‘नफरत छोड़ो भारत जोड़ो अभियान’ चलाएगा राष्ट्रीय पीस मिशन : राष्ट्रीय प्रवक्ता ऐडवोकेट अख्तर खान अकेला
-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
राष्ट्रीय पीस मिशन जल्द ही देश में ‘नफरत छोड़ो भारत जोड़ो’ अभियान चलाएगा। मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष दया सिंह के निर्देशन में शुरू किए जाने वाले इस अभियान की जानकारी देते हुए राजस्थान प्रदेश संयोजक और राष्ट्रीय प्रवक्ता कोटा के ऐडवोकेट अख्तर खान अकेला ने बताया कि यह अभियान देश में नफरत का ज़हर फैलाकर देश का माहौल बिगाड़ने की साज़िशो में जुटे लोगों के खिलाफ और देश में अमन, भाईचारा और सद्भाव के लिए जन जागृति पैदा करने के लिए चलाया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रीय पीस मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार दयासिंह ने वर्ष 2024 तक देश को नफरत मुक्त करने के लिए सफलतम प्रयास करने का ऐलान किया है। पीस मिशन ‘देश को तोड़ो मत देश को जोड़ो’ के नारे के साथ देश के विभिन्न राज्यों में रह रहे शांति के प्रचारक, प्रबुद्धजनों, बुद्धिजीवियों को साथ लेकर राष्ट्रीय स्तर पर देश को अराजकता से बचाने का प्रयास करेगा। यह अभियान पूर्ण रूप से गैर राजनीतिक होगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि दया सिंह ने वर्ष 1992 में हक़ के अमन यात्रा के साथ देश भर में शान्ती और सद्भावना का माहौल बनाने के लिए उक्त संगठन के माध्यम से यात्राएं शुरू की थी। उनकी की पहली यात्रा पंजाब से पटना तक की थी फिर पंजाब की वेव नदी से गंगा तक हक़ के अमन यात्रा शुरू की गयी। देश के विभिन्न हिस्सो में घूम कर दयासिंह और इनके साथ जुड़े प्रबुद्ध लोगों ने पीस मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर शान्ती और सद्भाव का पैगाम दिया। उनका मानना है कि देश में हम सब एक है का नारा हो, साम्प्रदायिक सद्भाव हो, शान्ती, अमन और सुकून हो तो हमारा देश अंतरराष्ट्रीय गुरु बनने की स्थिति में आ जाएगा। दया सिंह का कहना है के राष्ट्रीय पीस मिशन के बैनर तले जो भी कार्यक्रम करना चाहे उन सभी का स्वागत है।
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि देश को कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक सूत्र में पिरोकर देश के लोगों को अमन सुकून का माहौल देने के प्रयासों के तहत अब पीस मिशन के कार्यक्रम राज्य, ज़िला और ब्लॉक स्तर पर भी आयोजित किए जाएंगे। शीघ्र ही मिशन की होने वाली आगामी बैठक में देश भर के सभी ज़िला संयोजक, प्रदेश पदाधिकारी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहकर आगामी रणनीति को तय करेंगे। राजस्थान में भी जिला संयोजकों की नियुक्ति की जायेगी।