राजनीति

नाजुक हालात में लापरवाही न करे : धारीवाल

-डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
कोरोना की दूसरी लहर इतनी खतरनाक होगी किसी को अंदाज भी नही था जिस तरह के हालात एक बार फिर देशभर में बने हैं सबको दहशत में डाल दिया हैं लेकिन इस नाजुक हालत की गम्भीरता को लोग अभी भी नही समझ रहे लापरवाही ही बड़ी वजह संक्रमितो की संख्या को बढ़ा रही हैं।
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने एक बार फिर आमजन से सरकार की गाइडलाइन की पालना पूरी गम्भीरता के साथ करने की अपील की हैं। उन्होंने कहा कि सरकार रोकथाम ,इलाज के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं आप सरकार की गाइड लाइन की पालना करके इस जंग में अपनी भागीदारी जिम्मेदारी के साथ निभाये। मंत्री धारीवाल अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में भी पल पल की रिपोर्ट अधिकारियों से ले रहे है साथ ही होम आइसोलेट मरीजो को घरों पर जो दवाएं सरकार की और से उपलब्ध करवाई जा रही हैं उसकी भी अधिकारियों को प्रॉपर मोनिटरिंग के निर्देश दे रहे है।
उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार चिकित्सा सुविधाओं में बढ़ोतरी को लेकर लगातार प्रयासरत है। कोरोना की प्रदेश में दस्तक के साथ ही सरकार ने अहम फैसले लेकर सरकार के अति संवेदनशील होने की बात पूरे देश के सामने रखी थी राजस्थान मॉडल की देशभर में तारीफ भी हुई थी। सरकार लगातार प्रयास कर रही है आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले इसके लिए सरकार ने कोटा के लिए एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। युडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि सरकार ने निर्णय लिया है कि कोटा शहर की कुन्हाड़ी और विज्ञान नगर सीएचसी को मॉडल सीएच सी बनाया जायेगा जबकि ग्रामीण इलाके की एक कैथून या मंडाना में से मॉडल सीएचसी सरकार बनाने जा रही है।

  • सुविधाओं में विस्तार

मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि कोटा शहर में चिकित्सा व्यवस्थाओं में लगातार की जा रही बढ़ोतरी के मद्देनजर शहरी क्षेत्र की इन दोनों सीएचसी मॉडल सीएचसी बनाने के लिए सुविधाओं में बड़ा विस्तार किया जाएगा आधुनिक मशीनों, संसाधनों के साथ साथ बेड़ की संख्या में बढ़ोतरी अतिरिक्त स्टाफ तैनातगी होगी। शहर की विज्ञान नगर और कुन्हाड़ी स्वास्थ्य केंद्रों पर अरे वह सुविधा मुहैया करवाई जाएगी ताकि कैसी भी परिस्थिति में रोगी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तो उसको बड़ा अस्पतालों की तरह सुचारू इलाज मुहैया हो सके। शहर के बड़े अस्पतालों की तरह इन स्वास्थ्य केंद्रों पर भी रोगियों को इलाज में बड़ी राहत मिल सके इस तरह का प्रयास सरकार का है यही वजह है कि इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों को मॉडल सीएचसी बनाने का निर्णय लिया है साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की मंडाना और कैथून में से किसी एक पर अंतिम निर्णय लेकर इनमें से एक को मॉडल सीएचसी बनाने की प्रक्रिया को जल्द शुरू किया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य केंद्र पर ही बेहतर सुविधाओं के साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाओं और आधुनिक मशीनरी युक्त संसाधन वही उपलब्ध हो और उनको इलाज में राहत मिल सके।

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