धारीवाल ने किया वो काम जो 50 साल में कोई नहीं कर सका
कोटा। बार-बार अतिक्रमण की तलवार के वार से बचा कर हमें पक्की दूकानें देकर धारीवाल ने वो कर दिखाया जो किसी ने 50 साल में नहीं किया। यह कहते समय घनश्याम को दूकान मिलने की खुशी उसके चेहरे पर देखते ही बन रही थी। कहने लगा 35 साल का मैं हो गया इससे 15 साल पहले से उसके स्वर्गवासी पिता चाय की दूकान लगते थे। इसी के समान जे.के.लोन महिला एवं शिशु चिकित्सालय के सामने सड़क के उस पार एवं आस-पास के सभी 24 थड़ी वाले खुश हैं कि उन्हें नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने पक्की दूकानें बना कर दी हैं और दूकान का मालिक बना दिया। नगरीय विकास मंत्री चाहते थे कि ये सम्मानजनक रूप से अपना कारोबार करें और आवागमन के लिए सड़क चैड़ी हो जाये। इसलिये समीप ही 27 दूकानों का निर्माण करवाया गया, जिससे सभी को दुकान मिल जाये,कोई भी महरूम नगीन रहें।
रामगोपाल रावत, विधवा कौशल्या बाई, दौलत राम रावत, चमेली बाई के चेहरें भी दुकान मिलने की खुशी से चमक रहे थे। बढ़-चढ़ कर अपनी दुकानों के नम्बर बता रहे थे की कोन सी दुकान उन्हें मिली है। रामगोपाल ने कहा हर साल दो-तीन बार अतिक्रमण हटाने वाले आते थे और उन्हें रोजगार करना मुश्किल हो जाता था। दुकान मिलने पर हम भी अपनी दुकान के मालिक बन गए हैं। उसने कहा धारीवाल कोटा में सभी के लिए अच्छा काम कर रहे हैं और शहर को सुंदर बनाना चाह रहे हैं।
दूकानदारों ने बताया उन्हें मंगलवार को नगर विकास न्यास कार्यालय में 24 दूकानों का आवंटन कर दिया गया हैं। अब उन्हें शुक्रवार 5 फरवरी को डॉक्यूमेंट लेकर बुलाया है और आवंटन पत्र देने संबंधी प्रक्रिया पूरी की जयेंगी। कब्जा मिलने पर वे अपनी-अपनी दूकानों में चले जायेंगे और बेझिझक अपना रोजगार करेंगे।