मूवी रिव्यु

फिल्म ‘जबरिया जोड़ी’ एक अनोखी रोमांटिक कॉमेडी के साथ दर्शकों का मनोरंजन भी करेगी

फिल्म का नाम : जबरिया जोड़ी
फिल्म के कलाकार : सिद्धार्थ मल्होत्रा, परिणीति चोपड़ा, जावेद जाफरी, अपारशक्ति खुराना, संजय मिश्रा और चंदन रॉय सान्याल
फिल्म के निर्देशक : प्रशांत सिंह
फिल्म के निर्माता : शोभा कपूर, एकता कपूर और शैलेश आर सिंह
रेटिंग : 2.5/5

साधारण और रोयल शादियां तो आपने बहुत सी देखी होंगी और शादियों के बारे में सुना भी होगा। साथ ही साथ आपने पकड़वा विवाह के बारे में भी सुना होगा लेकिन कभी देखा नहीं होगा। हम शादियों का ज़िक्र इसलिए कर रहे हैं क्योंकि पकड़वा विवाह पर आधारित एक फिल्म बनाई गई है, जी हां हम बात कर रहे हैं ‘‘जबरिया जोड़ी’’ के बारे में। बिहार के कई राज्यों और उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में पकड़वा विवाह का चलन है। इसके तहत दुल्हन का परिवार दहेज के खर्च से बचने के लिए कुंवारे लड़कों से अपनी बेटी की जबरन शादी कराता है। यह निश्चित रूप से एक ऐसा विषय है जो पहले कभी नहीं देखा गया है और फिल्म के ट्रेलर जनता का ध्यान आकर्षित करने में कामयाब रही है। देखते हैं फिल्म कैसी बनी है।

फिल्म की कहानी :
यह कहानी है बिहार की राजधानी पटना के बाहुबली अभय सिंह (सिद्धार्थ मल्होत्रा) की जिसे ‘पकड़वा विवाह’ करवाने में महारत हासिल है। वो पढ़े-लिखे कुवांरे लड़कों को किडनैप करके उनकी शादी उन लड़कियों से करवाता है, जिनके परिवार वाले मोटा दहेज देने में असमर्थ हैं जिसकी वजह से उन लड़कियों की शादी नहीं हो पा रही है। अपने दबंग पिता हुकुम सिंह (जावेद जाफरी) के आदेश और अपनी गैंग के साथ मिलकर अभय इस काम को शातिर तरीके से अंजाम देता है। इस काम के पीछे उसकी यह सोच है कि दहेज मांगने वाले लालची लोगों का इस तरह से अपहरण करके और उनकी शादी करवा कर वह लड़की वालों के लिए पुण्य का काम कर रहा है। बबली यादव (परिणीति चोपड़ा) और अभय सिंह एक दिन बबली की सहेली की शादी में अचानक मिलते हैं। अभय की तरह बबली भी दबंग है। प्यार में धोखा देने वाले अपने आशिक को वह सरेआम नैशनल टीवी पर पीटकर बबली बम बन चुकी है। बबली के पिता दुनियालाल (संजय मिश्रा) सीधे-सादे अध्यापक हैं, तो उसके दोस्तों की टोली में संतो (अपारशक्ति खुराना) जैसा हमदर्द भी है। संतो मन ही मन में बबली को पसंद करता है। धीरे-धीरे अभय सिंह और बबली एक-दूसरे से मिलते हैं और बबली के दिल में अभय के लिए प्यार उमड़ता रहता है, लेकिन अभय सिंह का ध्यान प्यार और शादी से हटकर चुनाव जीतने पर रहता है। बबली अपने प्यार को अभय के दिल में जगा पाती है कि नहीं, दोनों का मिलन कैसे होता है, यह जानने के लिए आपको सिनेमाघर का रुख करना पड़ेगा।

फिल्म में सही जायका लाने के लिए बिहार और उत्तर प्रदेश के वास्तविक स्थानों पर शूट किया गया है। दिलचस्प बात यह है कि जबरिया जोड़ी के दोनों लेखक, संजीव. के. झा और प्रशांत सिंह इसी राज्य से ताल्लुख रखते हैं, इसलिए उन्होंने तथ्यों पर काम पर करते हुए, कहानी को यथासंभव वास्तविक रखते हुए इसे काल्पनिक रूप दिया है। बात करें फिल्म की तो फिल्म का पहला भाग दर्शकों पर अपनी पकड़ बनाए रखने में कामयाब रहा है। दूसरे भाग में एक ही समय में कई सारे किरदार सामने आते हैं जो कहानी में भटकाव पैदा करते हैं और दर्शकों को कहानी से जुड़ने नहीं देते, समझ ही नहीं आता कि चल क्या रहा है। फिल्म के गाने ठीक-ठाक हैं।

बिहारी एक्सेंट में सिद्धार्थ मल्होत्रा और परिणीति चोपड़ा ठीक दिख रहे हैं। परिणीति चोपड़ा और सिद्धार्थ मल्होत्रा दोनों ही ने रंग-बिरंगे कपड़े पहने हैं और फैशन का एक अलग लेवल सेट किया है। जावेद जाफरी और संजय मिश्रा ने अपने चरित्रों में जान डाल दी है। अपारशक्ति खुराना और चंदन रॉय सान्याल ने अच्छा काम किया है। अन्य कलाकारों ने भी ठीक काम किया है।

फिल्म क्यों देखें :
फिल्म एक बार देखी जा सकती है और यदि आप परिणीति और सिद्धार्थ के फैन हैं तो आपको दोनों का किरदार पसंद आएगा।

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