्पतालों में व्यवस्था बनाये रखने एवं मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त किये गये प्रशासनिक सेवा के अधकारियों एवं वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों की शुक्रवार को टैगोर सभागार में बैठक लेकर निर्देश दिये कि उपलब्ध संसाधनों का अधिकतम सदुपयोग किया जाकर कोविड़ रोगियों को टीम भावना के साथ कार्य करते हुए बेहत्तर सुविधाऐं उपलब्ध कराये।
जिला कलेक्टर ने कहा कि कोविड़ संक्रमित नागरिकों को अस्पतालों में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए समय पर इलाज के साथ उचित परामर्श की व्यवस्था की जावे जिससे डर की भावना नहीं रहे। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को रोगियों की गम्भीरता देखते हुए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति एवं ऑक्सीजन की व्यवस्था में मदद करते हुए सभी अधिकारी निरंतर मॉनिटरिंग करें। ऑक्सीजन की निरंतरता बनाये रखने के लिए आपसी समन्यवय से कार्य कर उपलब्ध ऑक्सीजन का पूर्ण उपयोग होने के साथ गम्भीर रोगियों को प्राथमिकता तय की जावे।
जिला कलेक्टर ने कहा कि ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति एवं मांग की निरंतर मॉनिटरिंग करते हुए तकनिकी रूप से रोगियों को निर्धारित मापदण्ड के अनुसार दी जावे यह भी सनिश्चित किया जावे। उन्होंने रेमेडिसीविर इंजेक्शन की उपलब्धता के लिए भी आपसी समयन्यवय बनाये रखकर आवश्यकता वाले संस्थानों में समय पर आपूर्ति करवाने के निर्देश दिये।
- निधन पर गाइडलाइन की पालना करें
उन्होंने कहा कि कोरोना गाइड लाइन के अनुसार कोविड अस्पताल में भर्ती रोगी के निधन पर उसके कोविड़ होने के सम्बन्ध में मेडिकल कॉलेज में गठित बोर्ड के माध्यम से प्रपत्र-4 भरकर समिति द्वारा तय करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि किसी भी संक्रमित रागी के निधन पर उसके धार्मिक रीति रिवाजों का पालन करते हुए अंतिम संस्कार किया जावे, मृत देह को अस्पताल से शमशान तक पहुंचाने के लिए स्थानीय निकायों को अधिकृत किया गया है किसी भी परिजन को परेशानी नहीं हो।
- तीन बार अपडेट करें सूचना
जिला कलेक्टर ने कहा कि सरकार द्वारा अस्पतालों में संशाधनों की उपलब्धता के लिए सॉफ्टवेयर बना रख हैं जिस पर प्रातः 8 बजे, दोपहर 2 बजे तथा सांय 8 बजे सूचना अपडेट किया जाना आवश्यक है। इससे किसी भी गंभीर रोगी को खाली बैड एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता का आकलंन कर भर्ती कराया जा सकता है। उन्होंने सभी नोडल अधिकारियों, सहायक नोडल अधिकारियों को समय पर सूचना अपडेट करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि संक्रमित रोगी का परिजन अनावश्यक अस्पताल में भ्रमण भी नहीं जिससे चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ को संक्रमित होने से बचाया जा सकेगा।
बैठक में प्रशिक्षु आईएएस मृदुलसिंह ने प्रजेन्टेशन के माध्यम से अस्पताल वार की जाने वाली तैयारियों की जानकारी दी। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर शहर आरडी मीणा, प्रशासन नरेन्द्र जैन, सिलिंग एसएन आमेठा, अतिरिक्त आयुक्त आबकारी सुनिता डागा, उप निदेशक महिला बाल विकास कृष्णा शुक्ला, उप सचिव यूआईटी मोहम्मद ताहिर, चन्दन दूबे सीपीओ जेपी महावर सहित सभी अस्पतालों के नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
- पूर्व सैनिक आगे आएं
संभाग के सभी जिलों में निवासरत पूर्व सैनिकों से कोविड़ के दौरान सरकार एवं प्रशासन की सहायता के लिए स्वैच्छिक रूप से आगे आकर सूचना भिजवाने का अनुरोध किया है। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ले.कर्नल (से.नि) एस.के. पंजाबी ने सभाग के सभी जिलों में निवासरत पूर्व सैनिकों से अपिलनकी हैं।उन्होंने बताया कि जो भी पूर्व सैनिक अपनी सेवाऐं देना चाहे वे अपना नम्बर, रैंक, नाम एवं मोबाइल नंबर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कोटा के व्हाट्स एप नंबर 9461585381 में भिजवा सकते है।
- वाचस्पिति भवन भी अधिग्रहित
जिला कलेक्टर उज्ज्वल राडौड़ ने आदेश जारी कर कोटा विश्वविद्यालय के वाचस्पिति भवन को कोविड केयर सेन्टर के लिए अधिग्रहित किया है। इससे कोविड़ संक्रमित रोगियों के इलाज के लिए काम में लिया जायेगा।