सामाजिक

आईटीसी की विवेल महिला लीडरशीप पहल और आज़ाद फाउंडेशन ने कम्यूनिटीज के सहयोगपूर्ण परिवर्तन के 7 साल पूरे होने का जश्न मनाया

दिल्ली। वर्ष 2016 से चली आ रही आईटीसी की विवेल महिला लीडरशीप पहल जो अपने मज़बूत इरादे ‘अब समझौता नहीं’ से प्रेरित है, इसने इतने बड़े परिवर्तन को लाने का जिम्मेदार जमीनी स्तर के चैंपियनों को बताया है। आज़ाद फाउंडेशन और विवेल महिला लीडरशिप पहल के इस लीडरशिप प्रोग्राम ‘परवाज़’ जो सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और समुदायों को बदलने में अहम भूमिका निभाता है, इसके 7 साल पूरे होने की खुशी में जश्न मना रहा है। साल भर के गहन ट्रेनिंग कार्यक्रम ने युवा महिला लीडर्स की क्षमता बढ़ाने और उनके व्यक्तित्व को निखारने में बहुत मदद की है। अपने परिवर्तनकारी लीडरशीप द्वारा लगातार उन्नति करते युवा लीडर्स अपने समुदायों में परिवर्तन के उत्प्रेरक हैं।
जेंडर और पितृसत्ता पर नारीवादी सिद्धांतों, जेंडर बेस्ड हिंसा से निपटने की रणनीतियों, कानूनी जानकारी, सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर शासन की अंतर्दृष्टि और वित्तीय सशक्तिकरण उपकरणों से लैस होकर संसाधनहीन पृष्ठभूमि के 130 से भी ज़्यादा लीडर्स ने हजारों महिलाओं को सही जानकारी तक पहुंचने में मदद की है। इन सभी युवा लीडर्स ने महिलाओं को अपने अधिकारों को मांगने में, ज़रूरी स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं तक पहुंचने और वित्तीय स्वतंत्रता हासिल करने के लिए सशक्त बनाया है।
महिला लीडरशीप प्रोग्राम के ग्रेजुएट्स एक दमदार एडवोकेट के रूप में विकसित हुए हैं, जो अपने समुदायों में महिलाओं के संघर्षों को उजागर करने में सक्षम हैं।उनके अथक प्रयासों और अटूट समर्पण ने समुदाय और स्थानीय स्तर पर कई प्रशंसा करने लायक सुधार किए है। कई लोग अब दिल्ली महिला आयोग, दिल्ली कानूनी सेवा प्राधिकरण महिला पंचायत, गैर-सरकारी संगठनों जैसे हकदर्शक, जागोरी, जोश, चेतनालय, श्रमिक मजदूर संगठन और आजाद फाउंडेशन में कार्यरत हैं।
आईटीसी की विवेल महिला लीडरशीप पहल इन युवा महिलाओं की प्रेरणादायक यात्राओं को दिखाकर सामुदायिक परिवर्तन के एक नए युग की शुरुआत करती है जो आत्म-खोज और स्वतंत्रता का प्रतीक हैं। आज़ाद फाउंडेशन के समर्थन और बड़े ध्यान से तैयार किए गए ट्रेनिंग कार्यक्रम के साथ ये युवा महिलाएं ज़रूरी बदलाव को ला रही हैं और अधिक लैंगिक समानता को लेकर सामाजिक मानदंडों को नया रूप दे रही हैं।
आज़ाद फाउंडेशन की फाउंडर और चीफ मेंटर मीनू वडेरा ने कहा, “हमें आईटीसी विवेल के साथ जुड़ने पर गर्व है, जो गरीब महिलाओं को सम्मान के साथ जीने के लायक बनाने का समान जस्बा रखती हैं। अपनी खूबसूरत और प्रगतिशील सहयोग भरी यात्रा के 7वें साल को पूरा करते हुए, हम लीडर्स को ट्रेनिंग देने और जमीनी स्तर पर बदलाव लाने के एक और साल की शुरुआत कर रहे हैं। उभरते बदलाव को देखना और युवा महिला लीडर्स के समुदाय का विकास करना हमारे लिए बेहद खुशी की बात है।”
आईटीसी लिमिटेड के पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स बिजनेस के डिवीजनल चीफ एक्जीक्यूटिव समीर सत्पथी ने बताया कि “आईटीसी की विवेल महिला लीडरशीप पहल बदलाव को सशक्त बनाने और जमीनी स्तर पर इस उन्नति का जश्न मनाने में सबसे आगे है। चाहे यह विचार को प्रेरित करना हो, किसी यात्रा को प्रेरित करना हो या ज्ञान देकर महिलाओं को सशक्त बनाना हो, अब समझौता नहीं दर्शन में मज़बूत विश्वास कर, एक बेहतरीन परिवर्तन को लाने की हर संभव कोशिश की गई है। आज़ाद फाउंडेशन के साथ, संसाधनहीन समुदायों में हमारे ट्रेनिंग प्रोग्राम को जमीनी स्तर पर चलने से उल्लेखनीय परिवर्तन हुए और गहरा प्रभाव पड़ा है। इस पहल के साथ, हम बदलाव के चैंपियन के रूप में ज़्यादा से ज़्यादा महिला लीडर्स को सशक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को दिखते हैं।”
आज़ाद फाउंडेशन के साथ आईटीसी का विवेल महिला लीडरशीप प्रोग्राम महिलाओं के कई अलग- अलग समूह तक फैला हुआ है, जो इस परिवर्तनकारी यात्रा का अनुभव करने और अपने समुदायों में प्रभाव परिवर्तन में मदद करने के लिए नई दिल्ली, कोलकाता और जयपुर में स्वैच्छिक भागीदारी को आमंत्रित करता है।

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