बाल श्रमिकों को रेस्क्यू कर योजनाओं का लाभ दिलाएं : कलेक्टर
-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि बालश्रम उन्मूलन के सभी विभाग समन्यवय से कार्य करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे कर उन्मूलन के लिए प्रभावी कार्यक्रम चलायें। उन्होंने बाल श्रमिकों को रेस्कयू कर सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिये।
जिला कलेक्टर बुधवार को जिला स्तरीय टॉस्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाल श्रम से प्रभावित क्षेत्रों में सघन सर्वे कर उन्मलन के लिए कार्य योजना बनाये तथा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाल श्रमिकांे को नियोजित नहीं करने के लिए पाबन्द करें। उन्होंने पुलिस विभाग एवं मानव तस्करी विरोधी ईकाई के माध्यम से बाल श्रमिकों के लिये रेस्क्यू अभियान के संचालन तथा स्वंयसेवी संस्थाओं के सहयोग से सघन जन-जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिये। उन्होंने बाल श्रमिकों के परिवहन, दुर्व्यवहार को रोकने एवं नियन्त्रित करने के संबंध में रेल्वे एवं परिवहन विभाग के साथ प्रभावी निगरानी एवं सूचना तंत्र विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने एसएसआई व अन्य बड़े प्रमुख संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर उनके सहयोग से बाल श्रम की रोकथाम व चिन्हिकरण के लिए पोस्टर, बैनर आदि चस्पा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने श्रम विभाग से आये पोस्टर ’’बच्चो से कारखनो में काम कराना और उनका शोषण करना एक जघन्य अपराध है’’ का विमोचन कर इनको प्रमुख सार्वजनिक स्थानों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लगाने के लिए कहा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर प्रवीण जैन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण पारस जैन ने बताया कि बाल श्रमिकों के चिन्हिकरण के लिए ऑपरेशन खुशी प्रथम, द्वितीय, तृतीय, बचपन बचाओ अभियान, ऑपरेशन आशा, ऑपरेशन आशा द्वितीय चलाये गये है। उन्होंने बताया कि बाल कल्याण समिति के सदस्यों के द्वारा पुलिस जाप्ता मांगने पर तुरन्त उपलब्ध करवाया जाता है।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कनिजा फातमा ने बताया कि बाल श्रम के संबंध में जानकारी मिलने पर तुरन्त प्रभावी कार्यवाही की जाती है एवं अभी तक सभी बाल/किशोर श्रमिको का पुनर्वास कर दिया गया है। संयुक्त श्रम आयुक्त प्रदीप कुमार झा ने टॉस्क फोर्स के सदस्यों के द्वारा कार्यो की जानकारी लेकर बालश्रम उन्मूलन के लिए आपसी समन्यवय से कार्य करने का आव्हान किया।