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कल दोपहर में होगा राम मंदिर का भूमि पूजन

अयोध्या। कुछ घंटों बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का भूमि पूजन करेंगे। जिसके बाद राम मंदिर के निर्माण का काम तेज गति से किया जाएगा। अयोध्या को पूरी तरह से सजाकर तैयार किया गया है, गली-गली में राम नाम का भजन गाया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था को बहुत सख्त किया गया है। पीएम मोदी बुधवार सुबह 11 बजे के करीब अयोध्या पहुंचेंगे और लगभग तीन घंटे तक वहां पर रुकेंगे। अयोध्या में मेहमानों का पहुंचना भी शुरू हो गया है, आज शाम से अयोध्या की सीमाएं सील कर दी गई हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल होने वाले भव्य आयोजन से पहले एक ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि त्रेतायुग के पश्चात आज पुनः प्रभु श्री राम के पुनीत अभिनंदन के मंगल भावों से संपूर्ण समाज सुरभित है। अयोध्या जी की हर गली अपने आराध्य की अभ्यर्थना हेतु प्रमुदित है।
भूमिपूजन से पहले गृह मंत्री अमित शाह ने राम मंदिर की फोटो ट्वीट की है।
अयोध्या मे भूमिपूजन के वक्त 12ः44 से 12ः45 मिनट के बीच का एक मिनट बेहद महत्वपूर्ण है। इसी एक मिनट मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य कुर्मश्ला पर नवरत्न जड़ित पंचधातु निर्मित कमलपुष्प सहित, पुष्पाक्षत अर्पण करके यजमान के द्वारा प्रतिष्ठा पयाम् िका उच्चारण करके, कार्य पूर्ण होगा।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 5 अगस्त को होने वाला कार्यक्रम प्रधानमंत्री के लिये साहस दिखाने तथा लोगों को यह संकल्प लेने के लिये कहने का एक अवसर है कि मानवता पर लगे छुआछूत के कलंक को मिटायें तथा दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों के साथ समानता का व्यवहार करें। ऐसा करके हम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों को पूरा कर सकते हैं और उनकी भावना पर खरे उतर सकते हैं।
बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। बता दें कि संघ प्रमुख मोहन भागवत कल होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
पीएम मोदी के अयोध्या पहुंचने से पहले सुरक्षा बढ़ाई गई है। राम जन्मभूमि क्षेत्र को रेड जोन घोषित कर दिया गया है, साथ ही मॉक ड्रिल भी की गई है।
राम मंदिर का भूमि पूजन तो बुधवार को होना है लेकिन इससे पहले मंगलवार को ही नए मॉडल की तस्वीर सामने आ गई है।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बयान जारी किया कि लोग राम मंदिर का सांस्कृतिक एकता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता, वसुधैव कुटुंबकम की दृष्टि से अनुभव करेंगे। हमारा राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने का सपना और प्रतिबद्धता पूरा हो रहा है। मैं भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री को विशेष रूप से बधाई देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारी पूरी कर ली गई है। पीएम मोदी सबसे पहले हनुमान गढ़ी पहुंचेंगे और यहां हनुमानजी का दर्शन करेंगे। हनुमान गढ़ी में पीएम मोदी का स्वागत साफा, मुकुट और गदा से होगा।
डीआईजी दीपक कुमार ने कहा कि एक तरफ अयोध्या के मन की परिकल्पना 5 अगस्त को पूरी हो रही है, इस वजह से पूरा भक्तिमय माहौल है। दूसरी तरफ सुरक्षा एक अहम विषय है। इन दोनों में हमें तालमेल बैठाना है। हम लोगों और संतों से अनुरोध कर रहे हैं कि आप लोग घर या मंदिर में रहें। सिर्फ अतिथियों और ट्रस्ट के लोगों को जाने की अनुमति होगी।
अयोध्या में होने वाले भूमि पूजन में विनय कटियार भी शामिल नहीं होंगे। विनय कटियार ने चंपत राय को भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल ना होने की जानकारी दी है। उनका कहना है कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है, ऐसे में वो घर से ही भूमि पूजन का कार्यक्रम देखेंगे।
योगगुरु रामदेव भी अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। रामदेव ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या के लिये हम प्रस्थान कर रहे हैं और हमें सौभाग्य मिला है की हमारी आंखों के सामने, हमें दिव्य भव्य राममंदिर के शिलान्यास में सम्मिलित होने का यह अवसर मिला है।
गुजरात के सात संतों को भूमि पूजन का न्योता मिला है। सभी संत अहमदाबाद से अयोध्या के लिए रवाना हुए। संत करीब सात किलो चांदी लेकर निकले हैं। जिसे वो ट्रस्ट को भेंट देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीरामजन्मभूमि पर क्रॉसिंग गेट तीन से एंट्री ले सकते हैं। इस इलाके में सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है।
भूमि पूजन से पहले आज अयोध्या में विशेष पूजा की जा रही है। हनुमान गढ़ी में पूजा हो रही है, साथ ही शंखनाद कर दिया गया है।
श्रीराम मंदिर के ट्रस्ट की ओर कुल 175 लोगों को भूमि पूजन के लिए निमंत्रण भेजा गया है, इनमें करीब 135 संत शामिल हैं जो देश के अलग-अलग हिस्सों से आएंगे। हर निमंत्रण कार्ड पर एक कोड है, जो सुरक्षा के चलते तैयार किया गया है।
ट्रस्ट की ओर से सबसे पहला न्योता इकबाल अंसारी को दिया गया, जो सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद की ओर से पक्षकार थे। इकबाल अंसारी भूमि पूजन के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत भी करेंगे। इनके साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया गया है, राम मंदिर आंदोलन की अगुवाई करने वाले अशोक सिंघल के परिवार के सदस्यों को भी बुलाया गया है।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के चलते काफी सावधानी बरती जा रही है। इसलिए 90 साल से अधिक के लोगों को नहीं बुलाया जा रहा है, ऐसे में भाजपा के दिग्गज लालकृष्ण आडवाणी, सुप्रीम कोर्ट में रामलला का केस लड़ने वाले के. परासरण जैसे बड़े लोग नहीं आ पाएंगे। हालांकि, इनके लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्था की जा रही है। इनके अलावा कल्याण सिंह, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज भी कोरोना संकट के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाएंगे।

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