स्वास्थ्य

अब डेंगू और मलेरिया का शीघ्र पता लगेगा

मुंबई स्थित ट्रांसएशिया बायो-मेडिकल्स लि. ने डेंगू और मलेरिया का शीघ्र पता लगाने के लिए ErbaQik Kits पेश की है। डेंगू और मलेरिया के हर प्रांचल के लिए ErbaQik Kits ने सुपिरियर स्पेशिफिसिटी (100 फीसदी) और सेंसिटिविटी (92 फीसदी) होना साबित किया है, यह प्रख्यात एनएबीएल प्रयोगशाला पर किए गए सघन मूल्यांकन अध्ययन के आधार पर है। आज भारत में ErbaQik Kits सबसे भरोसेमंद के बतौर मान्य है। यह अर्फोडेबल परीक्षण किट्स भारत में विशेषकर सापेक्ष होगा, जहां 2016 में डेंगू के 1.29 लाख मामले में 245 की मृत्यु हुई थी। यह किट्स पूरे भारत में लांच किया गया है, जिसमें टियर 2, टियर 3 और टियर 4 शहर शामिल है तथा यह सभी सरकारी एवं निजी अस्पतालों तथा डायग्नोस्टिक सेंटरों पर उपलब्ध है।
मलेरिया और डेंगू का निदान चिकित्सकीय मूल्यांकन और सेरोलाॅजिकल टेस्ट जैसे कि रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट और ईएलआईएसए पर निर्भर करता है। रैपिड प्रांरभिक जांच के लिए पसंद किया जाता है, क्योंकि इसमें परिणामों की त्वरित रिपोर्टिंग (ईएलआईएसए द्वारा लिए जाते 120 मिनट के बदले में 30 मिनट से कम समय), आसान उपयोग, सीमित संसाधन आबंटन और अर्फोडेबिलिटी जैसे लाभ है।
चिकित्सकों के अनुसार रोग का जल्दी पता चलना और सर्वाधिक महत्वपूर्ण सटीक पता चलना आज की जरूरत है। टेस्ट किट्स में बहुधा गलत परिणामों के अधिक प्रतिशत की चिंता रहती है। अतः सूक्ष्म बोध और विशिष्टता (गलत परिणाम से बचना) महत्पूर्ण पैरामीटर हो गया है। प्रयोगशालाओं तथा अस्पतालों के लिए यह अपरिहार्य हो गया है कि वे ऐसे पता लगाने वाले किट्स का चयन करें जो अपनी सूक्ष्म बोध एवं विशिष्टता के लिए प्रख्यात प्रयोगशालाओं द्वारा मूल्यांकित तथा मान्य हो।
ErbaQik Kits के बारे में बोलते हुए ट्रांसएशिया बायो-मेडिकल्स लि. के सीईओ वाई. एस. प्रभाकर ने कहा कि,‘ट्रांसएशिया का हमेशा से प्रयास यह सुनिश्चित करने का रहा है कि भारत को विश्व में उपलब्ध बेहतरीन डायग्नोस्टिक समाधान मिले। हमने सुनिश्चित किया है कि ये अर्फोडेबल भी हो। म्तइंफपा ज्ञपजे सच में एक ‘मेक इन इंडिया’ पहल है और हमें इस किट्स को पेश करने पर गर्व है। ये डेंगू और मलेरिया का त्वरित पता लगाने के लिए सर्वाधिक भरोसेमंद और अर्फोडेबल समाधान है।’
डां. एल.एच.आई रैननदानी अस्पताल के लेब्रोरेटरी मेडिसीन एचओडी डां. सुविन शेट्टी ने कहा कि,‘बाजार में आज जो सभी रैपिड टेस्ट किट्स मौजूद है, उनमें गोल्ड नैनोपार्टिकल्स है, जिसका उपयोग टेस्ट मेम्ब्रेन स्ट्रिप्स में संयुग्म (काॅजुगेट) के बतौर होता है। जैसे ही नमूना स्ट्रिप्स के माध्यम से गुजरता है, गोल्ड पार्टिकल्स संयुग्म एक रंगीन टेस्ट एवं कंट्रोल बैंड बनाता है। तथापि यहां निर्णय करने में दोष हो सकता है, कारण कि टेस्ट और कंट्रोल बैंड दोनों एक ही रंग में दिखाई दे सकते है। इससे गलत परिणाम के अवसर बढ़ते है।’

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