पहली बार जनता के द्वार तक विकास की पगडंडी बनी चुनाव का मुद्दा….
डॉ. प्रभात कुमार सिंघल, कोटा
कोटा में बीते पांच सालों में जनता के द्वार तक पहुंची विकास की पगडंडी पहली बार आगामी 25 नवंबर को होने वाले चुनावों में प्रमुख मुद्दा बन गया है। पहली बार ऐसा हुआ जब आम जनता ने अपने घर के बाहर हुए विकास कार्यों को देखा। कोई घर ऐसा नहीं जब उसके सामने पक्की सीमेंट की रोड न बनी हो । पक्के नालें और नालियां न बनी हो। सिवरेज के लिए पाइप लाइन नहीं डाली गई हो। पार्कों का विकास नहीं हुआ हो। पार्कों में स्वास्थ्य की दृष्टि से ओपन जिम न खुले हों। हर वार्ड, हर मोहल्ला और गलियां टूटी फूटी सड़कों , सिवरेज और बिजली की रोशनी की समस्या से मुक्त हो गए हैं तथा हर वार्ड आज स्मार्ट वार्ड बन गया है।
घर-घर तक पहुंची विकास की किरण की चमक से आज आमजन बड़ी राहत महसूस कर रहा है। घर पर जब कोटा के बाहर से मेहमान आते हैं तो वे भी चकाचौंध रह जाते हैं और कहते है आपके घर के बाहर की तो दशा ही बदल गई। लोग कहते नजर आते हैं घर – वार्ड की ही नहीं पूरे शहर की काया पलट गई है। वे इस अकल्पनीय विकास का श्रेय कोटा उत्तर के विधायक और नगरीय विकास मंत्री शांति कुमार धारीवाल को देते हुए कहते नज़र आते हैं पहली बार घरों के बाहर और वार्डों में इतना बड़ा विकास का कार्य देखा है।
निश्चित रूप से यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नहीं है कि जहां कोटा का बड़े पैमाने पर सौंदर्यकरण कार्य हुआ उससे कहीं अधिक बढ़ कर विकास व्यापक तौर पर घर – घर तक पहुंचा। सामुदायिक कार्य तो हर जन के उपयोग के होते हैं जब की द्वार – द्वार तक पहुंचे विकास की धारा से व्यक्तिगत जुड़ाव बनता है, क्यों की उससे उसे सीधा लाभ स्वयं को होता है। इसी से आम जन को लगता है सरकार ने मेरा भी कुछ हित किया। यहीं नहीं वार्डों में और भी जन सुविधाओं के कई ऐसे कार्य करवाए गए जिनका सीधा लाभ नागरिकों को मिला। व्यक्ति को उसके मकान का पट्टा दे कर उसे मालिकाना हक़ देना भी एक ऐसा ही अति महत्व का कार्य है, आम जन को सीधा लाभ मिला है।
आज आम जन के मन में पैठ कर कर यह भावना ही चुनाव का प्रमुख मुद्दा बन गई है। आशा की जा सकती है की हर जुबान पर उसके विकास की चर्चा निश्चित ही धारीवाल को सहायक होगी और उम्मीदवारों के हार – जीत में निर्णायक भूमिका निभायेगी ।