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भारतीय भाषा उत्सव की शृंखला मे “भाषाओ की विविधता से राष्ट्र की एकता” विषय पर पाठक संवाद कार्यक्रम, प्रोफेसर हितेश व्यास को हिन्दी सेवी सम्मान

कोटा| राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा मे भारतीय भाषा उत्सव की शृंखला मे “भाषाओ की विविधता से राष्ट्र की एकता” विषय पर व्याख्यान एवं पाठक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे बतौर मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ कवि एवं समीक्षक प्रोफेसर हितेश व्यास, अध्यक्षता वरिष्ठ पाठक एवं सेवानिवृत उप मुख्य अभियंता बिगुल जैन एवं विशिष्ट अतिथि वयोवृद्ध पाठक के.बी.दीक्षित एवं नवनीत शर्मा उपस्थित रहे| कार्यक्रम का संचालन डबली कुमारी परामर्शदाता सावित्री बाई फुले वाचनालय ने किया |
कार्यक्रम के उदघाटन भाषण मे भारतीय भाषा उत्सव के बारे मे जानकारी देते हुये डॉ दीपक कुमार श्रीवास्तव संभागीय पुस्तकालयाध्यक्ष ने कहा की – “भारत सरकार ने प्रसिद्ध तमिल कवि और स्वतंत्रता सेनानी महाकवि चिन्नास्वामी सुब्रमण्यम भारती के जन्म दिवस 11 दिसंबर को भारतीय भाषा दिवस के रूप मे मनाने का प्रस्ताव किया हे | भारतीय भाषा उत्सव 28 सितंबर 2023 से 11 दिसंबर 2023 तक आयोजित किया जावेगा इसी कड़ी मे राजस्थान सरकार के भाषा एवं पुस्तकालय विभाग के अधीन सभी जिला , मण्डल एवं राज्य केंद्रीय पुस्तकालय के आयोजनो के लिए निर्धारित कार्यक्रम तैयार किया गया हे उसी क्रम मे आज यह “भाषाओ की विविधता से राष्ट्र की एकता”विषय पर पाठक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया हे |
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बिगुल जैन ने कहा कि- वर्तमान मे भारतीय भाषाओ मे प्रोधोगिकी की विषय वस्तु की उपलब्धता बावत अनुवाद पर जोर देना होगा इसके लिए आवशयक हे भारतीय भाषाओ के माध्यम से प्रोधोगिकी और भारतीय भाषाओ मे प्रोधोगिकी पर बल देने की |
मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता प्रोफेसर हितेशा व्यास ने कहा कि – भाषाओ की विविधता से राष्ट्र की एकता के संबंध मे कहा कि भाषा जितनी लचीली होगी उसकी तरक्की भी उतनी होगी | उन्होने भाषायी विकास के लिए कहा कि अति शुद्धतावाद खराब है, शुद्ध, उत्कृष्ठ से ज्यादा जरूरी है कि आपकी लेखनी मे स्थानीयता हो, आन्चलिक प्रेम हो |
विशिष्ट अतिथि दीक्षित ने कहा कि – इस उत्सव का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पारिस्थितिकी तंत्र से भारतीय भाषाओ मे निहित सहज अंतरण की सुविधा प्रदान करना है | नवनीत शर्मा ने कहा कि – भाषाओ मे शिक्षा के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए एक समग्र रोडमेप तैयार किया जाना चाहिए |
इस संवाद मे पाठक रक्षिता, लक्ष्मी, ईशिका, नेहा तंजीम सागर, अनामिका वर्मा, कोमल कनवासिया, चिंटू चंपावत, योगेश, विष्णु सुथार, बलराम, लखन प्रजापति, सुरेन्द्र सैनी, जयंत, मुंगेरी लाल मीणा कौस्तुभ, दिलखुश एव जीत मीणा ने अपने विचार व्यक्त किए | कार्यक्रम संयोजिका शशि जैन ने कहा कि – भारतीय स्थानीय भाषाओ मे अध्ययन अध्यापन से युवाओ मे राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास होगा | कार्यक्रम का प्रबंधन रोहित नामा , अजय सक्सेना एवं शोधार्थ्री मधुसुदन चौधरी ने किया | मुख्य अतिथि प्रोफेसर हितेश व्यास को हिन्दी भाषा के उत्थान मे असाधारण योगदान के लिए हिन्दी सेवी सम्मान – 2023 से सम्मानित किया गया |

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