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फैमिली काॅमेडी फिल्म पागलपंती देखें ज़रूर पर बिना दिमाग लगाए

फिल्म का नाम : पागलपंती
फिल्म के कलाकार : जॉन अब्राहम, अरशद वारसी, अनिल कपूर, उर्वशी रौतेला, पुलकित सम्राट, कृति खरबंदा, सौरभ शुक्ला
फिल्म के निर्देशक : अनीस बज्मी
रेटिंग : 2/5

निर्देशक अनीस बज़्मी के निर्देशन में बनी फिल्म पागलपंती सिनेमाघरों में लग चुकी है। एक निर्देशक के रूप में अनीस ने ‘नो एंट्री’, ‘वेलकम’ और ‘सिंह इज किंग’ जैसी अच्छी फिल्में बाॅलीवुड को दी हैं। बता दें कि यह एक मल्टी स्टारर काॅमेडी फिल्म है। फिल्म का ट्रेलर लोगों को काफी पसंद आया था लेकिन ट्रेलर रिलीज के दौरान ही इशारा कर दिया गया था कि ‘दिमाग मत लगाना’ फिल्म देखकर यह बात कंफर्म भी हो जाती है। फिल्म में कहानी नहीं बल्कि खूब सारा पागलपन दिखाया गया है, ताकि दर्शकों को हंसाया जा सके। जानते हैं कि कैसी बनी है फिल्म …..

फिल्म की कहानी :
फिल्म की कहानी शुरू होती है जंकी (अरशद वारसी) और चंदू (पुलकित सम्राट) के इंट्रोडक्शन से, जिन्होंने अपने मां-बाप का पैसा अपने दोस्त राज किशोर (जॉन अब्राहम) के बिजनेस पर लगाया है। फिल्म में एक पंडित है, जो शुरुआत में ही बता देते हैं कि राजकिशोर पर साढ़े साती चल रही है और वो जिसके पास जाता है, वो बर्बाद हो जाता है। पहले तो जंकी और चंदू का पैसा डूब जाता है। फिर तीनों जुगाड़ करके संजना (इलियाना डिक्रूज) और उसके मामा (बृजेंद्र काला) को जाल में फंसा लेते हैं और नया बिजनेस शुरू करते हैं, लेकिन कुछ ऐसा होता है, जिसकी वजह से उनसे 7 करोड़ का नुकसान हो जाता है। इसकी भरपाई के लिए उन्हें गैंगस्टर राजा साहब (सौरभ शुक्ला) और उनके साले वाई-फाई भाई (अनिल कपूर) का नौकर बनना पड़ता है, लेकिन राजकिशोर की साढ़े साती उन पर भी भारी पड़ती है और फिर कहानी में कई ट्विस्ट आते हैं। फिर शुरू होती है कई तरह की उठा-पटक, और बेकार की एक्शन भरी कॉमेडी।

डायरेक्शन के मामले में अनीस बज्मी ने अपने पुराने स्टाइल को ही अपनाया है। ‘पागलपंती’ में उन्होंने ढेर सारे सितारों के जरिये दर्शकों को रिझाने की कोशिश की है। निर्देशक ने नीरज मोदी नामक एक फ्रॉड की कहानी गढ़ी है हम सभी यह जानते हैं कि इशारा किस तरफ था। फिल्म में कहानी नहीं है फिर भी फिल्म की लेेंथ काफी लम्बी है। ‘पागलपंती’ के कई जोक्स आपको हंसाते हैं, लेकिन पूरी फिल्म में ऐसे मौके बहुत ज़्यादा नहीं हैं। बात करें म्यूज़िक की तो जैसा कि आजकल बाॅलीवुड में हो रहा है कि हम फिल्म में किसी न किसी पुराने गाने को रिमेक करके फिल्म में डाला जाता है वैसे ही इस फिल्म में भी है सलमान की फिल्म के हिट गाने ‘तुम पर हम हैं अटके यारा’ को रिमेक करके दिखाया गया है। कहानी चलती रहती है फिर कहां से बिना सेंस के बीच में गाना आ जाता है यह समझ में नहीं आता। बाकी ‘बीमार दिल’ का म्यूजिक अच्छा है। ‘वल्ला वल्ला’ और ‘ठुमका’ गाना ठीक-ठाक है, यानि ये गाने आपको पसंद आएंगे।

बात करें कलाकरों की अदाकारी की तो पागलपंती में अनिल कपूर, सौरभ शुक्ला और अरशद वारसी की कॉमिक टाइमिंग अच्छी है। जॉन अब्राहम कॉमेडी फिल्म में ठीक लगते हैं लेकिन बाॅलीवुड इंडस्ट्री में एक्शन हीरो के रूप में उनकी एक अलग ही छवि बनी हुई है, शायद इसलिए लोगों को भी उनकी एक्शन हीरो वाली छवि ज़्यादा पसंद आती है। पुलकित सम्राट ठीकठाक लगे हैं। इलियाना डिक्रूज, कृति खरबंदा स्कीन पर अच्छी लगी हैं और उर्वशी रौतेला को ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिला।

फिल्म क्यों देखें? : इस फिल्म को देखने के लिए दिमाग लगाने की ज़रूरत तो नहीं है, लेकिन जो भी हो इसे आप अपनी फैमिली के साथ बैठ कर देख सकते हैं।

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